सरकार बोली- सावरकर को भारत-रत्न देने के सुझाव आते हैं: लोकसभा में बताया- इसके लिए औपचारिक सिफारिश की जरूरत नहीं

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नई दिल्ली11 घंटे पहले

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केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को लोकसभा में बताया कि वीर सावरकर को भारत रत्न देने के सुझाव अलग-अलग जगहों से आते रहते हैं। इसके लिए किसी औपचारिक सुझाव की जरूरत नहीं होती। भारत रत्न किसे देना है, इस बारे में सरकार फैसला लेती है।

दरअसल, लोकसभा में एक सवाल में पूछा गया था- सरकार ने फ्रीडम फाइटर वीर सावरकर को भारत रत्न देने की दिशा में कोई कदम उठाया है? क्या सरकार को किसी जनप्रतिनिधि की ओर से इस बारे में सिफारिश मिली है।

गृह मंत्रालय ने 1 अगस्त को लोकसभा में एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी।

गृह मंत्रालय ने 1 अगस्त को लोकसभा में एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी।

भाजपा, शिवसेना जैसी पार्टियों के अलावा हिंदूवादी संगठन कई बार वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग कर चुके हैं। वहीं, कांग्रेस का कहना है कि सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी और उन्हें अंग्रेजों से हर महीने 60 रुपए की पेंशन भी मिलती थी। गांधी की हत्या में उनका नाम आया था, ऐसे शख्स को भारत रत्न नहीं दिया जाना चाहिए।

उधर, साल 2020 में भारत के संस्कृति मंत्रालय ने संसद में बताया कि अंडमान और निकोबार प्रशासन के पास ऐसा कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है, जिससे यह स्पष्ट हो कि सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी या नहीं।

उद्धव ठाकरे और संजय राउत भी सावरकर को भारत रत्न देने की मांग कर चुके हैं।

उद्धव ठाकरे और संजय राउत भी सावरकर को भारत रत्न देने की मांग कर चुके हैं।

उद्धव ठाकरे ने सावरकर को भारत रत्न देने की मांग की
उद्धव ठाकरे ने सितंबर 2019 में वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग की थी। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था- अगर सावरकर देश के पहले प्रधानमंत्री बने होते तो पाकिस्तान कभी अस्तित्व में नहीं आता।

हम गांधी और नेहरू के कामों से इनकार नहीं करते हैं। यह कहना ठीक है कि महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू ने देश के लिए योगदान दिया, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि किसी और ने भी राष्ट्र के विकास में योगदान नहीं दिया।

दिग्विजय सिंह बोले- सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी
साल 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में सावरकर को भारत रत्न देने की घोषणा की थी। इस पर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कहा- सावरकर के जीवन के दो पहलू थे। पहला- आजादी के आंदोलन में शामिल होना और दूसरा- माफी मांगकर (कालापानी से) वापस आने पर उनका नाम महात्मा गांधी की हत्या के साजिशकर्ताओं में दर्ज हुआ। हालांकि, सबूतों के अभाव में को बरी हो गए थे।

संजय राउत बोले- सावरकर महाराष्ट्र के सपूत
शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद संजय राउत ने फरवरी 2023 को केंद्र सरकार से अपील की थी कि वीर सावरकर को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए। उन्होंने कहा- वीर सावरकर महाराष्ट्र के महान व्यक्तित्व थे। वह महाराष्ट्र के वीर सपूत हैं। केंद्र सरकार को इस बारे में विचार करना चाहिए।

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