अमित शाह का उद्धव पर अटैक: गृहमंत्री बोले- पॉलिटिक्स में धोखा देने वालों को सबक सिखाना जरूरी; शिवसेना में टूट की वजह सत्ता का लालच

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मुंबई4 मिनट पहले

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दो दिन के महाराष्ट्र दौरे पर पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है। शाह ने कहा कि जो लोग पॉलिटिक्स में धोखा देते हैं, उन्हें सबक सिखाने की जरूरत है। शिंदे सरकार बनने के बाद शाह पहली बार महाराष्ट्र पहुंचे हैं।

भाजपा नेताओं को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि एकनाथ शिंदे की शिवसेना ही असली शिवसेना है, जो हमारे साथ हैं। शाह ने कहा कि शिवसेना में टूट एक व्यक्ति की लालच की वजह से हुई है। सत्ता के लिए उद्धव ने विचारधारा से समझौता कर लिए।

अमित शाह ने मुंबई में भाजपा नेताओं के साथ करीब 1 घंटे तक आगामी नगरपालिका चुनाव को लेकर बातचीत की।

अमित शाह ने मुंबई में भाजपा नेताओं के साथ करीब 1 घंटे तक आगामी नगरपालिका चुनाव को लेकर बातचीत की।

उद्धव को मैंने कभी CM बनाने का वादा नहीं किया
सूत्रों के मुताबिक शाह ने मीटिंग में पार्टी नेताओं से कहा कि मैंने उद्धव ठाकरे को कभी मुख्यमंत्री बनाने का वादा नहीं किया। हम बंद कमरे में नहीं, सीना ठोककर राजनीति करने वाले लोग हैं। अगर, हम बयान दिए होते तो शिवसेना के नेताओं को जरूर मुख्यमंत्री बनाते।

आखिर क्या है मामला, जिस पर शाह ने बयान दिया है
2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव भाजपा और शिवसेना मिलकर लड़ी थी। 288 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा को 105 और शिवसेना को 55 सीटें मिली थी। चुनाव के बाद शिवसेना ने ढाई-ढाई साल के सीएम बनाए जाने की मांग रख दी।

मुंबई दौरे पर आए अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से रविवार को मुलाकात की।

मुंबई दौरे पर आए अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से रविवार को मुलाकात की।

शिवसेना का कहना था कि अमित शाह और उद्धव ठाकरे के बीच इसपर चुनाव पूर्व सहमति बन गई थी। आखिर में शिवसेना की इस मांग पर भाजपा तैयार नहीं हुई, जिसके बाद शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बना ली।

जून में टूट गई थी शिवसेना, उद्धव को छोड़ना पड़ा था CM पद
महाराष्ट्र में 20 जून को पहली बार एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 20 विधायक बागी होकर सूरत और फिर गुवाहाटी चले गए। धीरे-धीरे इन विधायकों की संख्या बढ़ती गई और 39 पर पहुंच गई, जिसके बाद उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दे दिया।

30 जून को भाजपा के सहयोग से शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वर्तमान में 5 याचिकाओं के साथ शिवसेना का विवाद सुप्रीम कोर्ट में है। 23 अगस्त को कोर्ट ने इसे संवैधानिक बेंच में ट्रांसफर किया था।

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