CM पद से हटने के बाद उद्धव का पहला इंटरव्यू: बोले- दिल्ली ने महाराष्ट्र की पीठ में छुरा घोंपा, मेरे अस्पताल में रहते सारी प्लानिंग हुई

मुंबई2 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि उनके साथ विश्वासघात हुआ है। दिल्ली ने महाराष्ट्र की पीठ में छुरा घोंपा है। महाराष्ट्र सरकार गिराने की प्लानिंग तब की गई जब वे अस्पताल में भर्ती थे और हिलडुल भी नहीं पा रहे थे।

उद्धव ने कहा कि उनकी सबसे बड़ी गलती थी शिंदे गुट पर भरोसा करना। उद्धव ने शिंदे गुट से यह भी अपील की है कि वे बाला साहेब के नाम पर वोट न मांगें। यह बातें उन्होंने शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ को दिए इंटरव्यू में कही। मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद यह उनका पहला इंटरव्यू है।

शिंदे की इरादे शैतानी
नव-निर्वाचित मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा- ‘अगर मैंने उसे मुख्यमंत्री बना भी दिया होता तो उसके इरादे शैतानी हैं। सड़े हुए पत्तों को पेड़ से गिर ही जाना चाहिए। जिन्हें पेड़ ने सबकुछ दिया, वे खुद ही पेड़ को छोड़कर जा रहे हैं।’

उन्होंने आगे कहा- ‘जिन लोगों ने पार्टी से सबसे ज्यादा फायदा पाया, वही पार्टी छोड़कर गए। ये वो लोग थे, जो अपनी ही मां (असली शिवसेना) को निगल जाना चाहते हैं, लेकिन मां तो आखिर मां होती है। हम साधारण लोगों में से असाधारण लीडर्स बनाएंगे।

यह भी पढ़ें: किसे मिलेगा शिवसेना का तीर-कमान:EC ने शिंदे-ठाकरे से 8 अगस्त तक दस्तावेज मांगे

भाजपा पर भी किया हमला
शिंदे गुट के साथ गठबंधन बनाने वाली भाजपा पर निशाना साधते हुए उद्धव ने कहा- ‘अगर BJP ने 2019 में मेरी मांगें मान ली होतीं तो उनके लिए हमारे मन में इज्जत बढ़ जाती। भाजपा ने अब जाे किया है वह तब बेहद इज्जतदार तरीके से हो सकता था। उन्होंने इस बार जो करोड़ों रुपए खर्च किए हैं, वे बच जाते। दिल्ली ने महाराष्ट्र की पीठ में छुरा घोंपा है। जिन लोगों ने उनका खयाल रखा, अब वे उन्हें ही खत्म कर देना चाहते हैं।’

यह भी पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट पहुंचा उद्धव गुट:कहा – असली शिवसेना किसकी, अभी तय नहीं कर सकते, जल्दबाजी कर रहा चुनाव आयोग

हिंदुओं के बीच एकता खत्म करने की कोशिश की जा रही
उद्धव ने आगे कहा कि कुछ लोग हिंदुओं के बीच एकता को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि शिवसेना खत्म हो जाए ताकि वे हिंदुत्व के अकेले ब्रांड बने रहें। वे ठाकरे लोगों को शिव सेना से अलग करना चाहते हैं।

शिवसेना, कांग्रेस और NCP के गठबंधन महा विकास अघाड़ी के बारे में उद्धव ने कहा कि यह गठबंधन नवंबर 2019 में हुआ था। अगर यह प्रयोग एक गलती था तो लोग हमारे खिलाफ विद्रोह कर चुके होते। लेकिन अजीत पवार ने कभी मेरी आवाज छीनने की कोशिश नहीं की।

खबरें और भी हैं…