सोरेन सभी विधायकों को नेतरहाट ले जा सकते हैं आज: कांग्रेस ने MLAs में टूट रोकने के लिए दिल्ली से भेजे गए प्रभारी

रांची6 घंटे पहले

झारखंड में तीन दिन से जारी सियासी संकट के बीच कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे शनिवार को रांची पहुंचे। उन्होंने देर रात कांग्रेस के विधायकों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने सभी विधायकों को रांची में रहने का निर्देश दिए हैं। आज उनकी मुलाकात CM हेमंत सोरेन से होगी। इसमें वे आगे की रणनीतियों पर चर्चा करेंगे।

इधर, रविवार को भी यूपीए के विधायक हेमंत सोरेन के साथ पिकनिक मनाने रांची से दूर जाएंगे। दैनिक भास्कर ने यूपीए के 3-4 विधायकों से बात की तो उन्होंने ऑफ द रिकॉर्ड रांची से 160 किलोमीटर दूर नेतरहाट जाने की बात स्वीकार की। हालांकि आखिरी मौके पर इसमें बदलाव भी संभव है।

विधायकों ने नौक-विहार किया, मटन पार्टी हुई

शनिवार दोपहर मुख्यमंत्री आवास से सभी विधायक सीधे खूंटी के लतरातू डैम पहुंचे। यहां पर सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री के साथ डैम में नौका-विहार किया। नौका-विहार के बाद सभी विधायक डैम के गेस्ट हाउस में ठहरे, जहां मटन​​​​​​ पार्टी हुई। इसके बाद सभी वापस रांची लौट आए।

29 को वसंत सोरेन की विधायक पर भी आना है फैसला
इस बीच शनिवार को भी CM हेमंत सोरेन की विधायकी रद्द करने संबंधी नोटिफिकेशन चुनाव आयोग की तरफ से जारी नहीं किया गया। इस बीच 29 सितंबर को CM हेमंत सोरेन के छोटे भाई वसंत सोरेन की विधायकी को लेकर फैसला आना है। इसकी सुनवाई लगभग पूरी कर ली गई है। अब माना जा रहा है कि दोनों भाइयों की सदस्यता पर फैसला एक साथ सुनाया जा सकता है।

बाड़ेबंदी की जगह विधायकों को एकजुट रखने की कोशिश
सत्ताधारी दल के एक बड़े नेता ने दैनिक भास्कर को नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि CM हेमंत सोरेन और कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व को इस बात की आशंका है कि उनके कुछ विधायक उन्हें धोखा दे सकते हैं। साथ ही वे बाहर एकजुटता का संदेश भी देना चाहते हैं। ऐसी स्थिति में वे विधायकों की बाड़ेबंदी करने करने के बजाय वे पिकनिक के माध्यम से एकजुट रखने की कोशिश कर रहे हैं।

पांडे बोले- सरकार को अस्थिर करने की कोशिश हो रही है
रांची पहुंचते ही कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने इस बात को स्वीकार किया है कि झारखंड में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की कोशिश हो रही है। उन्होंने बताया कि केवल झारखंड में ही नहीं है। जहां-जहां गैर भाजपा की सरकारें हैं वहां सरकार को विकास कार्य करने से रोका जा रहा है। हालांकि उन्होंने ये बात भी स्वीकार की कि झारखंड के कांग्रेस विधायक एकजुट हैं।

कैशकांड के बाद कांग्रेस पूरी तरह अलर्ट
30 जुलाई को कैश के साथ कोलकाता में पकड़े गए कांग्रेस के 3 विधायकों ( इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप) के बाद झारखंड कांग्रेस के अंदर भी एक असमंजस की स्थिति है। पार्टी पूरी तरह से अलर्ट है कि पार्टी में किसी तरह की टूट ना हो। यही वजह है कि विधायकों के साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष साथ साथ घूमते नजर आ रहे हैं।

जेएमएम और कांग्रेस की कमजोर कड़ी पर है बीजेपी की नजर
हालांकि पिछले 3 दिनों से वेट एंड वॉच की पॉलिसी में पड़ी बीजेपी चुपचाप जेएमएम और कांग्रेस की कमजोर कड़ी तलाशने में जुटी हुई है। बीजेपी के अंदरखाने से मिली जानकारी के अनुसार पार्टी जेएमएम और कांग्रेस की कमजोर कड़ी तलाश कर राज्य में राष्ट्रपति शासन जैसी स्थिति लागू करने के प्लान पर चल रही है

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