शाहजहां की कस्टडी लेने पहुंची CBI खाली हाथ लौटी: बंगाल पुलिस हेडक्वार्टर में 2 घंटे इंतजार किया; हाईकोर्ट ने सौंपने का आदेश दिया था

कोलकाता2 घंटे पहले

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CBI मंगलवार शाम 4:30 बजे शाहजहां शेख की कस्टडी लेने पहुंची थी। - Dainik Bhaskar

CBI मंगलवार शाम 4:30 बजे शाहजहां शेख की कस्टडी लेने पहुंची थी।

कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी मंगलवार 5 मार्च को शाहजहां शेख की कस्टडी CBI को नहीं मिली। केंद्रीय जांच एजेंसी बंगाल पुलिस हेडक्वार्टर से 2 घंटे के इंतजार के बाद खाली हाथ लौट गई।

हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को शाम 4.30 बजे तक शेख को CBI को हैंडओवर करने के आदेश दिए थे। इसके अलावा, शेख का केस CBI को ट्रांसफर करने को भी कहा था।

साथ ही इस केस से जुड़े सभी कागजात देने का भी आदेश दिया था। इसके बाद शाम 4:40 बजे CBI की टीम उसे लेने के लिए भवानी भवन पुलिस हेडक्वार्टर पहुंची। इससे पहले राज्य सरकार ने इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया।

इसके बाद रात को ED के अफसरों ने कलकत्ता हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को इस बारे में बताया। ED ने शिकायत की कि बंगाल पुलिस ने कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया है। चीफ जस्टिस ने ईडी को बुधवार 6 मार्च को आने की सलाह दी। अब कल सुबह 11 बजे सुनवाई हो सकती है।

शेख शाहजहां की ये तस्वीर 29 फरवरी की बशीरहाट कोर्ट की है। तब उसे 10 दिन की रिमांड पर भेजा गया था।

शेख शाहजहां की ये तस्वीर 29 फरवरी की बशीरहाट कोर्ट की है। तब उसे 10 दिन की रिमांड पर भेजा गया था।

हाईकोर्ट ने कहा- बंगाल पुलिस का रवैया पक्षपातपूर्ण
ED की याचिका पर कलकत्ता हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस टीएस शिवगणनम की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल पुलिस का रवैया पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण है। इसे देखते हुए निष्पक्ष और ईमानदार जांच की जरूरत है। हमें यह मानने में कोई हिचकिचाहट नहीं है कि राज्य की एजेंसियों से निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं है।’

कोर्ट ने कहा, ‘बंगाल पुलिस आरोपी को बचाने के लिए लुका-छिपी का खेल रही है। आरोपी राजनीतिक रूप से प्रभावशाली व्यक्ति है। वह बंगाल पुलिस की जांच को प्रभावित कर सकता है।’

दरअसल, कलकत्ता हाईकोर्ट ने ED की सीबीआई को केस ट्रांसफर करने की याचिका पर सोमवार को फैसला रिजर्व रखा था। इस साल 5 जनवरी को शेख के लोगों ने छापेमारी के दौरान ईडी के टीम पर हमला किया था।

ईडी और राज्य सरकार ने अलग-अलग याचिकाएं दायर कर सिंगल बेंच के 17 जनवरी के उस आदेश को चुनौती दी थी जिसमें बेंच ने ED अधिकारियों पर भीड़ के हमले की जांच के लिए सीबीआई और राज्य पुलिस की जॉइंट स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित करने का आदेश दिया था।

ED शाहजहां की 14 अचल संपत्तियां कुर्क कीं
ED ने मंगलवार को जानकारी दी कि शाहजहां शेख की 12.78 करोड़ रुपए की 14 अचल संपत्तियों कुर्क की गई हैं। इनमें सरबेरिया, संदेशखाली और कोलकाता में अपार्टमेंट, कृषि भूमि, मछली पालन की जमीन के अलावा जमीन और मकान शामिल हैं। वहीं, दो बैंक अकाउंट भी सीज किए गए हैं।

