घर पहुंचते ही मां को पहनाया मेडल: मूसेवाला के गानों पर भंगड़े के साथ हुआ विकास ठाकुर का स्वागत

विवेक शर्मा5 घंटे पहले

जालंधर बायपास रोड़ स्थित एल्डेको होम्स में शनिवार शाम चहल-पहल का महौल था। ऐसा लग रहा था किसी की शादी की तैयारियां चल रही हों। कोई सजावट में लगा था तो कोई LED स्क्रीन ठीक करा रहा था। ये सब तैयारियां लुधियाना के लाड़ले विकास ठाकुर के स्वागत समारोह की थीं।

वे बर्मिंघम से कॉमनवेल्थ गेम्स का सिल्वर मेडल जीतकर जो ला रहे थे। दोराहा से रोड़ शो के बाद जैसे ही विकास की कार कॉलोनी में घुसी। सब भारत माता की जय के नारे लगाने लगे। वे अपने सीने से तिरंगा लगाए हुए थे। घर पहुंचते ही विकास ने सिल्वर मेडल अपनी मां को पहना दिया और मां ने भी बेट को गले से लगा लिया। फिर विकास की माता आशा ठाकुर और बहन अभिलाषा ने उसकी आरती उतारी।

इस बीच, लुधियानावासियों और परिवार वालों ने ढोल पर भंगड़ा किया। यहां मूसेवाला के गाने भी बजाए गए। LED स्क्रीन पर विकास के मैच की वीडियो चलाई।

विकास ठाकुर की माता आशा ठाकुर बेटे का जीता मेडल गले में पहन विजयी चिन्ह बनाती हुई।

विकास ठाकुर की माता आशा ठाकुर बेटे का जीता मेडल गले में पहन विजयी चिन्ह बनाती हुई।

मां भावुक…बहन बोली- राखी का सबसे बड़ा उपहार
बेटे विकास को देख मां आशा भावुक हो गईं। लोगों ने विकास के स्वागत में खूब पटाखे फोड़े और फूलमालाओं से विकास को भर दिया। इस दौरान शादी के सवाल पर विकास ने कहा कि बस जब पिता लड़की देख लेंगे तभी करवा लेंगे शादी भी। बहन अभिलाषा ने कहा कि भाई ने राखी का सबसे बड़ा उपहार उसे दिया।

मूसेवाला के माता-पिता को मिले इंसाफ
विकास ने कहा- ‘मैच से पहले भी मैंने मूसेवाला के गाने सुने। मैं जब भी प्रैक्टिस करता था तब मूसेवाला के गाने चलते रहते। वे मेरे फेवरेट सिंगर थे।’ विकास ने मेडल जीतने के बाद उसी अंदाज में थपकी लगा उन्हें याद किया है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि मूसेवाला के माता-पिता को इंसाफ मिलना चाहिए। जो भी कोई मूसेवाला के कत्ल के आरोपी है उन्हें सजा मिलनी चाहिए।

मां को दिया बर्थडे गिफ्ट
विकास ठाकुर ने कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स में अपनी हैट्रिक पूरी कर ली है। साथ ही मां से किया वादा भी पूरा हो गया है। विकास ने कहा कि मां से वादा किया था कि उनके बर्थडे पर उसका फाइनल होगा और उसी दिन उनकी झोली में मेडल डाल उनकी मुराद पूरी करेगा। विकास ने 2014 में सिल्वर, 2018 में कांस्य पदक जीता था।

अपने फेन्स को अभिनंदन करते हुए विकास ठाकुर।

अपने फेन्स को अभिनंदन करते हुए विकास ठाकुर।

परिवार में दीपावली जैसा सेलिब्रेशन
विकास ठाकुर के लुधियाना आते ही पूरा परिवार खुशी से झूम पड़ा। पड़ोसियों ने घर आकर विकास को बधाई दी और खूब मस्ती की। परिवार के लिए आज दीपावली का त्योहार है।

प्रधानमंत्री मोदी से मिलता उत्साह
विकास ने कहा- ‘जब मैंने सिल्वर मेडल जीता तो PM नरेंद्र मोदी ने विजेता खिलाड़ियों से वीडियो कॉल पर बात की। प्रधानमंत्री से बात करने के बाद से खिलाड़ियों में उत्साह पहले से अधिक बढ़ा। कुछ ही दिनों में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान लुधियाना पहुंचकर विकास से मुलाकात करेंगे। इतना ही नहीं, वे विकास को स्वतंत्रता दिवस पर विशेष रूप से सम्मानित भी करेंगे।

7 वर्ष की आयु से शुरू कर दी थी प्रैक्टिस
विकास के पिता बृजराज बताते हैं कि विकास 3 वर्ष का था जब हिमाचल से पंजाब आया। उसे बचपन से ही खेलों से लगाव था। परिवार भी चाहता था कि वह खेलों में करियर बनाए। विकास को टीम स्पोर्ट्स में जाने की बजाय इंडिविजुअल गेम में जाने के लिए कहा। पहले विकास को बॉक्सिंग में जाना था, लेकिन लुधियाना में कोई बेहतरीन कोच न होने की वजह से उसे वेटलिफ्टिंग में जाना पड़ा। लुधियाना क्लब में वेटलिफ्टिंग की ट्रेनिंग ली।

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