हिमाचल में फिर तबाही का अलर्ट: आज-कल यलो और चार-पांच अगस्त को ऑरेंज अलर्ट; मानसून में 190 की मौत, 5700 करोड़ की संपत्ति तबाह

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शिमला9 मिनट पहले

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शिमला के कोटखाई में सड़क पर लैंडस्लाइड - Dainik Bhaskar

शिमला के कोटखाई में सड़क पर लैंडस्लाइड

हिमाचल प्रदेश में फिर से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। मौसम विभाग केंद्र शिमला ने चार और पांच अगस्त को भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है, जबकि आज व कल के लिए यलो अलर्ट दिया गया है।

इसे देखते हुए प्रदेशवासियों को उफनते हुए नदी नालों और लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की एडवाइजरी दी गई है। मौसम विभाग के ताजा अलर्ट ने उन लोगों की चिंताएं बढ़ा दी है, जिनके मकान बीते एक जुलाई महीने के बारिश से खतरे की जद में आ गए हैं।

प्रदेश में 7300 से ज्यादा घरों को भारी बारिश, लैंडस्लाइड व बाढ़ से नुकसान हुआ है। कई घरों में बड़ी-बड़ी दरारें आई हुई है। कुछ घरों के आगे व पिछे लगे डंगे टूट गए है। इससे दोबारा भारी बारिश की चेतावनी ने लोगों को दहशत में डाल दिया है।

सिरमौर में लैंडस्लाइड

सिरमौर में लैंडस्लाइड

123 साल में सातवीं बार इतनी भारी बारिश

प्रदेश में जुलाई की बारिश ने कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं। एक से 31 जुलाई तक 255.9 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार 437.5 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जो नॉर्मल से 71 प्रतिशत ज्यादा है। साल 2010 के बाद प्रदेश में इतनी बारिश कभी नहीं हुई। हालांकि 1901 से लेकर अब तक यानी 123 सालों का यह सातवां रिकॉर्ड रेनफॉल है।

सिरमौर जिले में सबसे ज्यादा 1097.5 मिलीमीटर, सोलन में 735 मिलीमीटर, शिमला में 584 मिलीमीटर, कांगड़ा में 654 मिलीमीटर, बिलासपुर में 459 मिलीमीटर, चंबा में 484 मिलीमीटर, हमीरपुर में 479 मिलीमीटर, किन्नौर में 197 मिलीमीटर, कुल्लू में 476 मिलीमीटर, लाहौल स्पीति में 156 मिलीमीटर, ऊना में 410 मिलीमीटर बारिश जुलाई में हुई है। इससे चारों और तबाही हुई है।

190 लोगों की जा चुकी जान

प्रदेश में अब तक बारिश से 190 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें 54 लोगों की मौत लैंड स्लाइड और बाढ़ की चपेट में आने से हुई है, जबकि 219 लोग घायल तथा 34 लोग लापता हैं।

706 घर जमींदोज, सैकड़ों बेघर

प्रदेश में अब तक 706 घर जमीदोंज हो गए हैं, जबकि 7192 घरों को नुकसान पहुंचा। 244 दुकानें, 2236 गौशालाएं तबाह हुई हैं। सैकड़ों लोग बेघर हुए हैं। प्रदेश में अब तक लैंड स्लाइड की 76 बड़ी घटनाएं और फ्लैश फ्लड की 53 घटनाएं हो चुकी हैं।

5700 करोड़ की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह

प्रदेश में 5700 करोड़ रुपए की सरकारी और निजी संपत्ति तबाह हो गई है। अकेले लोक निर्माण विभाग की 1975 करोड़ रुपए, जल शक्ति विभाग की 1549 करोड़ रुपए, बिजली बोर्ड की 1509 करोड़ की संपत्ति बर्बाद हुई है।

364 सड़कें 20 दिन से बंद

भारी बारिश के कारण आई आपदा की वजह से 363 सड़कें 21 दिन से बंद पड़ी हैं। इससे प्रदेशवासियों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है। सेब की ढुलाई पर सबसे ज्यादा बुरा असर पड़ा है। ग्रामीण क्षेत्रों के लिंक रोड को मिलाकर बंद सड़कों की संख्या सैकड़ों में है।

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