लड़की झटपटाती रही, वो हाथ-पैर-सीना नोचते रहे: 6 पड़ोसियों ने खेत में कपड़े फाड़े, खुद वीडियो वायरल किया; पीड़िता अब गांव लौटना नहीं चाहती

4 मिनट पहलेलेखक: राजेश साहू और रक्षा सिंह

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एक 20 साल की लड़की जिसे रात 12 बजे पड़ोस के 6 लड़के घर से उठा ले गए। गन्ने के खेत से घसीटते हुए धान के खेत में उसे ले जाकर जमीन पर पटक दिया। जमीन पर पड़ी उस लड़की के शरीर को उन लड़कों ने नोंचा-खरोंचा। उसके कपड़े फाड़े। उसने जरा सी आवाज की तो मुंह दाब दिया। हाथ हल्का ढीला हुआ तो लड़की चिल्लाई, ‘पापा बचाओ।’ गांव वाले दौड़े तो वो लड़के भाग गए। उन आरोपियों ने इस पूरी घटना का वीडियो खुद ही रिकॉर्ड किया।

उन्होंने बाद में उस वीडियो को वायरल कर दिया। हम आपको वो वीडियो नहीं दिखा सकते। ना ही उस लड़की की तस्वीर दिखा सकते हैं। ये जरूरी भी नहीं है। जरूरी है तो उन लड़को को देखना जिन्होंने ऐसी हरकत करने की हिम्मत की। जिनके मन में ना समाज का डर था, ना पुलिस का और ना ही जेल जाने का। हम नीचे चार आरोपियों की फोटो दिखा रहे हैं। सबसे पहली इसे देखिए फिर बताते हैं आखिर उस रात लड़की के साथ क्या हैवानियत हुई।

6 लड़के घर में घुसे और बेटी को उठा ले गए
यह घटना मछलीशहर थाने से करीब 3 किलोमीटर दूर एक गांव की है। हम कीचड़ से सनी सड़क से होते हुए गांव में पहुंचे। यहां एक दलित परिवार मजदूरी व ई-रिक्शा चलाकर अपना घर चलाता था। रोज की तरह 14 अगस्त को भी सभी अपने-अपने कामों में लगे थे। शाम को घर के मुखिया ई-रिक्शा चलाकर वापस लौटे तो बेटी को आवाज दी। बेटी को उन्होंने बाजार से लाई कुछ सब्जी दी और उसे ही आज बनाने को बोल दिया। बीए कर रही 20 साल की बेटी ने रात में वही सब्जी बनाई और सबके साथ खाया।

रात करीब 10 बजे सभी सो गए। मां और पिता घर के बाहर सो गए। बेटी घर के बाहर बने छप्पर में सो गई। रात करीब 12 बजे गांव के ही 6 लड़के प्रमोद, विवेक, आशीष, विनोद, गोरे और पप्पू घर आए। उसमें से किसी एक लड़के ने पहले पिता फिर मां के चेहरे पर कुछ नशीला पदार्थ छिड़क दिया। उसके बाद वह बेटी को कुछ सुंघाते हैं और उसे अपने साथ लेकर चले जाते हैं। घर से करीब 100 मीटर दूर गन्ने का एक खेत था। वह लड़की को उसके बगल वाले धान के खेत में ले जाते हैं और हैवानियत करने लगते हैं।

बचने के लिए लड़की ने एक लड़के का चेहरा काट लिया
लड़की होश में नहीं थी। लड़कों ने उसके साथ दरिंदगी शुरू कर दी। प्रमोद उसे दोनों हाथों से पकड़ रखा था। आशीष उसकी गर्दन और मुंह पर जोर से हाथ रखे हुए था। जो और थे वह कभी लड़की के सीने को छूते तो कभी कमर को। लड़की छटपटा रही थी। किसी तरह से छूट जाना चाहती थी। लेकिन इन लड़कों की मंशा कुछ और थी। विवेक ने मोबाइल निकाला और वीडियो बनाना शुरू कर दिया। वीडियो में ये लड़के लड़की को नोचते और गंदी-गंदी गालियां दे रहे थे।

