दानी डाटा ऐप से 4 हजार करोड़ का घोटाला हुआ: कांग्रेस का दावा, केंद्र से सवाल किया- पुलिस ने चीनी नागरिक का ऐप क्यों प्रमोट किया

नई दिल्ली5 मिनट पहले

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दानी डाटा ऐप से शिकार हुए लोगों में 15 से 75 साल के लोग शामिल हैं। ये सभी फुटबॉल में गहरी रुचि रखते थे। - Dainik Bhaskar

दानी डाटा ऐप से शिकार हुए लोगों में 15 से 75 साल के लोग शामिल हैं। ये सभी फुटबॉल में गहरी रुचि रखते थे।

कांग्रेस ने गुजरात और उत्तर प्रदेश में दानी डाटा ऐप से 4,000 करोड़ रुपये के घोटाले का दावा किया है। इस घोटाले में चीनी नागरिक वू उयानबे का नाम सामने आने के बाद कांग्रेस ने कई सवाल उठाए हैं।

कांग्रेस ने कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के राज्य में चीनी घुसपैठ हुई है। पुलिस चीनी नागरिक के बनाए ऐप का प्रचार क्यों कर रही थी? दानी डाटा ऐप को किसके इशारे पर प्रमोट किया गया?

गुजरात पुलिस ने फुटबॉल बेटिंग ऐप से 9 दिनों में 1,400 करोड़ की ठगी का खुलासा किया है। यूपी और गुजरात में 1200 लोग इसके शिकार हुए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस घोटाले का मास्टरमाइंड वू उयानबे चीन के शेन्जेन का रहने वाला है। उयानबे 2020 से 2022 के बीच भारत में था। गुजरात के पाटन और बनासकांठा जिलों में रहने के दौरान मई 2022 में उसने अपने साथियों के साथ मिलकर दानी डाटा ऐप लॉन्च किया था।

कांग्रेस ने केंद्र सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग की
दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने शुक्रवार को प्रेस कान्फ्रेंस में कहा- यह उस समय की घटना है, जब PM मोदी चुनाव प्रचार के लिए अक्सर गुजरात जाया करते थे। आखिर उस समय पुलिस क्या कर रही थी? वह पाकिस्तान की सीमा से सटे संवेदनशील शहरों में कैस रह रहा था? केंद्र सरकार को श्वेत पत्र जारी कर देश के लोगों को इसका जवाब देना चाहिए।

कांग्रेस ने कहा- प्रधानमंत्री कहते हैं कि उनकी जानकारी के बिना देश में कुछ भी नहीं होता है। या तो पीएम को पता नहीं था कि क्या हो रहा है या फिर उन्होंने सब कुछ जानते हुए भी अपनी आंखें और कान बंद कर लिए। दोनों ही स्थितियां देश के लिए खतरनाक हैं।

पवन खेड़ा ने कहा- जांच एजेंसियां विपक्ष के लिए रिजर्व
वहीं, कांग्रेस ने भाजपा पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया। खेड़ा ने कहा- केंद्र सरकार सिर्फ विपक्षी नेताओं के खिलाफ ED, CBI और SFIO का इस्तेमाल करती है। जब चीनी घोटालेबाज भारत के लोगों को लूटकर भाग जाते हैं, तब ये जांच नहीं करते हैं। ये एजेंसियां सिर्फ विपक्ष के लिए रिजर्व की गईं हैं।

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