पानीपत29 मिनट पहले
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अपनी प्रतिक्रियाएं देतीं हुईं नीरज चोपड़ा की मां सरोज देवी।
चीन में चल रहे एशियन गेम्स 2023 में भारत के गोल्डन ब्वाय नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर इतिहास दोहराते हुए गोल्ड मेडल जीता है। इस जीत पर नीरज के घर हरियाणा के पानीपत जिले के गांव खंडरा में खुशी का माहौल बना हुआ है। परिवार वालों ने अपनी अपनी प्रतिक्रियाएं दी है।
जिसमें उनकी मां सरोज देवी की प्रतिक्रियाएं बहुत सुर्खियां बटोर रही है। नीरज की मां ने पाकिस्तान के खिलाड़ी अरशद नदीम के लिए दुआएं दी हैं। उन्होंने अशरद के जल्द ठीक होने की कामना की है। दरअसल, पाकिस्तान के भाला फेंक खिलाड़ी अरशद नदीम ने एशियन गेम्स से नाम वापस ले लिया था। 4 अक्टूबर को होने वाले इवेंट से पहले वे चोटिल हो गए थे।
नीरज की जीत के बाद उनके दादा को लड्डू खिलाकर मुंह मीठा करवाते लोग।
प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाड़ी के बारे में कही ये बड़ी बात
नीरज की मां सरोज देवी ने कहा कि मैदान में अगर कड़ा मुकाबला होगा, तो ही खिलाड़ी को अपनी हुनर का पता लगेगा। उतार-चढ़ाव भी तभी ही माना जाता है। अगर, मैदान पर सभी बच्चे खेल रहे होते तो खुशी और भी ज्यादा होती। वहीं, उनसे पूछा गया कि आपके पिछले बयान की काफी प्रशंसा हो रही है कि आपने पाकिस्तान के खिलाड़ी की जीत की भी खुशी जाहिर की थी।
इस पर उन्होंने कहा था कि बच्चे तो सभी के बराबर होते हैं। जब एक बार मैच के दौरान नीरज को चोट लगी थी, तो दु:ख पूरे देश को ही नहीं, बल्कि प्रतिद्वंद्वियों को भी हुआ था। ऐसे ही पाकिस्तान का खिलाड़ी ठीक होता, तो खुशी और भी ज्यादा होती। हार-जीत से कोई मायना नहीं रखता। लेकिन अकेला खिलाड़ी मैदान में होगा, तो क्या निष्कर्ष निकलेगा।
अभी देश के लिए खेलने की उम्र, शादी की उम्र काफी है बाकी
नीरज की मां सरोज देवी ने कहा कि जेना किशोर के मेडल की भी ही उतनी ही खुशी है, जितनी नीरज की होती है। क्योंकि देश में अब एक नहीं, बल्कि दो मेडल आए। अभी जब तक नीरज के खेलने का मन है, तब तक उसकी शादी नहीं की जाएगी। रिश्ते तो रोजाना आ रहे है, लेकिन जब नीरज नहीं मानता, तो ऐसे रिश्तों का क्या करना। ये नीरज की देश के लिए खेलने की उम्र है। शादी की उम्र तो बाकी है। नीरज ने ही हमें मना किया हुआ कि उनके लिए कोई रिश्ता न देखा जाए। इसलिए हम भी नीरज पर दबाब नहीं बनाते हैं।
चूरमा की तारीफ होती है
इंडिया का खाना दूध, घी, दही, खीर, चूरमा, हलवा है। जबकि दूसरे देशों में पिज्जा, बर्गर, समौसे खाए जाते हैं। ये खाने के बाद तो खेल का परिणाम भी ऐसा ही होगा।