मन की बात का 109वां एपिसोड: PM बोले-रामलला की प्राण प्रतिष्ठा ने करोड़ों लोगों को एक सूत्र में बांधा; गणतंत्र दिवस परेड में नारी शक्ति दिखी

  • Hindi News
  • National
  • PM Modi Mann Ki Baat; Fit India Abhiyan | Akshay Kumar, Viswanathan Anand

नई दिल्ली11 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
मन की बात का पहला एपिसोड 3 अक्‍टूबर 2014 को प्रसारित हुआ था। - Dainik Bhaskar

मन की बात का पहला एपिसोड 3 अक्‍टूबर 2014 को प्रसारित हुआ था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रेडियो प्रोग्राम मन की बात के 109वां एपिसोड पर देश को संबोधित कर रहे हैं। ये साल 2024 का पहला मन की बात कार्यक्रम है। संबोधन की शुरुआत पीएम मोदी ने गणतंत्र दिवस पर बात की।इसके अलावा पीएम ने 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पर भी बात की।

पीएम ने कहा कि दो दिन पहले हम सभी देशवासियों ने 75वां गणतंत्र दिवस बहुत धूमधाम से मनाया है। इस साल हमारे संविधान के भी 75 वर्ष हो रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट के भी 75 वर्ष हो रहे हैं। हमारे लोकतंत्र के ये पर्व, लोकतंत्र की जननी के रूप में भारत को और सशक्त बनाते हैं।

राममला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पीएम ने कहा कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर ने देश के करोड़ों लोगों को मानो एक सूत्र में बांध दिया है। सबकी भावना एक, सबकी भक्ति एक, सबकी बातों में राम, सबके हृदय में राम हैं। 22 जनवरी की शाम को पूरे देश ने रामज्योति जलाई, दिवाली मनाई।

पीएम ने फर्स्ट टाइम वोटर्स से अनुरोध किया कि वोटर लिस्ट में अपना नाम जरूर लिखवाएं। इसके साथ ही पंजाब केसरी लाला लाजपत राय और फील्ड मार्शल के.एम. करियप्पा की जयंती पर दोनों को श्रद्दांजलि दी।

अयोध्या में स्थापित की गई प्रतिमा करीब 4.5 फीट ऊंची है। यह सोने के सिंहासन पर विराजमान है।

अयोध्या में स्थापित की गई प्रतिमा करीब 4.5 फीट ऊंची है। यह सोने के सिंहासन पर विराजमान है।

पीएम बोले- इस साल गणतंत्र दिवस की परेड में नारी शक्ति की सबसे ज्यादा चर्चा हुई
पीएम ने कहा कि इस बार 26 जनवरी की परेड अद्भुत रही, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा परेड में नारी शक्ति की हुई। जब कर्त्तव्य पथ पर, केंद्रीय सुरक्षा बलों और दिल्ली पुलिस की महिला टुकड़ियों ने कदमताल शुरू किया तो सभी गर्व से भर उठे।

दरअसल, देश का 75वां गणतंत्र दिवस इस बार कई मायनों में खास रहा। इस साल कर्तव्य पथ पर परेड और झांकियों में महिलाओं की भागीदारी ज्यादा दिखी। 100 महिलाओं ने शंख, नगाड़ा और अन्य पारंपरिक वाद्ययंत्र बजाकर इसका आगाज किया। ये गणतंत्र दिवस के इतिहास में पहली बार हुआ।

गणतंत्र दिवस की परेड के इतिहास में पहली बार डेयरडेविल बाइकर्स टीम में सिर्फ BSF, CRPF और SSB की महिलाएं शामिल हुईं। इन्होंने 350CC रॉयल एनफील्ड बुलेट्स पर सवार होकर परेड रूट पर करतब दिखाया।

गणतंत्र दिवस की परेड के इतिहास में पहली बार डेयरडेविल बाइकर्स टीम में सिर्फ BSF, CRPF और SSB की महिलाएं शामिल हुईं। इन्होंने 350CC रॉयल एनफील्ड बुलेट्स पर सवार होकर परेड रूट पर करतब दिखाया।

पीएम ने अर्जुन पुरस्कार पाने वाली महिला खिलाड़ियों की तारीफ की
पीएम मोदी ने कहा कि इस बार अर्जुन अवॉर्ड समारोह में भी जिस एक बात ने लोगों का खूब ध्यान खींचा, वो थी अर्जुन पुरस्कार पाने वाली बेटियां और उनकी जिंदगी की कहानी। इस बार 13 महिला खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। इन महिला खिलाड़ियों ने कई बड़े टूर्नामेंट्स में हिस्सा लिया और भारत का परचम लहराया। शारीरिक चुनौतियां, आर्थिक चुनौतियां, इन साहसी और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के आगे टिक नहीं पाईं।

