CM शिंदे की कुर्सी पर बैठे डिप्टी CM अजित: विधानसभा अध्यक्ष ने कुर्सी से हटाया एकनाथ के पद का स्टीकर

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मुंबई27 मिनट पहले

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अजित की बगावत के बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं। अजित के समर्थक लगातार इस बात का दावा कर रहे हैं कि वो जल्द ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनेंगे। - Dainik Bhaskar

अजित की बगावत के बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं। अजित के समर्थक लगातार इस बात का दावा कर रहे हैं कि वो जल्द ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनेंगे।

महाराष्ट्र में मुंबई के नरीमन पॉइंट इलाके में गुरुवार (3 अगस्त) को एक कार्यक्रम में डिप्टी CM अजित पवार, CM एकनाथ शिंदे की कुर्सी पर बैठ गए। खुद महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने शिंदे की कुर्सी से उनके पद का स्टीकर हटाया और अजित को वहां पर बैठाया।

अजित की बगावत के बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं। अजित के समर्थक लगातार इस बात का दावा कर रहे हैं कि वो जल्द ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनेंगे। 27 जुलाई को NCP से राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल ने कहा था- अजित लोकप्रिय नेता हैं, इसलिए उन्हें आज नहीं तो कल मुख्यमंत्री बनने का मौका जरूर मिलेगा।

वहीं, विपक्ष भी लगातार दावा कर रहा है कि अजित CM बनने वाले हैं। 24 जुलाई को कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया था कि अजित 10 अगस्त को एकनाथ शिंदे की जगह राज्य के मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे।

2 जुलाई को अजित ने महाराष्ट्र के डिप्टी CM पद की शपथ ली थी।

2 जुलाई को अजित ने महाराष्ट्र के डिप्टी CM पद की शपथ ली थी।

विधानसभा अध्यक्ष अजित को अपने पास बैठाना चाहते थे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नरीमन पॉइंट इलाके में विधानसभा अध्यक्ष और दोनों उपमुख्यमंत्री मनोरा विधायक निवास के भूमि पूजन कार्यक्रम में पहुंचे थे। CM शिंदे निजी कारणों से कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए। भूमि पूजन कार्यक्रम के बाद मंच पर चंद्रकांत पाटिल, नीलम गोरे, रवींद्र चव्हाण, राहुल नार्वेकर, देवेंद्र फड़णवीस बैठे थे।

इस दौरान उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी मंच पर आए। उनकी सीट चंद्रकांत पाटिल और नीलम गोरे के बीच रखी गई थी। अजित पवार अपनी कुर्सी पर बैठे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की कुर्सी खाली थी।

ऐसे में नार्वेकर ने अजित से शिंदे की कुर्सी पर बैठने को कहा, लेकिन कुर्सी पर मुख्यमंत्री लिखा स्टीकर लगा हुआ था। नार्वेकर ने उन्हें अपने पास बैठाने के लिए CM की कुर्सी पर लगा स्टीकर हटा दिया। स्टीकर हटाने के बाद पवार उस कुर्सी पर बैठ गए, जिसके बाद कार्यक्रम शुरू हुआ।

2 जुलाई को अजित गुट के 9 विधायकों ने ली थी मंत्री पद की शपथ
2 जुलाई को NCP के 9 विधायक शिंदे कैबिनेट में शामिल हुए थे। इनमें अजित पवार को डिप्टी CM बनाया गया था। वो 13 साल में 5वीं बार डिप्टी सीएम बने थे।

इसके अलावा 8 अन्य विधायकों छगन भुजबल, धनंजय मुंडे, अनिल पाटिल, दिलीप वलसे पाटिल, धर्मराव अत्राम, संजय बनसोड़े, अदिति तटकरे और हसन मुश्रीफ ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी।

NCP के 9 मंत्रियों को मिलाकर महाराष्ट्र में अब 29 कैबिनेट मंत्री हो गए। 14 जुलाई को NCP के सभी 9 मंत्रियों को उनके विभाग भी मिल गए थे।

22 अप्रैल को अजित ने कहा था- 2024 क्यों, अब भी CM बनना चाहता हूं
22 अप्रैल को अजित पवार ने कहा था कि 2024 ही क्यों, अब भी मैं CM बनने की ख्वाहिश रखता हूं। दरअसल, पवार से मीडिया ने सवाल किया था कि क्या वह 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बड़े पद का लक्ष्य रख रहे हैं। इस पर जवाब देते हुए उन्होंने अपनी इच्छा जाहिर की थी।

NCP (शरद पवार गुट) ने बागी विधायकों को निलंबित करने के लिए दायर की याचिका
NCP संस्थापक शरद पवार गुट ने उन 9 विधायकों को अस्थायी तौर पर निलंबित करने की मांग की है, जिन्होंने अजित पवार का समर्थन किया है और शिंदे-फडणवीस सरकार में मंत्री पद की शपथ ली है।

इन विधायकों के खिलाफ NCP विधायक और ग्रुप लीडर जयंत पाटिल ने विधानसभा स्पीकर हाउस में याचिका दायर की है। याचिका में मांग की गई है कि इन विधायकों को अस्थायी तौर पर निलंबित करने की कार्रवाई की जाए।

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