‘सुबह जिस क्लासरूम में पढ़ती…छुट्टी के बाद वहीं रेप होता’: पीड़िता बोली- गिरफ्तार 4 आरोपियों में 2 फर्जी, SP ने कहा- नाबालिग के रिश्तेदार ने 100% दुष्कर्म किया

11 मिनट पहलेलेखक: देवांशु तिवारी/ जितेंद्र कुमार मिश्रा

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16 साल की गुड़िया 10वीं में पढ़ रही है। वह चित्रकूट जिले की मानिकपुर तहसील की रहने वाली है। बीते 9 दिनों से स्कूल नहीं गई। आरोप है कि जिस स्कूल में वह पढ़ती है, वहीं के 4 अध्यापकों ने उसके साथ गैंगरेप किया। स्कूल परिसर में ही 5 महीने तक उसके साथ दरिंदगी होती रही। पीड़िता गर्भवती न हो जाए, इसलिए स्कूल के प्रिंसिपल और टीचर्स उसे गर्भ-निरोधक गोलियां खिलाते थे।

25 जुलाई 2023 शाम का वक्त था। गुड़िया घर पर पढ़ रही थी। मां किचन में रात का खाना बना रही थीं। अचानक गुड़िया के पेट में तेज दर्द शुरू हो गया। दर्द के मारे वह चारपाई से नीचे उतरकर कराहने लगी। वह जोर से चिल्लाई। किचन का सारा काम छोड़ मां भागते हुए उसके पास पहुंची। बोलीं- क्या हुआ। गुड़िया सिर्फ रोए जा रही थी।

पहले लगा कि माहवारी का दर्द है। लेकिन जब गुड़िया ने सच्चाई बताई तो मां के पैरों तले जमीन खिसक गई। बच्ची ने कहा- स्कूल की छुट्टी के बाद इरशाद सर मुझे एक्सट्रा क्लास के बहाने रोक लेते थे। जब पूरी क्लास खाली रहती तब वह मेरे साथ गंदा काम करते थे। पहले उन्होंने 2 महीने तक मेरे साथ गंदी हरकत की। फिर मोइन सर, आदित्य सर और प्रिंसिपल राकेश प्रताप सिंह सर ने भी बारी-बारी मेरा रेप किया। यह सुनकर गुड़िया की मां जोर-जोर से रोने लगीं।

  • इस हाई प्रोफाइल गैंगरेप केस में अध्यापकों के अलावा रिश्तेदार भी शामिल हैं। कुछ नेताओं के नाम भी सामने आए हैं। भास्कर की टीम पीड़िता से मिलने चित्रकूट पहुंची। उसने जो बताया वह हैरान करने वाला था। आइए सबकुछ शुरू से जानते हैं…

‘सुबह जिस क्लास में पढ़ती, दोपहर में वहीं गंदा काम होता’

बच्ची ने दैनिक भास्कर के रिपोर्टर (नीली शर्ट में) को बताया कि अरोपी टीचर उसे धमकी देते थे कि अगर बात बाहर आई तो दूसरे स्कूलों में भी एडमिशन नहीं मिल पाएगा।

बच्ची ने दैनिक भास्कर के रिपोर्टर (नीली शर्ट में) को बताया कि अरोपी टीचर उसे धमकी देते थे कि अगर बात बाहर आई तो दूसरे स्कूलों में भी एडमिशन नहीं मिल पाएगा।

कहानी शुरू होती है जुलाई 2022 से…घरवालों ने गुड़िया का एडमिशन मानिकपुर के आदर्श इंटर कॉलेज में 9वीं कक्षा में करवाया। वह बातचीत में तेज और पढ़ाई में अच्छी थी। एडमिशन के बाद 2 महीने तक सब नॉर्मल था। लेकिन फिर विज्ञान के टीचर इरशाद ने उसके करीब आना शुरू कर दिया।

गुड़िया ने बताया, “इरशाद सर मुझे प्रोजेक्ट वर्क पूरा करवाने के लिए छुट्टी के बाद स्कूल में रोकते। फिर ऊपर की तरफ बनी सबसे किनारे वाली क्लास में ले जाते। वहां न तो CCTV कैमरा लगा था। न ही कोई चेकिंग के लिए आता था। वह मुझे गलत तरीके से छूते। जब मैंने उनसे कहा कि मैं अपने घरवालों को बता दूंगी तो उन्होंने मेरा वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।”

