200 घंटे की बातचीत में तय हुआ G20 घोषणा पत्र: भारतीय शेरपा बोले- 300 बैठकों, 15 ड्राफ्ट के बाद बनी सहमति; थरूर ने की तारीफ

नई दिल्ली19 मिनट पहले

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ये फुटेज शनिवार की है जब PM मोदी ने घोषणा पत्र पर सहमति बनने की घोषणा की थी। - Dainik Bhaskar

ये फुटेज शनिवार की है जब PM मोदी ने घोषणा पत्र पर सहमति बनने की घोषणा की थी।

G20 समिट के पहले ही दिन शनिवार को दोपहर करीब 3:24 बजे PM मोदी दूसरे सेशन को संबोधित कर रहे थे। इस बीच उन्होंने एक घोषणा की। PM मोदी बोले- अभी-अभी एक खुशखबर मिल है।

हमारी टीम्स और सभी के हार्डवर्क से नई दिल्ली डिक्लेरेशन पर सहमति बन गई है। जिस टीम का PM मोदी ने जिक्र किया है उसमें G20 के शेरपा अमिताभ कांत ने अहम भूमिका निभाई है। इसके लिए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने उनकी तारीफ भी की।

शेरपा अमिताभ कांत ने ये तस्वीर शेयर की। इसमें वो डिप्लोमैट नागराज नायडू और ईनम गंभीर के साथ नजर आ रहे हैं।

शेरपा अमिताभ कांत ने ये तस्वीर शेयर की। इसमें वो डिप्लोमैट नागराज नायडू और ईनम गंभीर के साथ नजर आ रहे हैं।

यूक्रेन जंग था घोषणा पत्र का सबसे मुश्किल हिस्सा
शेरपा ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X (ट्विटर) पर लिखा- 200 घंटे तक बिना रुके चली बातचीत, 300 द्विपक्षीय बैठकें, 15 ड्राफ्ट के बाद सबसे मुश्किल हिस्सा रहे यूक्रेन जंग के मुद्दे पर सहमति बन सकी। इसके बाद G20 समिट का घोषणा पत्र पारित हुआ। अमिताभ कांत ने कहा कि इस दौरान दो अधिकारी नागराज नायडू और ईनम गंभीर ने उनका पूरा साथ दिया।

शशि थरूर बोले- बहुत खूब अमिताभ कांत, भारत के लिए गर्व का पल
वहीं कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी इसके लिए शेरपा कांत की तारीफ की। थरूर ने कहा- बहुत खूब अमिताभ कांत। ऐसा लगता है कि जब आपने IAS का ऑप्शन चुना तब IFS एक बेहतरीन डिप्लोमैट को दिया। रूस-चीन के साथ नेगोसिएशन के बाद एक रात पहले ही आपने फाइनल ड्राफ्ट तैयार किया। ये भारत के लिए गर्व का पल है।

सभी 83 पैराग्राफ सर्वसम्मति से हुए पास
अमिताभ कांत ने बताया- जब हमने G20 की अध्यक्षता की शुरुआत की थी तब PM मोदी ने कहा था कि भारत की प्रेसिडेंसी सबको साथ लाने वाली हो जो कुछ निर्णायक नतीजा दे सके। नई दिल्ली घोषणा पत्र में कुल 83 पैराग्राफ हैं और इन सब पर 100% सहमति बनी है।

इसके अलावा प्लैनेट, पीपुल, पीस और प्रॉसपेरिटी के टाइटल के साथ 8 पैराग्राफ जियोपॉलिटिकल मुद्दों पर केंद्रित हैं। इन पर भी सभी सदस्यों ने सहमति जताई है। सभी देशों ने सर्वसम्मति से नई दिल्ली लीडर्स डिक्लेरेशन का समर्थन किया है। इस पत्र में न कोई फुटनोट है और न ही कोई चेयर समरी। यह 100 प्रतिशत सर्वसम्मति वाला संपूर्ण वक्तव्य है।

तस्वीर G20 के नई दिल्ली घोषणा पत्र के कवर पेज की है।

तस्वीर G20 के नई दिल्ली घोषणा पत्र के कवर पेज की है।

37 पेज का घोषणा पत्र, इसमें 83 पैराग्राफ
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा- हमें चुनौतीपूर्ण समय में अध्यक्षता मिली। G20 का साझा घोषणा पत्र 37 पेज का है। इसमें 83 पैराग्राफ हैं। यहां मुख्य प्रस्तावों पर एक नजर…

  • सभी देश सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल पर काम करेंगे। भारत की पहल पर वन फ्यूचर अलायंस बनाया जाएगा।
  • सभी देशों को UN चार्टर के नियमों के मुताबिक काम करना चाहिए।
  • बायो फ्यूल अलायंस बनाया जाएगा। इसके फाउंडिंग मेंबर भारत, अमेरिका और ब्राजील होंगे।
  • एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य पर जोर दिया जाएगा।
  • मल्टीलैट्रल डेवलपमेंट बैंकिंग को मजबूती दी जाएगी।
  • ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं पर फोकस किया जाएगा।
  • क्रिप्टोकरेंसी पर ग्लोबल पॉलिसी बनाई जाएगी।
  • कर्ज को लेकर बेहतर व्यवस्था बनाने पर भारत ने कॉमन फ्रेमवर्क बनवाने की बात पर जोर दिया है।
  • ग्रीन और लो कार्बन एनर्जी टेक्नोलॉजी पर काम किया जाएगा।
  • सभी देशों ने आतंकवाद के हर रूप की आलोचना की है।

अफ्रीकन यूनियन को G20 की परमानेंट मेंबरशिप
समिट के पहले सेशन में भारत ने अफ्रीकन यूनियन को G20 का परमानेंट मेंबर बनाने का प्रस्ताव रखा था। बतौर अध्यक्ष सभी देशों की सहमति से PM मोदी ने जैसे ही इसे पारित किया, अफ्रीकन यूनियन के हेड अजाली असोमानी जाकर PM मोदी के गले लग गए। भारत के प्रस्ताव का चीन और यूरोपियन यूनियन ने भी समर्थन किया। यूनियन को मेंबरशिप मिलने से अफ्रीका के 55 देशों को फायदा होगा।

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