जय देहाद्राई ने मोइत्रा के खिलाफ मानहानि केस वापस लिया: बोले- मैं शांति की पहल करने को तैयार, बशर्ते महुआ मेरे खिलाफ झूठ न फैलाएं

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नई दिल्ली5 मिनट पहले

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देहाद्राई ने दिल्ली हाईकोर्ट में मानहानि का मुकदमा दाखिल किया था। इसमें उन्होंने महुआ से 2 करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग की थी। - Dainik Bhaskar

देहाद्राई ने दिल्ली हाईकोर्ट में मानहानि का मुकदमा दाखिल किया था। इसमें उन्होंने महुआ से 2 करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग की थी।

वकील जय देहाद्राई ने TMC नेता महुआ मोइत्रा के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में दाखिल किए मानहानि केस को वापस ले लिया है। देहाद्राई ने इसे पीस ऑफरिंग यानी अपनी तरफ से शांति की पहल बताया है। इस साल की शुरुआत में देहाद्राई ने दिल्ली हाईकोर्ट में मानहानि का ये मुकदमा दाखिल किया था। इसमें उन्होंने महुआ से 2 करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग की थी।

उन्होंने अपनी शिकायत में कहा था कि जब से उन्होंने महुआ के खिलाफ संसद में पैसे लेकर सवाल पूछने की शिकायत CBI में दर्ज कराई, उसके बाद से महुआ ने उनकी इमेज खराब करने के लिए कैंपेन लॉन्च कर दिया है। उन्होंने कहा कि महुआ उनके खिलाफ गलत, अभद्र और अपमानजनक बातें फैला रही हैं।

देहाद्राई ने कहा था- महुआ की बातों से मेरी इमेज कड़वाहट से भरे पूर्व प्रेमी की बनी
इस केस में देहाद्राई ने कहा था कि मोइत्रा की बातों से देहाद्राई के दोस्तों, परिवार और कलीग्स के बीच देहाद्राई की इमेज खराब हुई। इन लोगों ने देहाद्राई को ऐसे शख्स के तौर पर देखना शुरू कर दिया, जो एक रिश्ता टूटने की वजह से कड़वाहट से भर गया है और अब बदला लेने के लिए झूठी शिकायतें दर्ज करा रहा है।

गुरुवार को देहाद्राई के वकील ने कोर्ट में कहा कि अगर मोइत्रा देहाद्राई के खिलाफ झूठी बातें फैलाना बंद करने के लिए राजी हों, तो इस केस को यहीं खत्म किया जा सकता है। वकील ने कहा कि न्यायपालिका का समय ऐसे केस में बर्बाद करना सही है, जिसे दोनों पार्टियां मिलकर खुद खत्म कर सकते हैं। अगर केस वापस लेने से दोनों पार्टियों के बीच जंग रुक सकती है, तो ये कदम सही है।

देहाद्राई के आरोपों के बाद महुआ को लोकसभा से निष्कासित किया गया था
देहाद्राई ने पिछले साल महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगाया था। इस के बाद 8 दिसंबर को महुआ को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया। इसके बाद महुआ ने जय देहाद्राई और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ केस दाखिल किया था। मुहआ ने मांग की थी कि देहाद्राई और दुबे को उनके खिलाफ फेक और अपमानजनक बातें पोस्ट करने से रोका जाए।

हाईकोर्ट के जज बोले- अगर दोनों पार्टियां अपना व्यवहार सुधार सकें, तो ये अच्छा होगा
जज ने कहा कि अगर दोनों तरफ की लगाए गए आरोप-प्रत्यारोपों को पब्लिक डोमेन से बाहर कर दिया जाए, अगर कहीं कोई संभावना है कि दोनों पार्टियां संयमित व्यवहार कर सकें, तो बेहतर होगा। जज ने कहा कि दोनों पार्टियों के बीच इस विवाद से जुड़े कई केस हाईकोर्ट में पेंडिंग पड़े हैं।

देहाद्राई बोले- मैं शांति की पहल करते हुए केस वापस लेना चाहता हूं
कोर्ट में मौजूद देहाद्राई ने कहा कि वे बिना शर्त केस वापस ले लेंगे। देहाद्राई ने कहा कि मैं केस वापस लेना चाहता हूं। मैं अपनी तरफ से शांति की पहल करते हुए केस वापस ले लूंगा। कोर्ट ने देहाद्राई की बात मानते हुए केस को खारिज कर दिया।