“4-5 महीने से वह और मोइन, आदित्य और प्रिंसिपल सर मेरे साथ गलत काम करते रहे। विरोध करने पर स्कूल से नाम काट देने की धमकी देते। इसी के डर से मैंने अपने घरवालों को इस बारे में पहले कुछ नहीं बताया।”

प्रिंसिपल सर अस्पताल ले जाते, वहां गोलियां दी जाती थी…
गुड़िया ने बताया, “मेरे साथ गलत करने के बाद वह मुझे पीछे वाले गेट से बाहर जाने के लिए बोलते थे। क्योंकि उस तरफ ज्यादा चहल-पहल नहीं रहती थी। मैं प्रेग्नेंट न हो जाऊं, इस डर से प्रिंसिपल सर मुझे मानिकपुर CHC ले जाकर गर्भनिरोधक गोलियां भी खिलाते थे।”

“गोलियां खाने की वजह से मेरी तबीयत बिगड़ गई। मेरे पेट में दर्द होने लगा। फिर एकाएक तकलीफ बढ़ी तो मुझसे रहा नहीं गया। मैंने मम्मी से पूरी बात बता दी। सच्चाई जानकर मम्मी-पापा मुझे लेकर अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने चेकअप किया। कई जांचें हुईं।”

गुड़िया की मेडिकल रिपोर्ट में पता चला कि वह गर्भवती नहीं है। लेकिन उसके पेट और यूट्रस में सूजन है। अधिक मात्रा में गर्भनिरोधक गोलियों खाने से उसकी बच्चेदानी में स्वेलिंग आ गई थी। दवाओं के साइड इफेक्ट होने से बच्ची को तकलीफ होने लगी। ​​​​​

ये पीड़िता की मेडिकल जांच रिपोर्ट है, जिसमें पता चला था कि उसके यूट्रस में सूजन है।

ये पीड़िता की मेडिकल जांच रिपोर्ट है, जिसमें पता चला था कि उसके यूट्रस में सूजन है।

  • यहां रुकते हैं। अब तक आपने गुड़िया के साथ हुई दरिंदगी के बारे में जाना। आगे उसकी मां-पिता की बातों पर चलते हैं…

भाजपा नेता के दबाव में पीड़िता ने नहीं लिया प्रिसिंपल का नाम
गुड़िया की बात सुनकर उसकी मां उलझन में पड़ गईं। रात करीब 9 बजे वह पति और गुड़िया को लेकर मानिकपुर थाने पहुंचीं। उन्होंने थानेदार को एक-एक बात बताई लेकिन पहले दिन शिकायत नहीं लिखी गई।

गुड़िया की मां कहती हैं, “25 जुलाई की रात हम थाने गए थे। वहां मेरे परिवार को 2 घंटे तक बैठाए रखा गया। हमने शोर मचाया तब जाकर मेरी बेटी का बयान लिया गया। बयान लेने के बाद दरोगा साहब ने कह दिया कि कल सुबह आना। उन्होंने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि मेरी बेटी ने उस रात प्रिंसिपल राकेश और इरशाद के साथ 2 और शिक्षकों का नाम लिया था।”

“26 जुलाई की सुबह हम फिर से थाने पहुंचे। हमने देखा कि वहां ब्लॉक प्रमुख अरविंद मिश्रा पहले से ही मौजूद है। अरविंद क्षेत्र का जाना-माना भाजपा नेता है और प्रिंसिपल का खास भी। उसके कहने पर दरोगा ने मेरी बेटी का बयान पलटवा दिया। वह बार-बार यही कह रहा था कि जिसने बच्ची के साथ गलत किया वह अध्यापक पकड़ा जाएगा। तुम प्रिंसिपल साहब का नाम क्यों ले रही हो।”

  • पीड़ित परिवार ने यह आरोप लगाया है कि ब्लॉक प्रमुख के धमकाने पर 26 जुलाई को पीड़िता ने प्रिंसिपल राकेश प्रताप सिंह का नाम नहीं लिया। लेकिन 29 जुलाई को जब बच्ची के 164 के बयान लिए गए। उसमें गुड़िया ने 4 लोगों ( प्रिंसिपल राकेश प्रताप, इरशाद, मोइन और आदित्य) का नाम लिया था।

