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मणिपुर17 मिनट पहले
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नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने मणिपुर के हिंसा प्रभावित इलाकों के मेडिकल छात्रों के लिए अस्थाई व्यवस्था की है। इसके तहत चुराचांदपुर में 4 मेडिकल कॉलेज के बच्चे ऑनलाइन और ऑफलाइन या दोनों तरह से क्लासेस अटेंड कर पाएंगे। इसके साथ ही आगे के एक्सटर्नल एग्जाम उसी मेडिकल कॉलेज में कराने के लिए एग्जामिनर की व्यवस्था की जाएगी।
राज्य सरकार ने 3 मई को मणिपुर में हिंसा फैलने के बाद से JNIMS, RIMS, CMC and SHIJA मेडिकल कॉलेज के छात्रों के लिए क्लासेस और परीक्षा कंडक्ट करने की अल्टरनेटिव व्यवस्था के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और NMC को पत्र लिखा था।
आयोग ने इंफाल का दौरा किया
अंडर-ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन बोर्ड के अध्यक्ष सहित आयोग के सदस्यों की एक टीम ने इंफाल का दौरा किया और मूल्यांकन के लिए राज्य के अधिकारियों और सभी चार मेडिकल कॉलेजों के डीन के साथ चर्चा की।
जिसके बाद, NMC ने फैसला कर बुधवार इसकी जानकारी मणिपुर सरकार को दी कि हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में 4 मेडिकल कॉलेजों के सभी छात्रों को चुराचांदपुर मेडिकल कॉलेज में ऑनलाइन या हाइब्रिड मोड पर क्लासेस लेने की अनुमति दी जाएगी। एक्सटर्नल एग्जाम उसी मेडिकल कॉलेज में कराने के लिए एग्जामिनर की व्यवस्था की जाएगी।
स्पेशल क्लासेस लगेंगी
साथ ही कम अटेंडेन्स और असाइंमेंट को स्पेशल क्लासेस के जरिए पूरा किया जाएगा।
साथ ही NMC ने कहा कि यह व्यवस्थाएं मणिपुर के हालातों को देखकर की गई हैं। यह सिर्फ तब तक के लिए हैं जब तक स्थितियां सामान्य नहीं हो जाती।
परीक्षा आयोजित करने के लिए बाहरी एग्जामिनर की व्यवस्था यूनिवर्सिटी या राज्य अधिकारी मणिपुर के बाहर से करेंगे। इंटरनल एग्जामिनर ऑनलाइन एसेसमेंट कर सकते हैं।
अब तक 175 की मौत, 1100 घायल
मणिपुर में पिछले 4 महीने से चल रही जातीय हिंसा में अब तक 175 लोग मारे गए हैं। 1100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इतना ही नहीं 5172 आगजनी के केस सामने आए, जिनमें 4786 घरों और 386 धार्मिक स्थलों को जलाने और तोड़फोड़ करने की घटनाएं शामिल हैं।
ये तस्वीरें मणिपुर में अलग-अलग घटनाओं से जुड़ी हैं। राज्य में पिछले चार महीनों से हिंसा जारी है।
हिंसा के बाद 65 हजार से ज्यादा लोगों ने घर छोड़ा
मणिपुर में अब तक 65 हजार से अधिक लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। 6 हजार मामले दर्ज हुए हैं और 144 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। राज्य में 36 हजार सुरक्षाकर्मी और 40 IPS तैनात किए गए हैं। पहाड़ी और घाटी दोनों जिलों में कुल 129 चौकियां स्थापित की गईं हैं।
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