अब आगे क्या होगा
हाईकोर्ट ने राज्य पुलिस के सदस्यों के साथ एक SIT एसआईटी गठित करने के पहले के आदेश को भी रद्द कर दिया और राज्य को सभी कागजात तुरंत CBI को ट्रांसफर करने को कहा। अब नजात पुलिस स्टेशन और बोनगांव पुलिस स्टेशन में दर्ज तीन मामलों को सीबीआई को सौंपा जाएगा। इनके अलावा शेख पर अलग-अलग अपराधों में 42 से ज्यादा मामले दर्ज हैं।

शेख को ED की टीम पर हमले के केस में 29 फरवरी को नॉर्थ 24 परगना के मीनाखान इलाके से गिरफ्तार किया गया था। वह 55 दिन से फरार था। फिलहाल शाहजहां शेख अभी 10 दिन की पुलिस रिमांड पर है।

5 जनवरी को ED की टीम संदेशखाली में शेख शाहजहां के घर रेड डालने पहुंची थी। तब भीड़ ने टीम पर हमला कर दिया था, जिसमें ED अधिकारी घायल हो गए थे।

5 जनवरी को ED की टीम संदेशखाली में शेख शाहजहां के घर रेड डालने पहुंची थी। तब भीड़ ने टीम पर हमला कर दिया था, जिसमें ED अधिकारी घायल हो गए थे।

महिला अयोग ने राष्ट्रपति शासन की मांग की
इस बीच राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने मंगलवार को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से मिलकर पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। आयोग की टीम मंगलवार को राष्ट्रपति से मिलने पहुंची थी। टीम ने संदेशखाली में पीड़ित महिलाओं के बयानों की रिपोर्ट उन्हें सौंपी। इसमें पुलिस अधिकारियों, TMC नेता शाहजहां शेख और उसके गिरोह पर महिलाओं के शोषण और जमीनों पर कब्जे के आरोप हैं।

बेल के लिए वकील हाईकोर्ट पहुंचे थे, कोर्ट ने कहा- गिरफ्तार ही रहने दो
29 फरवरी को गिरफ्तारी के तुरंत बाद शेख शाहजहां के वकील जमानत के लिए हाईकोर्ट पहुंचे थे। कोर्ट ने कहा था- उसे गिरफ्तार ही रहने दो। अगले 10 साल तक ये आदमी आपको बहुत व्यस्त रखेगा। आपको इस केस के अलावा कोई और चीज देखने का मौका नहीं मिलेगा।

उसके खिलाफ 42 केस दर्ज हैं। वो फरार भी था। जो कुछ भी आपको चाहिए, आप 4 मार्च को आइए। हमारे पास उसके लिए कोई सहानुभूति नहीं है। हालांकि 4 मार्च की जगह 5 मार्च को सुनवाई हुई। पूरी खबर पढ़ें…

भाजपा नेता सुकांत मजूमदार बोले- भाजपा ने दबाव डाला, तब सरकार ने गिरफ्तारी की
शेख शाहजहां की गिरफ्तारी को लेकर बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि भाजपा की तरफ से लगातार इस मुद्दे पर प्रदर्शन किए गए, जिसकी वजह से बंगाल सरकार उसे गिरफ्तार करने को मजबूर हुई। सरकार तो अब तक शेख शाहजहां को आरोपी मानने से ही इनकार कर रही थी।

शाहजहां और उसके दो साथियों पर महिलाओं से गैंगरेप का आरोप
संदेशखाली में शाहजहां शेख और उसके दो साथियों शिबू हाजरा और उत्तम सरदार पर आरोप है कि वे महिलाओं का लंबे समय से गैंगरेप कर रहे थे। इस केस में शिबू हाजरा और उत्तम सरदार समेत 18 लोगों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

शाहजहां शेख TMC का डिस्ट्रिक्ट लेवल का नेता है। राशन घोटाले में ED ने 5 जनवरी को उसके घर पर रेड की थी। तब उसके 200 से ज्यादा सपोर्टर्स ने टीम पर अटैक कर दिया था। अफसरों को जान बचाकर भागना पड़ा। तभी से शाहजहां फरार था।

रविवार को बंगाल सरकार के दो मंत्री पार्थ भौमिक और सुजित बसु संदेशखाली के हालदारपाड़ा पहुंचे, तो महिलाएं इन पर बरस पड़ीं।