वह इन लड़कों के आगे बेबस हो गई। तभी आशीष अपना मुंह लड़की के मुंह के पास ले गया। लड़की ने उसकी टुड्डी पर दांत से जोर से काट लिया। वह चिल्लाई, पापा बचा लो। मम्मी बचा लो। रात के सूनसान में यह आवाज करीब 200 मीटर दूर तक गई। गांव के ही बीडीसी की आंख खुल गई। वह उठे और दूर से ही कहा, कौन है? कुछ और लोग भी उठ गए। वह खेत की तरह दौड़े। वो लड़के लड़की को तड़पता छोड़कर वहां से भाग गए।

लड़की के घर से 100 मीटर की दूरी पर यह वही खेत है जहां वो लड़के उसे घसीट कर ले गए।

लड़की के घर से 100 मीटर की दूरी पर यह वही खेत है जहां वो लड़के उसे घसीट कर ले गए।

रात के 1 बजे लड़की धान के खेत में निढाल पड़ी थी। मां-बाप भी खेत में भरे पानी के बीच भागते हुए वहां पहुंचे। वह उसे लेकर घर आए। लड़की सहमी हुई थी। वह कांप रही थी। वह अपनी मां को पकड़कर जोर से चिल्लाना चाहती थी। मां ने उसे गले लगा लिया। चुप रहने को कहा। उन्हें अपनी बेटी की स्थिति देखकर गुस्सा और रोना आ रहा था। लेकिन समाज में इज्जत चली जाने की भी चिंता थी। इसलिए वह घर के सामने मौजूद लोगों से अपने-अपने घर चले जाने को कहती हैं।

आरोपी ने पीड़िता की मां को खुद भेजा वीडियो
मां ने रात में ही बच्ची से पूछा कि क्या उन लोगों ने गलत काम किया? लड़की ने कहा, ‘उनकी कोशिश यही थी।’ मां ने बच्ची को समझाया और किसी तरह से सुला दिया। अगली सुबह 15 अगस्त था। दोपहर करीब 12 बजे आरोपी प्रमोद ने ही रात में बनाए वीडियो को पीड़िता की मां को भेज दिया। वीडियो देखकर मां सहम सी गई।

पहले पति को दिखाया फिर बेटी को दिखाकर वीडियो की पुष्टि की। वीडियो देखते ही बेटी रोने लगी। रोते हुए कहा कि अब मुझे नहीं जीना। वह आत्महत्या की बात करने लगी। घर के अंदर गई और फंदा बनाकर पंखे में लगा लिया। मैंने किसी तरह से उसे समझाया और पति के साथ मछलीशहर थाने गई। थाने में पूरी बात बताई लेकिन यहां पुलिस ने कोई मदद नहीं की।

अगले दिन पीड़िता के पिता और मां जौनपुर एसपी के पास पहुंचे। वीडियो दिखाया और बताया कि स्थानीय थाने की पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। उस वक्त तक यह वीडियो गांव के हर किसी के मोबाइल पर पहुंच गया था। एसपी ने घटना की गंभीरता को समझा और तुरंत ही टीम के साथ गांव में पहुंच गए। पुलिस ने छापेमारी करके 5 आरोपियों को गांव से ही गिरफ्तार कर लिया। प्रमोद घर से गायब मिला। उसके नहीं मिलने पर पुलिस उसके बड़े भाई प्रदीप को थाने ले गई। आशीष के साथ उसके पिता शेषमणि को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

पीड़िता की मां ने बताया कि आरोपी ने खुद ही उन्हें ये वीडियो भेजा था। पीड़िता ने जब वीडियो देखा तो वो आत्महत्या करने के लिए घर के अंदर भागी।

पीड़िता की मां ने बताया कि आरोपी ने खुद ही उन्हें ये वीडियो भेजा था। पीड़िता ने जब वीडियो देखा तो वो आत्महत्या करने के लिए घर के अंदर भागी।

आरोपी के भाई ने पीड़िता के पिता का सिर फोड़ा था
हमने पीड़िता की मां से पूछा कि क्या आपका इन लोगों से कोई विवाद था? वह बताती हैं, “पिछले साल रक्षाबंधन पर हमारे यहां कुछ रिश्तेदार आए थे। आशीष का भाई अंकित मेरे घर के सामने खड़ा होकर किसी को गाली दे रहा था। हमने कहा कि हमारे यहां रिश्तेदार आए हैं, कहीं और जाकर गाली दो। इतने में वह गुस्सा हो गया। वह गंदी-गंदी गालियां देने लगा और मुझे मारने के लिए आगे बढ़ा। मेरे पति ने मुझे हटा दिया तो उसने उनका सिर फोड़ दिया। हमने इस मामले में केस भी दर्ज करवाया। उसी मुकदमे को लेकर यह लोग हमारे पीछे पड़े हुए हैं।”

