त्रिपुरा में एक साल में 52 रोहिंग्या गिरफ्तार: इसी रास्ते असम पहुंचते हैं, हिमंता बोले- जो भी बिना पासपोर्ट-वीजा के आए, वो खतरा

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अगरतला6 घंटे पहले

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रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार से भारत आ रहे हैं। म्यामांर ने उनकी नागरिकता छीन ली थी। (फाइल) - Dainik Bhaskar

रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार से भारत आ रहे हैं। म्यामांर ने उनकी नागरिकता छीन ली थी। (फाइल)

त्रिपुरा पुलिस ने एक साल में 52 रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किया है। त्रिपुरा पुलिस के DIG इप्पर मांचक ने 31 जुलाई को यह बयान दिया। DIG ने कहा कि त्रिपुरा पुलिस रोहिंग्या घुसपैठ को लेकर सतर्क है।

त्रिपुरा पुलिस का रोहिंग्याओं की घुसपैठ रोकने के लिए अलग एक्शन प्लान है। पिछले दिनों असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा मामले मे चिंता जाहिर की थी।

रोहिंग्याओं के खिलाफ एक्शन प्लान

DIG मांचक ने कहा कि देश में अवैध तरीके से रहने वाले रोहिंग्याओं का पता लगने के लिए त्रिपुरा पुलिस के पास देश भर में नेटवर्क है। इनके खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार किया जा रहा है। साथ ही हमारी नजर उन दलालों पर भी है जो इनकी बॉर्डर से घुसपैठ में मदद करते है। हम ग्राउंड पर एक्टिव है और मामले में लीड्स मिल रही हैं। हम उत्तर पूर्वी राज्यों में काम कर रहे है और हमें वहां की पुलिस का सहयोग मिल रहा है।

असम सरकार ने मामले में चिंता जाहिर की

इससे पहले असम के CM हिमंता बिस्व सरमा ने मामले में चिंता जाहिर कर चुके है। उन्होंने कहा था कि इसमें ऐसे बहुत से दलाल है, जो रोहिंग्याओं को त्रिपुरा के रास्ते असम में ले आते है। देश में पासपोर्ट और वीजा के बिना घुसने वाला कोई भी हो, हमारे देश की सुरक्षा के लिए खतरा है।

रोहिंग्या मुस्लिम कौन है?

रोहिंग्या एक स्टेटलेस (राज्यविहीन) लोग है। इनमें ज्यादातर रोहिंग्या इस्लाम को मानते है। ये म्यांमार के रखाइन प्रांत से आते है। 1982 में बौद्ध बहुल देश म्यांमार ने रोहिंग्या की नागरिकता छीन ली थी। इससे उन्हें शिक्षा, सरकारी नौकरी समेत कई अधिकारों से अलग कर दिया गया। तब से म्यांमार में रोहिंग्या के खिलाफ हिंसा जारी है।

2017 में हुए रोहिंग्या के नरसंहार से पहले म्यांमार में उनकी आबादी करीब 14 लाख थी। 2015 के बाद से म्यांमार से 9 लाख से ज्यादा रोहिंग्या शरणार्थी भागकर बांग्लादेश और भारत समेत आसपास के अन्य देशों में जा चुके हैं। अकेले बांग्लादेश में रोहिंग्या की संख्या 13 लाख से ज्यादा है।

गृह मंत्रालय ने, UNHRC के हवाले से बताया कि भारत में दिसंबर 2021 तक 18 हजार रोहिंग्या मुस्लिमों के होने की जानकारी मौजूद है। सरकार के मुताबिक, देश में रोहिंग्या विशेषकर जम्मू-कश्मीर, हैदराबाद, दिल्ली-NCR, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मणिपुर में हैं।

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