मुरादाबाद में आग से जलकर 5 की मौत: मां को बचाने में टीचर बेटी और उसके तीन मासूम बच्चों की जान गई

मुरादाबाद5 मिनट पहले

मुरादाबाद में तीन मंजिला मकान में भीषण आग लग गई। हादसे में पांच लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। मृतकों में मां, बेटी और उसके तीन बच्चे हैं। हादसा रात करीब 7 से 7:30 बजे के बीच हुआ। चीख-पुकार सुन आसपास के लोगों ने रेस्क्यू कर 7 लोगों को बचा लिया।

मौके पर फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियां पहुंची हैं, जो आग बुझाने का प्रयास कर रही है। डीएम, एसपी भी पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए हैं। मकान में फंसे अन्य लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है। आग में झुलसे लोगों को जिला अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।

उत्तराखंड से शादी में शामिल होने आई थी बेटी
गलशहीद थानाक्षेत्र के लगड़े की पुलिया में इरशाद कुरैशी का तीन मंजिला घर है। वह टायर कारोबारी हैं और घर के नीचे ही गोदाम बना रखा है। इरशाद ने अपनी एक बेटी समा परिवार की शादी उत्तराखंड में की है। वह वहां पर सरकारी टीचर थी।

दूसरी बेटी की शादी चार मकान छोड़कर रहने वाले जावेद से की है। शुक्रवार को जावेद की दो बेटियों की शादी है। शादी में शामिल होने के लिए समा परवीन अपने तीन बच्चे नाफिया, इबाद और उमेमा के पहुंची थी। घर ज्यादा दूर नहीं है इसलिए समा अपनी अपने बच्चों के साथ मां के घर पर ही रुकी थी। घर पर और रिश्तेदार भी थे।

मां को बचाने में बेटी और उसके तीन बच्चों की मौत
गुरुवार रात करीब 7:30 बजे इरशाद के घर के ग्राउंड फ्लोर में बने गोदाम में शार्ट-सर्किट की वजह से आग लग गई। देखते ही देखते ही आग पूरे घर में फैल गई। समा बच्चों को लेकर बाहर निकल रही थी तभी उसने मां कमर आरा की चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनी। मां चलने में असमर्थ थीं तो वह उन्हें बचाने के लिए गई।

समा के पीछे-पीछे उसके तीनों बच्चे भी चले गए। इसी बीच पांचों लोग आग में बुरी तरह से फंस गए। जब तक लोग उन्हें निकालते पांचों की मौत हो गई। चीख-पुकार की आवाज सुन थर्ड फ्लोर में फंसे इरशाद के रिश्तेदारों को रेस्क्यू कर निकाला गया। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो शॉर्ट सर्किट की वजह से पहले टायर गोदाम में आग लगी थी। इसके बाद पूरी बिल्डिंग में फैल गई।

हादसे में इनकी गई जान
मरने वालों में 7 साल की नाफिया, 3 साल का इबाद, 12 साल की उमेमा, 35 साल की समा परवीन, 65 साल के कमर आरा हैं। शमा परवीन उत्तराखंड के रानीखेत की रहने वाली थीं। वह यहां अपनी मां कमर आरा के घर दो भतीजी की शादी में आई थीं। वह गवर्नमेंट स्कूल में टीचर थीं।

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