  • पीड़िता इस वक्त घर पर नहीं है। वह जौनपुर के अपने एक रिश्तेदार के घर है। उसकी मां कहती हैं, मेरी बच्ची बहुत डर गई है। वह कहती है कि अब मैं वापस गांव कैसे जाऊंगी। लोगों को क्या मुंह दिखाऊंगी। इसलिए मैं गांव में जाऊंगी ही नहीं।

अब आरोपियों की बात…

पीड़ित परिवार से बात करने के बाद हम घटना स्थल पर पहुंचे। उसके बाद आरोपियों के घर गए। वीडियो में सबसे ज्यादा बर्बरता करने वाले प्रमोद बिंद के घर पहुंचे तो उसकी बहन मिली। वह कहती हैं कि मुझे घटना की कोई जानकारी नहीं थी। जब वीडियो वायरल हुआ तो सबने देखा। बड़े भाई प्रदीप ने प्रमोद को डांटा। इससे नाराज होकर वह घर से चला गया। पुलिस जब घर आई तो वह प्रदीप को अपने साथ लेकर गई। कहा कि जब प्रमोद आएगा तब छोड़ा जाएगा।

सभी 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसमें तीन के पैर में चोट है।

सभी 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसमें तीन के पैर में चोट है।

इसके बाद हम आशीष के घर पहुंचे। वहां हमें कोई नहीं मिला। आसपास के लोग कुछ भी बोलने से इंकार करते रहे। यही हाल बाकी के आरोपियों का भी है। सभी आरोपी बालिग हैं। आशीष और प्रमोद के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक है। विवेक के पिता रिक्शा चलाते हैं। गोरे चवामिन का ठेला लगाता है। पप्पू हलवाई का काम करता है। विनोद कुछ नहीं करता। ये सारे आरोपी पढ़ाई छोड़ चुके हैं। गांव में ही खाली घूमते हैं।

वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने इस मामले में तेजी दिखाई। उन्होंने धारा 147, 354, 504, 506, 452, 328 और एससी-एसटी एक्ट के तहत सभी आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। पीड़िता की मां चाहती हैं कि ये मेरी बेटी को मार देना चाहते थे। इन सभी को आजीवन कारावास होनी चाहिए।

  • यह तो थी जौनपुर केस की बात। कुछ और खबर आप नीचे दिए लिंक पर पढ़ सकते हैं…

बच्ची को घर से घसीटा, गला दबाकर पेड़ पर टांगा:

16 साल की लड़की। किसी चीज की कोई दिक्कत नहीं थी। खुश थी। रात में खाना बनाया और घरवालों के साथ बैठकर खाया, फिर सो गई। रात करीब 12 बजे बाथरूम के लिए उठी। घर से करीब 30 मीटर दूर गई और फिर गायब हो गई। मां उठी और बच्ची को न देखकर डर गई। आसपास के लोगों को जगाया। सभी टार्च लेकर खोजने में लग गए।

आसपास के गांव तक लोग पहुंच गए। बच्ची नहीं मिली। करीब 2 घंटे बीत गए। कुछ लोग गन्ने के खेतों के बीच पहुंचे। वहां एक पेड़ पर बच्ची की लाश टंगी मिली। पैर जमीन से महज 4 इंच ऊपर थे। अपनी बेटी की ऐसी स्थिति देखकर मां के होश उड़ गए। पढ़ें पूरी कहानी…

7 साल में 4 बार रेप… 3 बार गर्भवती हुई

एक लड़की, उम्र करीब 25 साल, जिसके साथ उसके जीजा ने 7 साल तक रेप किया। बुआ का लड़का भी उसे गलत जगह छूता, घटिया बातें करता। लड़की इन सात सालों में 3 बार गर्भवती हुई। पेट दर्द करता, वो चीखती-चिल्लाती तो बुआ दर्द की दवा बताकर कोई दवा खिला देती। इससे दर्द शांत भी हो जाता। लड़की को बाद में पता चला कि वो दर्द की नहीं एबॉर्शन की दवा है। पढ़ें पूरी कहानी…

सुबह जिस क्लासरूम में पढ़ती…छुट्टी के बाद वहीं रेप होता’​​​​​​

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