लालू यादव भोलेनाथ, जहर पीकर नीतीश को माफ कर देंगे: रोहिणी आचार्य बोलीं- नीतीश पर कभी भरोसा नहीं रहा, पता था NDA में जाएंगे

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पटना44 मिनट पहलेलेखक: उत्कर्ष सिंह

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पिछले साल अक्टूबर में रोहिणी आचार्य ने ही लालू प्रसाद यादव को किडनी डोनेट की थी। - Dainik Bhaskar

पिछले साल अक्टूबर में रोहिणी आचार्य ने ही लालू प्रसाद यादव को किडनी डोनेट की थी।

नीतीश कुमार के RJD का साथ छोड़ने के बाद तेजस्वी यादव ने भले ही नीतीश पर कोई तीखा बयान न दिया हो, लेकिन लालू परिवार बेटी रोहिणी आचार्य लगातार उन पर बयान दे रही हैं। वे इशारों में नीतीश कुमार को ‘गिरगिट’ से लेकर ‘कूड़ा’ तक कह चुकी हैं।

महागठबंधन से अलग होने से पहले नीतीश कुमार ने एक सभा में परिवारवाद पर कटाक्ष किया था। 25 जनवरी को रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर एक के बाद एक तीन पोस्ट कर नीतीश कुमार पर जवाबी हमला बोला था।

एक पोस्ट में लिखा था- समाजवादी पुरोधा होने का करता वही दावा है, हवाओं की तरह जिसकी बदलती विचारधारा है। इसके बाद ही गठबंधन में दरार की अटकलों का सिलसिला शुरू हुआ था। हालांकि रोहिणी ने ये पोस्ट कुछ ही घंटों में डिलीट कर दिए थे।

रोहिणी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं और विदेश में रहकर भी बिहार की राजनीति पर लगातार प्रतिक्रिया देती रहती हैं। दैनिक भास्कर ने उनसे खास बातचीत की है। पहले देखिए रोहिणी के वे 3 पोस्ट…

अब पढ़िए बिहार में RJD की सरकार गिरने के बाद रोहिणी आचार्य क्या बोलीं…

सवाल- आपने नीतीश कुमार के खिलाफ पोस्ट किए थे, वे वापस NDA में जा चुके हैं, इस पर आपकी प्रतिक्रिया क्या है?
जवाब:
आपको क्या लगता है कि मेरे ट्वीट्स के कारण नीतीश कुमार ने सरकार गिरा दी। मैंने सिर्फ नीतीश कुमार को नहीं बोला था। उन्होंने एक दिन पहले परिवारवाद पर कुछ बोला था। हम तो खुद ही बोलते हैं कि हमको बहुत गर्व है कि हम लालू यादव और राबड़ी देवी की संतानें हैं। छिपाएगा वो, जो नाजायज है।

बाकी लोग नाजायज होंगे, इसलिए उनको परिवारवाद में शामिल नहीं किया जाता होगा। सिर्फ लालू यादव और सोनिया गांधी का परिवार है, हिंदुस्तान में और किसका परिवार है। मेरे भाई तेजस्वी ने दिखा दिया कि हम लोग किस परिवार से आते हैं। डेढ़ साल में ही तेजस्वी ने नौकरियों की बौछार कर दी, जिसके कारण नीतीश कुमार आज जलन के मारे भाग गए।

सवाल- क्या बड़े पैमाने पर हुई भर्तियां नीतीश कुमार के RJD से अलग होने की बड़ी वजह हैं?
जवाब: वो कुंडली मारकर बैठे हुए थे। कहते थे कि कहां से नौकरी आएगी। भाई ने नौकरी निकालकर दिखा दिया न। नीतीश कुमार ऐसे ही हैं, वो सबसे जलते हैं। या फिर BJP ने उन्हें PM पद का ऑफर दिया होगा क्योंकि मुख्यमंत्री तो वो इस साइड भी थे और उस साइड भी हैं। नीतीश कुमार बताएं कि BJP वाले उनको PM बना रहे हैं या डिप्टी PM।

सवाल- नीतीश कुमार ने कहा है कि महागठबंधन सरकार में उन्हें काम करने में मुश्किल हो रही थी, इसलिए वो जहां थे, वहीं वापस आ गए। आप क्या कहेंगी?
जवाब:
मुश्किल तो यही हो रही थी कि भाई रोजगार दे रहा था। तेजस्वी के आने से पहले उन्होंने कितने रोजगार दिए थे। दिए थे कुछ? डेढ़ साल से पहले नीतीश क्या कर रहे थे। रोजगार के लिए बोला जाता था तो कहते थे कि बाबू जी से पैसा लेकर लाएगा रोजगार।

तेजस्वी ने तो दिखा दिया कि कैसे रोजगार बनाया जाता है। नीतीश कहते थे कि बिहार में उद्योग कैसे होगा, यहां समुद्र नहीं है। तो तेजस्वी ने रोजगार का समुद्र बहाकर दिखा दिया। नौकरी दिए जाने को लेकर नीतीश कुमार तेजस्वी यादव का मजाक उड़ाते थे, अब किस मुंह से बोलेंगे।

सवाल- आपने एक ट्वीट में नीतीश कुमार को ‘गिरगिट कुमार’ कहा है, ऐसा क्यों?
जवाब:
आज के समय में हर कोई नीतीश कुमार को इसी नाम से बुला रहा है। मैं तो मीडिया और जनता के ही दिए नाम को इस्तेमाल कर रही हूं।

सवाल- नीतीश कुमार का कहना है कि अब वो हमेशा NDA के साथ रहेंगे, इस पर आपको कितना भरोसा है?
जवाब: वो रहें, मुझे क्या विश्वास होगा उन पर। इस इंसान पर पहले दिन से मुझे रत्ती भर भरोसा नहीं था। नीतीश कुमार को हम अच्छी तरह से जानते हैं। हमको पहले से पता था कि ये NDA में वापस जाएंगे।