गुड़िया के बयानों के बाद एक्शन में आई पुलिस
10वीं कक्षा में पढ़ने वाली गुड़िया ने बेखौफ होकर पुलिस को हर एक जानकारी दी। उसके बयानों के आधार पर चित्रकूट SP वृंदा शुक्ला ने इस मामले की जांच में SIT का गठन कर दिया। स्पेशल टीम ने पीड़ित परिवार के आरोपों के आधार पर जांच-पड़ताल शुरू की। स्कूल के साथ-साथ मोहल्ले के CCTV फुटेज, मामले से जुड़े लोगों के मोबाइल कॉल डिटेल और आरोपियों से पूछताछ शुरू की गई। गुड़िया का मेडिकल टेस्ट हुआ। रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि हुई।

मानिकपुर छात्रा गैंगरेप मामले में इन 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। पुलिस ने जब यह तस्वीर जारी की तब अरोपियों के चेहरे ब्लर कर दिए गए।

मानिकपुर छात्रा गैंगरेप मामले में इन 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। पुलिस ने जब यह तस्वीर जारी की तब अरोपियों के चेहरे ब्लर कर दिए गए।

रिपोर्ट लिखे जाने के 5वें दिन यानी कि 30 जुलाई 2023 को पुलिस ने आदर्श इंटर कॉलेज के 3 शिक्षक और पीड़िता के एक रिश्तेदार (बुआ के लड़के) ओम प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया। ओम प्रकाश को उसकी और पीड़िता के बीच कॉल डिटेल के आधार पर अरेस्ट किया गया।

SIT के मुताबिक, ओम प्रकाश के कॉल रिकॉर्ड से यह बात सामने आई है कि रेप पीड़िता के साथ हुई दरिंदगी में वह भी शामिल था। फिलहाल, इस मामले में इरशाद, मोइन, आदित्य और ओम प्रकाश को जेल भेज दिया गया है। प्रिंसिपल के खिलाफ सबूत नहीं मिले। इसलिए उसे अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है।

पिता बोले- पकड़ना था रेपिस्ट को पुलिस ने रिश्तेदार को उठा लिया
मानिकपुर छात्रा गैंगरेप मामले में 4 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। लेकिन पीड़ित परिवार पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है। पीड़िता के पिता कहते हैं, “पुलिस ने जिन 4 लोगों को गिरफ्तार किया उनमें से 2 लोगों को फर्जी तरीके से पकड़ा गया है। हमारे भांजे को भी पुलिस ने 29 जुलाई को उठा लिया। उसे इस केस में जबरन आरोपी बनाया गया है जबकि वह निर्दोष है। वहीं, जिस आदित्य को पकड़ा गया है, वह कोई दूसरा व्यक्ति है। असली आरोपी आदित्य अभी भी फरार है।”

पीड़िता के मां-पिता उसे न्याय दिलवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाने को तैयार हैं। वह कहते हैं बेटी के अपराधियों को जेल भिजवाने के बाद ही चैन की नींद आएगी।

पीड़िता के मां-पिता उसे न्याय दिलवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाने को तैयार हैं। वह कहते हैं बेटी के अपराधियों को जेल भिजवाने के बाद ही चैन की नींद आएगी।

गुड़िया के पिता के मुताबिक, चित्रकूट पुलिस जानबूझकर प्रिंसिपल राकेश प्रताप को बचा रही है। क्योंकि उसे क्षेत्र के सांसद से लेकर बड़े भाजपा नेताओं का समर्थन मिला हुआ है। उन्हीं की सोर्स-सिफारिश पर पुलिस प्रिंसिपल को नहीं पकड़ रही है। अगर जल्द से जल्द सभी आरोपी नहीं पकड़े गए, तो वह पूरे परिवार के साथ आत्महत्या कर लेंगे।

आरोपी प्रिंसिपल फोन पर बात करने के लिए तैयार हो गया…
पीड़िता के घरवालों से बात करने के बाद हम आदर्श इंटर कॉलेज पहुंचे। वहां हमने स्कूल के शिक्षकों और बच्चों से बात की। गुड़िया के दोस्तों ने बताया कि उसने कभी भी इस बात की चर्चा उनसे नहीं की। कॉलेज के अध्यापकों ने पीड़िता के आरोपों को निराधार बताया।

हमने स्कूल के प्रिंसिपल राकेश प्रताप सिंह से फोन पर बात की। वह कहते हैं कि स्कूल में 1000 के करीब लड़कियां है और 1200 लड़के पढ़ाई करते हैं। आज तक किसी को कोई परेशानी नहीं हुई। अगर पुलिस को लगता है कि हम गलत हैं तो हमारा नार्को टेस्ट करा ले।