रविवार को बंगाल सरकार के दो मंत्री पार्थ भौमिक और सुजित बसु संदेशखाली के हालदारपाड़ा पहुंचे, तो महिलाएं इन पर बरस पड़ीं।

नॉर्थ 24 परगना जिले के संदेशखाली में हुआ क्या है
नॉर्थ 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं ने TMC नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने का आरोप लगाया था। इसके बाद संदेशखाली में स्थानीय महिलाओं ने प्रदर्शन किया था। उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी। पूरी खबर पढ़ें…

महिला प्रदर्शनकारियों ने 11 फरवरी को संदेशखाली में TMC नेता शिवप्रसाद हाजरा के फार्म हाउस को आग लगा दी थी।

महिला प्रदर्शनकारियों ने 11 फरवरी को संदेशखाली में TMC नेता शिवप्रसाद हाजरा के फार्म हाउस को आग लगा दी थी।

शाहजहां कैसे मजदूर से माफिया बना
आरोपी शाहजहां संदेशखाली में कहां से आया, ये कोई नहीं जानता। 2000-2001 में वो मत्स्य केंद्र में मजदूर था। सब्जी भी बेची। फिर ईंट-भट‌्ठे पर काम करने लगा। यहीं उसने मजदूरों की यूनियन बनाई। फिर सीपीएम से जुड़ा।

सिंगूर और नंदीग्राम आंदोलन में वामदलों की जमीन खिसकी तो 2012 में वो तृणमूल के तत्कालीन महासचिव मुकुल रॉय और उत्तर 24 परगना जिले के ताकतवर नेता ज्योतिप्रिय मलिक के सहारे पार्टी से जुड़ गया। जिस राशन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय शाहजहां को खोज रहा था, उसी केस में मलिक पहले से जेल में हैं। गांव वालों ने बताया कि शाहजहां के पास सैकड़ों मछली पालन केंद्र, ईंट भट्‌ठे, सैकड़ों एकड़ जमीन हैं। वो 2 से 4 हजार करोड़ की संपत्ति का मालिक है।

ED अफसरों पर शेख समर्थकों ने ही हमला किया था

ED ने आरोप लगाया था कि 1 हजार से ज्यादा लोगों ने उनकी कार पर हमला किया।

ED ने आरोप लगाया था कि 1 हजार से ज्यादा लोगों ने उनकी कार पर हमला किया।

पश्चिम बंगाल में कोरोना के दौरान कथित तौर पर हुए हजारों करोड़ रुपए के राशन घोटाले में ED ने 5 जनवरी को राज्य में 15 ठिकानों पर छापा मारा था। टीम नॉर्थ 24 परगना जिले के संदेशखाली गांव में शाहजहां शेख और शंकर अध्य के घर भी रेड डालने गई थी। इस दौरान उन पर TMC समर्थकों ने जानलेवा हमला किया था। इसमें तीन अधिकारी घायल हो गए थे। इसके बाद से शाहजहां फरार है। शाहजहां शेख के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। पूरी खबर पढ़ें…

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संदेशखाली पर बंगाल सरकार को हाईकोर्ट की फटकार: कहा- शाहजहां समस्या की जड़, उसे क्यों नहीं पकड़ा

संदेशखाली केस को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने 20 फरवरी को बंगाल सरकार को फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा- शुरुआती तौर पर ये साफ है कि टीएमसी नेता शाहजहां ने लोगों को नुकसान पहुंचाया। जिस शाहजहां पर रेप और जमीन हड़पने के आरोप हैं, ऐसा लगता है कि वो पुलिस की पहुंच से बाहर है। पूरी खबर पढ़ें…

ममता बोलीं- संदेशखाली RSS का गढ़:यहां तनाव पैदा करने की भयानक साजिश हो रही, यहां पहले भी दंगे हुए

पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं से यौन उत्पीड़न मामले में CM ममता बनर्जी ने गुरुवार (15 फरवरी) को विधानसभा में अपनी बात रखी। ममता ने कहा कि संदेशखाली में तनाव पैदा करने की भयानक साजिश चल रही है। संदेशखाली RSS का गढ़ है। वहां 7-8 साल पहले भी दंगे हुए थे। यह संवेदनशील स्थलों में से एक है। पूरी खबर पढ़ें…

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