सवाल- आपने कहा कि आप लोगों को काफी दिन पहले से एहसास हो गया था कि नीतीश कुमार जाने वाले हैं, ऐसा क्यों?
जवाब:
जो भी खबरों में आ रहा था, बार-बार परिवारवाद पर बोल रहे थे, लगातार डायरेक्टली- इनडायरेक्टली कमेंट पास किए जा रहे थे। इन्हीं वजहों से मुझे लग रहा था कि ये जाने वाले हैं। लेकिन आखिर नीतीश ये किसको सुना रहे हैं, हमारे बलबूते वो मुख्यमंत्री बने हुए थे, वो हमारे पास आए थे प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनने। तो किसलिए परिवारवाद पर सुना रहे थे।

यही परिवार तो है, जिसे आप बार-बार धोखा देते हैं और वही परिवार आपको सिर पर बैठाकर इज्जत देता रहा। आज भी तेजस्वी ने बोला कि नीतीश उनके माननीय हैं। कल को ये फिर से पलटी मारेंगे और हमारे दरबार में रोते हुए आएंगे, तो मेरे पिता लालू यादव भोलेनाथ हैं, जहर का घूंट पीकर दिल से माफ कर देंगे।

सवाल- अगर कल को नीतीश कुमार वापस आते हैं, तो आप लोग उन्हें स्वीकार कर लेंगे?
जवाब:
ये तो पहले से होते आया है। मैं अपने माता-पिता का नेचर जानती हूं। उनके लिए कोई भी दुश्मन नहीं रहता है। सुबह का भूला शाम को आकर माफी मांग लेता है तो पापा माफ कर देते हैं, भूल जाते हैं, पर जनता तो नहीं भूलेगी। इस बार तो जनता को फैसला लेना है।

सवाल- आपने पोस्ट किया है कि आप लोग जनता के पास जाएंगे। क्या आपको लगता है कि तेजस्वी यादव को सिम्पथी वोट मिलेंगे?
जवाब:
मुझे नहीं मालूम, लेकिन जनता तो सब देख रही है कि किस माहौल में ये हमारे पास आए थे। हम लोग तो नहीं गए थे नीतीश कुमार से समर्थन मांगने। वे गिड़गिड़ाते हुए आए थे हमारे घर। मेरे पापा के सामने हाथ-पैर जोड़ रहे थे कि माफ कर दीजिए, हमसे भूल हो गई थी।

सवाल- JDU आपकी पार्टी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही है, क्या कहेंगी?
जवाब: जो लोग भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं, उन्हीं आरोपों का खंडन खुद नीतीश कुमार ने किया था। उन्होंने कहा था कि BJP लालू परिवार को जानबूझकर गलत तरीके से फंसा रही है क्योंकि हम लोग साथ आ गए हैं। आपने खुद ही सबूत दिया था तो फिर अब किस मुंह से आरोप लगा रहे हैं।

अभी तेजस्वी ने लाखों नौकरियां दी हैं। नीतीश कुमार गिनाएं कि कितनी जमीन लिखवाई गई। क्या मेरा भाई जमीन लेकर नौकरी बांट रहा है। उन्हीं नौकरियों पर तो नीतीश सांप की तरह कुंडली मारकर बैठे हुए थे। बिहार की जनता को आप नौकरी तक नहीं दे रहे थे। रोजगार सृजन पर सवाल करने वाले नीतीश खुद सृजन घोटाला करके बैठे हुए हैं।

सवाल- JDU का आरोप है कि कई विभागों में ट्रांसफर-पोस्टिंग में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गई जिनके सबूत हैं, वो जल्द खुलासा करेंगे, आपकी प्रतिक्रिया?
जवाब:
इसके बारे में मुझे नहीं मालूम, अगर खुलासा करना है तो किसका इंतजार कर रहे हैं। अब क्या खुलासा करेंगे, क्या बचा हुआ है।

सवाल- क्या गठबंधन से अलग होने से पहले लालू यादव की नीतीश कुमार से कोई बात हुई?
जवाब:
मैं तो विदेश में हूं, मुझे क्या मालूम कि कौन किससे बात कर रहा है, कौन कहां जा रहा है। परिवार में कोई पॉलिटिकल बात नहीं होती। मुझे भी खबरों से ही जानकारी मिलती है।

सवाल- RJD और तेजस्वी यादव का भविष्य आप कैसे देख रही हैं?
जवाब:
पूरी दुनिया बोल रही है कि इस बार मेरे भाई ने काफी अच्छे से चीजों को हैंडल किया है। वो इतने अच्छे से शांत होकर जवाब भी दे रहा है। वो अपने आप को साबित कर चुका है, उसका भविष्य बहुत उज्ज्वल है।

उसने डेढ़ साल में इतनी नौकरी बांट दी, जो नीतीश कुमार ने 17 साल में नहीं दी थीं। उसे किसी के प्रमाण की जरूरत नहीं है। उसको और मौका मिलता तो क्या बात थी। खैर, हमारा भी दिन आएगा। सारे दिन एक समान थोड़े ही होते हैं।

सवाल- 2020 में तो RJD की सरकार नहीं बनी थी, आप लोगों की तो बैक डोर एंट्री ही हुई थी?
जवाब:
बीच में नीतीश कुमार आए थे न। हम लोग थोड़े बुलाने गए थे, वो खुद ही आए थे। BJP को नसीहत है कि इस बार नीतीश कुमार को पकड़कर ही रखें, नहीं तो 2 महीने में कहीं फिर से पलटी न मार दें।

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