मेघालय-असम बॉर्डर पर हिंसा बढ़ी: उपद्रवियों ने असम फॉरेस्ट ऑफिस को जलाया; मेघालय में दो वाहनों में आग लगाई

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19 मिनट पहले

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असम-मेघालय सीमा पर एक विवादित क्षेत्र में फायरिंग में 6 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद दोनों राज्यों में हिंसा बढ़ गई है। - Dainik Bhaskar

असम-मेघालय सीमा पर एक विवादित क्षेत्र में फायरिंग में 6 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद दोनों राज्यों में हिंसा बढ़ गई है।

मेघालय-असम बॉर्डर पर एक विवादित क्षेत्र में मंगलवार को फायरिंग में हुई 6 लोगों की मौत के बाद हिंसा बढ़ गई है। मेघालय के ग्रामीणों के एक ग्रुप ने बुधवार को असम के पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में एक फॉरेस्ट ऑफिस में कथित रूप से तोड़फोड़ की और आग लगा दी। वहीं, मुक्रोह गांव और मेघालय की राजधानी शिलांग में भीड़ ने दो वाहनों को आग लगा दी।

पहले ऑफिस में तोड़फोड़ की, फिर आग लगाई
अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि मंगलवार की रात असम के खेरोनी फॉरेस्ट रेंज के तहत अंतरराज्यीय सीमा से सटे एक फॉरेस्ट ऑफिस के सामने गांव वाले कथित तौर पर चाकू, रॉड और लाठियों से लैस होकर इकट्ठा हो गए। पहले भीड़ ने फॉरेस्ट ऑफिस में तोड़फोड़ की, फिर परिसर में रखे फर्नीचर, दस्तावेज और मोटरसाइकिल जैसी संपत्तियों को आग लगा दी।

सुरक्षाकर्मियों की एक टीम के मौके पर पहुंचने से पहले ही ग्रामीण भाग गए। इस घटना में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। इसके अलावा स्थानीय लोगों ने मुक्रोह गांव में लावारिस हालत में मिले असम सरकार के एक वाहन को आग लगा दी।

फॉरेस्ट ऑफिस में आग लगाने के बाद वहां सुरक्षाकर्मी पहरा दे रहे हैं।

फॉरेस्ट ऑफिस में आग लगाने के बाद वहां सुरक्षाकर्मी पहरा दे रहे हैं।

खासी स्टूडेंट यूनियन ने ऑफिस और वाहनों को जलाने की जम्मेदारी
मेघालय के खासी स्टूडेंट यूनियन ने मुक्रोह में फॉरेस्ट ऑफिस और असम सरकार के वाहन को आग लगाने की जिम्मेदारी ली। उन्होंने आरोप लगाया कि मेघालय में MDA व्यवस्था अपने नागरिकों की सुरक्षा करने में विफल रही है। छात्र संघ के सदस्यों ने इलोंग सिविल अस्पताल में प्रदर्शन किया, जहां फायरिंग में मारे गए 6 लोगों के शव पोस्टमार्टम के लिए लाए गए थे। इस दौरान उन्होंने मांग की कि हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों को मेघालय पुलिस को सौंप दिया जाए।

असम पुलिस ने वाहन चालकों को दी मेघालय न जाने की सलाह
शिलांग के झालूपारा इलाके में बुधवार को महावीर पार्क के पास SUV में आग लगा दी गई। मेघालय में असम से आए वाहनों पर हमलों की खबरों के बाद, असम पुलिस ने कार चालकों को पड़ोसी राज्य में नहीं जाने की सलाह दी। गुवाहाटी और कछार जिले सहित असम से मेघालय जाने वाले रास्तों पर पुलिस कर्मियों ने बैरिकेड्स लगा दिए। हालांकि, अभी तक बड़े वाहनों को नहीं रोका गया है। असम पुलिस का कहना है कि बदमाश निजी और छोटे वाहनों को निशाना बना रहे हैं।

यह फोटो मेघायल-असम बॉर्डर की है, जहां निजी वाहनों को मेघायल जाने से रोका जा रहा है।

यह फोटो मेघायल-असम बॉर्डर की है, जहां निजी वाहनों को मेघायल जाने से रोका जा रहा है।

क्या है पूरा मामला
असम-मेघालय सीमा पर एक विवादित क्षेत्र में मंगलवार को हिंसा हुई, जब अवैध रूप से काटी गई लकड़ी से लदे एक ट्रक को असम के फॉरेस्ट गार्ड्स ने रोक दिया था। इसके बाद फायरिंग की गई और एक फॉरेस्ट गार्ड सहित छह लोगों की मौत हो गई। इस घटना के बाद से मेघालय सरकार ने सात जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं, जबकि असम पुलिस ने सीमावर्ती जिलों में अलर्ट जारी किया है।

मेघालय के CM ने की PM मोदी से शिकायत
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत सरमा को टैग करते हुए ट्वीट किया- असम पुलिस और फॉरेस्ट गार्ड्स ने मेघालय में प्रवेश किया और फायरिंग की। हालांकि, असम पुलिस ने दावा किया कि ट्रक को राज्य के पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में एक वन विभाग की टीम ने रोका था और मेघालय के लोगों ने फॉरेस्ट गार्ड्स और पुलिसकर्मियों पर हमला किया था, स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए असम की ओर से फायरिंग की गई थी।

शिलांग के झालूपारा इलाके में बुधवार को महावीर पार्क के पास SUV में आग लगा दी गई।

शिलांग के झालूपारा इलाके में बुधवार को महावीर पार्क के पास SUV में आग लगा दी गई।

CM संगमा- मारे गए छह में से पांच मेघालय के निवासी
CM संगमा ने कहा कि मुकरोह गांव में मारे गए छह में से पांच मेघालय के निवासी थे और एक असम का है। मेघालय के CM ने हर मृतक के परिजनों के लिए 5 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। असम सरकार ने भी कहा कि वह प्रत्येक मृतक के परिवारों को मुआवजे के रूप में 5 लाख रुपए प्रदान करेगी।

मेघालय के मंत्रियों की शाह से मुलाकात
मेघालय के मंत्रियों का एक दल 24 नवंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेगा और मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी से कराने की मांग करेगा। हालांकि, असम सरकार ने कहा कि वह एक केंद्रीय या तटस्थ एजेंसी को जांच सौंप देगी।

हिंसा के बाद असम पुलिस पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले के पास, दोनों राज्यों की ओर से दावा किए जाने वाले एक सीमावर्ती गांव उमलापर में चौकसी बरत रही है।

हिंसा के बाद असम पुलिस पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले के पास, दोनों राज्यों की ओर से दावा किए जाने वाले एक सीमावर्ती गांव उमलापर में चौकसी बरत रही है।

दोनों राज्य में सीमा को लेकर विवाद
मेघालय और असम दोनों राज्यों के बीच 884.9 किलोमीटर लंबी अंतरराज्यीय सीमा के साथ लगे 12 क्षेत्रों में लंबे समय से विवाद चल रहा है। जिस स्थान पर मंगलवार को हिंसा हुई, वह उनमें से एक है। दोनों राज्यों ने इस साल मार्च में दिल्ली में शाह की उपस्थिति में उनमें से छह इलाकों में विवाद को समाप्त करने के लिए एक समझौते साइन किए थे। मेघालय को 1972 में असम से अलग किया गया था और तब से वह असम पुनर्गठन अधिनियम, 1971 को चुनौती दे रहा है, जिसने दोनों राज्यों के बीच सीमा का सीमांकन किया था।

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