बांके बिहारी मंदिर में कदम-कदम पर लापरवाही: भक्तों को रोकने के लिए लगी बैरिकेडिंग शाम को ही टूट गई थी; योगी ने बनाई जांच कमेटी

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12 घंटे पहलेलेखक: आशीष उरमलिया और देवांशु तिवारी

मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में दम घुटने से शनिवार को 2 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के बाद मंदिर में मंगला आरती शुरू हुई। आंगन में 800 लोगों की कैपेसिटी थी। लेकिन 50 गुना ज्यादा लोग पहुंच गए। पीछे खड़े लोग अपने सामने वाले को धक्का देते हुए अंदर जाना चाहते थे। आगे वालों पर दबाव बढ़ता गया। नतीजा ये रहा कि एक महिला और एक पुरुष की दम घुटने से मौत हो गई। 8 श्रद्धालुओं को अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा।

जांच के लिए सरकार ने बनाई कमेटी
बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी पर हुए हादसे की जांच के लिए योगी सरकार ने कमेटी बनाई है। कमेटी के अध्यक्ष पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह बनाए गए हैं। अलीगढ़ के मंडलायुक्त गौरव दयाल कमेटी के सदस्य हैं। सीएम योगी ने 15 दिन में रिपोर्ट तलब की है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने आदेश जारी कर दिए हैं।

दैनिक भास्कर की टीम घटना के वक्त मौके पर मौजूद थी। आइए ग्राफिक्स के जरिए मंदिर की कैपेसिटी, आने के रास्ते, घटना की वजह, अधिकारियों की गलती और पुराने हादसों के बारे में जानते हैं…

अगले तीन ग्राफिक्स देखने से पहले मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों की ड्यूटी और घायलों के बारे में जान लेते हैं।

घटना के वक्त बड़े अधिकारी मौजूद
बांके बिहारी मंदिर में जिस वक्त यह हादसा हुआ जिले के डीएम, एसएसपी, नगर आयुक्त वहां मौजूद थे। यह सभी मंदिर के बालकनी पर परिवार के साथ खड़े थे। नीचे जब धक्का-मुक्की जारी थी तब ऊपर खड़े अधिकारी वीडियो बना रहे थे। लोगों को मंदिर से निकालने के लिए पहले से तय 1 और 4 नंबर गेट से भी लोग अंदर आने लगे। इससे बाहर निकलने का रास्ता ही बंद हो गया। पुलिस मंदिर के बाहर तो थी लेकिन अंदर नहीं।

आगे ऐसे हादसों से बचने के लिए प्रशासन का प्लान
घटना की जानकारी होने पर सीएम योगी ने दुख जताया। साथ ही दो निर्देश दिए। पहला ये कि घायलों का ठीक से इलाज करवाया जाए। दूसरा ये कि आगे ऐसे त्योहारों पर भीड़ को नियंत्रित करने का समुचित प्लान बनाया जाए। इसके अलावा प्रशासन के एक अधिकारी ने तीन और प्लान बताए।
1. आंगन की जितनी क्षमता है उससे ज्यादा लोगों को एंट्री नहीं मिलेगी।
2. भीड़ बढ़ने पर पांचों गलियों के गेट पर ही लोगों को रोका जाएगा।
3. पहले से मंदिर में मौजूद लोगों को बाहर निकालने के बाद नए लोगों को एंट्री दी जाएगी।

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