पुलिस कस्टडी में गैंगस्टर सचिन के खुलासे: दुबई में रची थी सिद्धू मूसेवाला को मारने की साजिश, जेल से फोन पर संपर्क में था लॉरेंस

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जालंधर2 घंटे पहले

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अजरबैजान की राजधानी बाकू से भारत लाए गए गैंगस्टर सचिन ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की कस्टडी में कई बड़े खुलासे किए हैं। सचिन ने पूछताछ में बताया कि सिंगर सिद्धू मूसेवाला को मारने की सारी प्लानिंग दुबई में की गई थी। जब सिद्धू मूसेवाला को मारने की सारी प्लानिंग हो रही थी तो उस वक्त गैंगस्टर लॉरेंस भी जेल से फोन पर उनके साथ लगातार संपर्क में था।

गैंगस्टर विक्रम बराड़ के फ्लैट में रहा
सचिन ने पुलिस को यह भी बताया कि वह गैंगस्टर विक्रम बराड़ से पहली बार दुबई में मिला था। इसके बाद वह करीब डेढ़ महीने तक विक्रम बराड़ के फ्लैट में रहा। यहां से वह अजरबैजान के लिए निकला था। गैंगस्टर सचिन ने पुलिस को बताया है कि सिद्धू मूसेवाला को मारने के लिए पैसे और हथियारों का सारा प्रबंध गोल्डी बराड़ और विक्रम बराड़ ने किया था।

सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड गैंगस्टर सचिन थापन (लाल घेरे में) को लेकर जाती दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल टीम।

सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड गैंगस्टर सचिन थापन (लाल घेरे में) को लेकर जाती दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल टीम।

शूटरों को बोलेरो करवाई थी उपलब्ध
बीते कल सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड गैंगस्टर सचिन थापन को भारत लाया गया था। सचिन गैंगस्टर लॉरेंस का भांजा है। वह मूसेवाला हत्याकांड की साजिश रचने वालों में शामिल है। हत्या से कुछ समय पहले वह लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई के साथ जाली पासपोर्ट पर विदेश भाग गया था।

उसका नाम मूसेवाला हत्याकांड की FIR और चार्जशीट दोनों में शामिल है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक मूसेवाला के कत्ल में शामिल हरियाणा के शूटरों को बोलेरो सचिन ने ही उपलब्ध करवाई थी।

बताया जा रहा सचिन ने दुबई बेस्ड दिल्ली के कारोबारी से 50 करोड़ की फिरौती भी मांगी थी। कारोबारी का नाम गैलन बताया जा रहा है। टी-10 टीम के मालिक से 50 करोड़ रुपए फिरौती मांगने की कॉल रिकॉर्डिंग काफी चर्चा में रही थी। इसी मामले में सचिन को पकड़ा गया है।

पंजाब लाया जाएगा सचिन
सचिन को पटियाला हाउस अदालत में पेश किया गयां। यहां से उसे 10 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया। वहीं पंजाब पुलिस भी उसे प्रोडक्शन वारंट पर पंजाब लाने की कोशिश करेगी।वह हत्याकांड से करीब 20 दिन पहले अनमोल बिश्नोई की मदद से फेक पासपोर्ट बनवाकर फरार हो गया था। उस पर विभिन्न राज्यों में कई मामले दर्ज हैं।

दिल्ली के संगम विहार पते पर बना फर्जी पासपोर्ट
गैंगस्टर सचिन का फर्जी पासपोर्ट दिल्ली के संगम विहार इलाके के एक पते पर बनाया गया था। इस फर्जी पासपोर्ट में सचिन का नकली नाम तिलक राज टुटेजा लिखा था। इसकी जानकारी एजेंसियों को तब हुई, जब पुलिस ने गैंगस्टर्स के फर्जी पासपोर्ट बनवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। इस मामले में पुलिस ने एक महिला समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया था।

सिद्धू मूसेवाला को अपने एचएमटी 5911 ट्रैक्टर से बहुत लगाव था। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल का नाम ‘5911 Record’ रखा था। मूसेवाला की शवयात्रा भी इसी ट्रैक्टर पर निकाली गई थी।

सचिन ने 3 लोगों के साथ मिलकर रची थी साजिश
दिल्ली पुलिस के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड सचिन ने कनाडा में गैंग चला रहे सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़, तिहाड़ जेल में बंद काला जठेड़ी और लॉरेंस से कोड वर्ड में बातचीत करके मूसेवाला की हत्या की साजिश रची थी।

पुलिस और खुफिया एजेंसियों को शक न हो, इसलिए सचिन गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से फोन पर बात करने के दौरान उसे ‘डॉक्टर’ कहकर बुलाता था। इसी तरह गैंगस्टर काला जठेड़ी को वह ‘अल्फा’ कहता था। अपने गुर्गों के जरिए वह लॉरेंस से बात करता था।

मूसेवाला के कत्ल की सबसे पहले जिम्मेदारी ली थी
सचिन ने मूसेवाला कत्लकांड की सबसे पहले जिम्मेदारी ली थी। उसने वीडियो कॉल पर दावा किया था कि उसी ने मूसेवाला का कत्ल करवाया है। उसने ही शूटरों को हायर किया था।

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