बालासोर हादसे के 61 दिन बाद भी 29 शव लावारिस: AIIMS ने 162 शवों में से 113 परिजनों को सौंपे; हादसे में 295 लोग मारे गए थे

  • Hindi News
  • National
  • Odisha Balasore Train Accident Death Data; AIIMS On Bodies Identification

भुवनेश्वर13 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
बालासोर रेल हादसे की जांच अब पूरी हो चुकी है। यह भारत के सबसे बड़े रेल हादसों मे से एक है। - Dainik Bhaskar

बालासोर रेल हादसे की जांच अब पूरी हो चुकी है। यह भारत के सबसे बड़े रेल हादसों मे से एक है।

ओडिशा के बालासोर में 2 जून की शाम को भयावह ट्रेन हादसा हुआ था। इस हादसे में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 295 लोगों की मौत हुई थी। घटना के 2 महीने बाद भी 29 शवों की पहचान नहीं हो सकी है।

ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) की तरफ से मंगलवार को बताया गया कि इंस्टीट्यूट के पास 162 शव लाए गए थे, जिसमें से 113 शवों की पहचान कर उनके परिजनों को सौंप दिया।

CFSL से DNA आने के बाद सौंपे जाएंगे शव
AIIMS भुवनेश्वर के मेडिकल सुपरिनटैंडैंट दिलिप कुमार परीदा ने बताया कि AIIMS भुवनेश्वर को दो चरणों में 162 शव मिले थे। सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (CFSL) से बचे हुए शवों की आखिरी DNA सैंपल रिपोर्ट आने के बाद बचे शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा।

उन्होंने आगे कहा कि DNA रिपोर्ट आने के बाद भी जो शव लावारिस रह जाएंगे, उनके अंतिम संस्कार का फैसला राज्य सरकार और भुवनेश्वर नगर निगम लेगा।

राज्यसभा में रेल मंत्री बोले- गलत सिग्नलिंग की वजह से हुआ हादसा
21 जुलाई को हादसे के बारे में राज्यसभा में आम आदमी पार्टी से सांसद संजय सिंह और CPIM के सांसद जॉन ब्रिट्‌टस ने सवाल पूछा था। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया था कि हादसा सिग्नल सर्किट में परिवर्तन के कारण हुआ था। मामले की जांच रेलवे सुरक्षा कमिश्नर ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय के निगरानी में पूरी कर ली है।

ऐसे हुआ था हादसा
2 जून की शाम को चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस मेन लाइन के बजाय लूप लाइन में घुस गई, जहां मालगाड़ी खड़ी थी। ट्रेन मालगाड़ी से टकरा गई। कोरोमंडल और मालगाड़ी की कुछ बोगी बगल की ट्रैक पर बिखर गए। इसके थोड़ी देर बाद ही ट्रैक पर बिखरे डिब्बों से हावड़ा-बेंगलुरु एक्सप्रेस से टकरा गई। हादसे में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 295 लोगों की मौत हुई और 900 से ज्यादा लोग घायल हुए।

बालासोर हादसे की वजह सिग्नलिंग सिस्टम में खराबी
हादसे की जांच CBI कर रही है। एक जांच रेलवे बोर्ड की ओर से कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (CRS) ने भी की है। 3 जुलाई को CRS ने 40 पेज की रिपोर्ट बोर्ड को सौंपी।रिपोर्ट के मुताबिक, लेवल-क्रॉसिंग लोकेशन बॉक्स के अंदर तारों की गलत लेबलिंग की वजह से ऑटोमेटेड सिग्नलिंग सिस्टम में गड़बड़ी हुई। जो हादसे का कारण बनी। क्रॉसिंग लोकेशन बॉक्स में तारों की गलत लेबलिंग के बारे में सालों तक मालूम ही नहीं चला। मेंटेनेंस के दौरान भी इसमें गड़बड़ी हुई है।

मामलें से जूड़ी दैनिक भास्कर की और खबरें पढ़े…

19 PHOTOS से समझें ओडिशा ट्रेन हादसा, 17 डिब्बे पटरी से उतरे

ओडिशा ट्रेन हादसा दिल दहला देने वाला है। अब तक 288 लोगों की मौत हो चुकी है। 900 से ज्यादा यात्री घायल हुए हैं। हालांकि रेलवे ने 650 लोगों के घायल होने की पुष्टि की है। शुक्रवार शाम को जब हादसे की खबर आई थी तब किसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि यह इतना भयानक हो सकता है।पूरी खबर पढ़ें…

बालासोर ट्रेन हादसे में 7 अफसर सस्पेंड, रेलवे ने कहा- ये सतर्क होते तो हादसा नहीं होता

ओडिशा के बालासोर में पिछले महीने हुए ट्रिपल ट्रेन हादसे में CBI ने बुधवार को 7 अफसरों को सस्पेंड कर दिया है। इनमें गिरफ्तार होने वाले 3 रेलकर्मी भी शामिल हैं। यह जानकारी साउथ ईस्टर्न रेलवे के जनरल मैनेजर अनिल कुमार मिश्रा ने दी है। पूरी खबर पढ़ें…

खबरें और भी हैं…