भारतीय नौसेना की यूनिट गाजा से लोगों को निकालने तैयार: एडमिरल हरिकुमार बोले- ओमान, अदन की खाड़ी और लाल सागर में है तैनाती

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बेंगलुरु22 मिनट पहले

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फाइल फोटो - Dainik Bhaskar

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भारतीय नौसेना पश्चिम एशिया में चल रहे संघर्ष के दौरान किसी भी इमरजेंसी इवेक्यूएशन की हालत में लोगों की मदद करने तैयार है। नौसेना की यूनिट ओमान, अदन की खाड़ी और लाल सागर में तैनात की गई है। यह जानकारी एडमिरल आर हरिकुमार ने बेंगलुरु में चल रहे सिनर्जी कॉन्क्लेव के दौरान दी।

न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा कि भारत पहले से ही गाजा के लोगों को राहत सामग्री और सहायता भेज रहा है।

जहाजों और सबमरीन्स की संख्या 170 करने की तैयारी
कॉन्क्लेव के दौरान एडमिरल हरिकुमार ने बताया कि भारतीय नौसेना अपने बेड़े का आकार बढ़ाने की तैयारी में है। उन्होंने कहा- जहां तक ​​भारत के राष्ट्रीय समुद्री क्षेत्र का सवाल है, नौसेना के रूप में हमारा काम राष्ट्रीय हितों की रक्षा, संरक्षण, प्रचार और आगे बढ़ना है। अभी, हमारे पास पर्याप्त संसाधन हैं। हमारा बजट भी मजबूत है।

नौसेना के पास फिलहाल 130 जहाज और 220 एयरक्राफ्ट हैं। इन्हें 2035 तक 165-170 करने का लक्ष्य है। इसके लिए सभी आकार के 67 जहाज और पनडुब्बियों को बनाने का काम जारी है। 45 जहाजों और पनडुब्बियों के लिए स्वीकृति दे दी गई है।

तस्वीर INS मोरमुगाओ की है, जिसे 2022 में भारतीय नौसेना में शामिल किया है। इसका 75% हिस्सा स्वदेशी है।

तस्वीर INS मोरमुगाओ की है, जिसे 2022 में भारतीय नौसेना में शामिल किया है। इसका 75% हिस्सा स्वदेशी है।

कारवाड़ में अनमैन्ड स्क्वाड्रन भी तैनात
नौसेना प्रमुख ने कहा कि 2045 तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) कम्पलीट टेकओवर कर लेगा, ये अभी से कहना मुश्किल होगा। हमारा फोकस मैन्ड-अनमैन्ड टीमिंग पर है। उन्होंने बताया- हमें लगता है कि लूप में एक आदमी होना चाहिए, इसलिए मैन-अनमैन्ड टीमिंग को बड़े पैमाने पर आगे बढ़ाया जा रहा है। हमने कारवाड़ में एक अनमैन्ड स्क्वाड्रन स्थापित किया है। जहां अनमैन्ड एयर असेट्स, अनमैन्ड सरफेस और अंडर वाटर वेसल्स पर बहुत काम हो रहा है।

एडमिरल कुमार ने कहा कि भारतीय नौसेना यह देख रही है कि क्या उसके पास अनमैन्ड सर्विलांस एयरक्राफ्ट हो सकते हैं, जो एयरक्राफ्ट कैरियर को ऑपरेट कर सकें। रॉयल नेवी भी कुछ ऐसा ही सोच रही है, इसलिए हम भी इसमें रुचि रखते हैं और इसे आगे बढ़ाने के लिए उनके साथ काम कर रहे हैं।

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