आरोपी प्रिंसिपल राकेश प्रताप सिंह।

आरोपी प्रिंसिपल राकेश प्रताप सिंह।

हम गिरफ्तार हुए 3 आरोपी अध्यापकों के घर भी पहुंचे, लेकिन 3 में से 2 के वहां ताला लगा मिला। पड़ोसियों ने बताया कि घरवाले थाने गए हुए हैं। वहीं, एक आरोपी के परिवार ने बात करने से मना कर दिया।

  • अब पुलिस की कार्रवाई पर चलते हैं…

SP बोलीं – पीड़िता के रिश्तेदार ने 100% किया रेप, बाकियों की जांच जारी
मानिकपुर छात्रा गैंगरेप मामले में पुलिस की कार्रवाई कहां तक पहुंची? ये जानने के लिए हम चित्रकूट SP वृंदा शुक्ला के कार्यालय पहुंचे। SP ने वीडियो बाइट देने से ये कहते हुए मना कर दिया कि अभी मामले की विवेचना पूरी नहीं हुई है। इसलिए वह ऑन कैमरा कुछ नहीं कह सकती हैं। हालांकि, वह ऑफ-कैमरा बात करने के लिए तैयार हो गईं।

SP वृंदा शुक्ला ने बताया, “छात्रा के साथ हुए गैंगरेप की पुष्टि होने के बाद 4 लोगों को जेल भेजा गया है। इसमें एक पीड़िता की बुआ का बेटा (फुफेरा भाई) है। हम पीड़िता के रिश्तेदार का फोन रिकॉर्ड और CDR चेक करने के बाद इस नतीजे तक पहुंचे हैं कि उसने 100% नाबालिग लड़की के साथ रेप किया है। बाकी 3 आरोपियों की संलिप्तता की भी जांच हो रही है।”

आरोपी प्रिसिंपल को अब तक क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया? इस सवाल के जवाब में वृंदा कहती हैं, “अभी तक की विवेचना में प्रिसिंपल राकेश प्रताप के खिलाफ कोई ठोस इविडेंस नहीं मिले हैं। पीड़िता का कहना है कि प्रिंसिपल ने उसे CHC ले जाकर गर्भनिरोधक गोलियां दीं। इसका भी कोई रिकॉर्ड हॉस्पिटल के पास नहीं है। न ही रजिस्टर में ऐसी कोई एंट्री है। इसलिए प्रिंसिपल की गिरफ्तारी नहीं हुई है।”

पीड़िता के बदलते बयानों से केस बन रहा कॉमप्लिकेटेड
मानिकपुर थाना प्रभारी वीर प्रताप सिंह ने बताया, “छात्रा के साथ हुए यौन शोषण के मामले में संदिग्धता नजर आ रही है। मामला तो हुआ, लेकिन बार-बार बदले हुए बयान भी सामने आए हैं। इससे केस उलझता जा रहा है। फिलहाल, पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच SIT कर रही है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।”

फिलहाल…

  • मानिकपुर छात्रा गैंगरेप मामले में SIT की जांच जारी है।
  • पुलिस संदिग्ध व्यक्तियों की धरपकड़ के लिए पूरे मंडल में दबिश दे रही है।
  • पीड़िता के परिवार का आरोप है कि पुलिस प्रभावशाली नेताओं के कहने पर प्रिंसिपल को गिरफ्तार नहीं कर रही।
  • गुड़िया दिन-रात सोचती है कि वह कब अपने स्कूल के बैग को दोबारा उठा पाएगी।
गुड़िया के घर की दहलीज में सिलाई मशीन के सिरहाने चारपाई पड़ी हुई है। गुड़िया इसी पर बैठकर स्कूल का होमवर्क करती थी। अभी बीते 9 दिनों ने उसने बैग खोला तक नहीं है।

गुड़िया के घर की दहलीज में सिलाई मशीन के सिरहाने चारपाई पड़ी हुई है। गुड़िया इसी पर बैठकर स्कूल का होमवर्क करती थी। अभी बीते 9 दिनों ने उसने बैग खोला तक नहीं है।

  • आखिर में यूपी में रेप के आंकड़ों से जुड़ा ये ग्राफिक देख लीजिए…

(नोट: पहचान छिपाने के लिए पीड़िता और उसके परिजनों का नाम और चेहरा बदल दिया गया है।)

ये तो थी मानिकपुर गैंगरेप की पूरी कहानी। ऐसी ही और खबरें आप नीचे दिए लिंक्स पर जाकर पढ़ सकते हैं…

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