पीएम के मन की बात की प्रमुख बातें…

1. सेल्फ हेल्प ग्रुप्स- पीएम ने कहा कि एक और क्षेत्र है जहां महिलाओं ने अपना परचम लहराया है, वो है- सेल्फ हेल्प ग्रुप्स। आज महिला स्वयंसेवी समूहों की देश में संख्या भी बढ़ी है और उनके काम करने के दायरे का भी बहुत विस्तार हुआ है। वो दिन दूर नहीं, जब आपको गांव-गांव में खेतों में, नमो ड्रोन दीदियां, ड्रोन के माध्यम से खेती में मदद करती हुई दिखाई देंगी।

2. पद्म पुरस्कारों पर- पीएम ने कहा कि पद्म सम्मान पाने वालों में हर किसी का योगदान देशवासियों को प्रेरित करने वाला है। इस बार सम्मान पाने वालों में बड़ी संख्या उन लोगों की है, जो शास्त्रीय नृत्य, शास्त्रीय संगीत, लोक नृत्य, थिएटर और भजन की दुनिया में देश का नाम रोशन कर रहे हैं।

प्राकृत, मालवी और लम्बाडी भाषा में बहुत ही शानदार काम करने वालों को भी ये सम्मान दिया गया है। विदेश के भी कई लोगों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है जिनके कार्यों से भारतीय संस्कृति और विरासत को नई ऊंचाई मिल रही है । इनमें फ्रांस, ताईवान, मेक्सिको और बांग्लादेश के नागरिक भी शामिल हैं।

3. आयुष मंत्रालय की तरफ से डेटा वर्गीकरण पर: पीएम ने बताया कि मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है कि आयुष मंत्रालय ने आयुर्वेद, सिद्ध और यूनानी चिकित्सा से जुड़े डेटा और शब्दावली का वर्गीकरण किया है, इसमें, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी मदद की है।

दोनों की मिलीजुली कोशिशों से आयुर्वेद, यूनानी और सिद्ध चिकित्सा में बीमारी और इलाज से जुड़ी शब्दावली की कोडिंग कर दी गई है। इस कोडिंग की मदद से अब सभी डॉक्टर प्रिस्क्रिप्शन या अपनी पर्ची पर एक जैसी भाषा लिखेंगे।

4. वोटर्स डे पर: पीएम ने कहा कि इसी 25 जनवरी को हम सभी ने नेशनल वोटर्स डे मनाया। ये हमारी गौरवशाली लोकतांत्रिक परम्पराओं के लिए एक अहम दिन है। भारत का हर नागरिक, अपने लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल कर पाए, इसके लिए हमारा चुनाव आयोग, ऐसे स्थानों पर भी पोलिंग बूथ बनवाता है जहां सिर्फ एक वोटर हो। दुनिया के अनेक देशों में जहां वोटिंग पर्सेंट कम हो रहा है, भारत में ये बढ़ता जा रहा है।

PM मोदी ने नेशनल वोटर्स डे के मौके पर देश के उन युवाओं को संबोधित किया था, जो इस साल पहली बार वोट डालेंगे।

PM मोदी ने नेशनल वोटर्स डे के मौके पर देश के उन युवाओं को संबोधित किया था, जो इस साल पहली बार वोट डालेंगे।

108वें एपिसोड में PM ने मेंटल-फिजिकल हेल्थ पर जोर दिया था
PM मोदी ने मन की बात के 108वें एपिसोड पर फिट इंडिया अभियान पर चर्चा की थी। उन्होंने चेस ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद, एक्टर अक्षय कुमार और क्रिकेटर हरमनप्रीत कौर से मेंटल और फिजिकल हेल्थ की टिप्स सुनवाईं।

पीएम ने 108वें एपिसोड की शुरुआत 108 अंक के महत्व के बारे में बताते हुए की। उन्होंने कहा था कि हमारे यहां 108 अंक का महत्व, उसकी पवित्रता एक गहन अध्ययन का विषय है। 108 बार मंत्र जपा जाता है। मंदिरों में 108 सीढ़ियां होती हैं, इसलिए ये एपिसोड मेरे लिए और खास हो गया है।

इसके बाद मोदी ने फिट इंडिया, फिजिकल हेल्थ, मेंटल हेल्थ और न्यूट्रीशिन को लेकर लंबी चर्चा की। मोदी ने आखिर में भगवान श्रीराम के भजन को सोशल मीडिया पर शेयर करने की अपील की। उन्होंने कहा- हैशटेग श्रीराम भजन के साथ लोग अपनी रचनाएं शेयर करें। इससे देश के सभी लोग राममय हो जाएंगे। पूरी खबर यहां पढ़ें…

ये खबर भी पढ़ें…

PM ने 26/11 की 15वीं बरसी पर श्रद्धांजलि दी, कहा- अब हम आतंक को कुचल रहे हैं

पीएम मोदी ने 26 नवंबर को रेडियो प्रोग्राम मन की बात के 107वां एपिसोड में 26/11 हमलों में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को हम कभी नहीं भूल सकते हैं। आज ही के दिन देश पर सबसे जघन्य हमला हुआ था। पूरी खबर पढ़ें…

खबरें और भी हैं…