मंत्री टेनी के बयान पर टिकैत का पलटवार, VIDEO: अजय मिश्रा ने कहा- कुत्ते भौंकते रहते हैं; राकेश टिकैत का जवाब- जैसी नस्ल, वैसा बोलेगा​​​​​​​

लखीमपुर3 घंटे पहले

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने लखीमपुर में अपने निजी कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत को 2 कौड़ी का आदमी बताया। मिश्रा ने अपने खिलाफ लखीमपुर में हुए किसानों के धरने पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, ‘कुत्ते भौंकते रहते हैं।’

बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में किसानों को गाड़ी से कुचलने के मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी का बेटा आशीष मिश्रा जेल में है।

  • खबर में आगे बढ़ने से पहले पोल में हिस्सा ले सकते हैं…

2.51 मिनट का वीडियो सामने आया
सोमवार को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में प्रभात गुप्ता हत्याकांड की सुनवाई थी। इस केस में अजय मिश्रा टेनी मुख्य आरोपी हैं। मिश्रा लखीमपुर में अपने निजी कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। इसमें उन्होंने अपने खिलाफ लखीमपुर में हुए किसानों के धरने के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया। इसी वीडियो में उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पर भी व्यक्तिगत टिप्पणी की। उन्होंने कहा, ‘मैंने जीवन भर कोई गलत काम नहीं किया है। जब समय आएगा तो जवाब दिया जाएगा।’

17 अगस्त को राकेश टिकैत लखीमपुर पहुंचे थे। यहां किसानों ने धरना दिया था।

17 अगस्त को राकेश टिकैत लखीमपुर पहुंचे थे। यहां किसानों ने धरना दिया था।

टिकैत बोले- गलत आदमी से 21 फीट दूर रहना चाहिए
वीडियो सामने आने के बाद राकेश टिकैत ने भी जवाब दिया है। उन्होंने कहा, ‘लखीमपुर में जो टेनी की दहशत है उसको खत्म करना है, क्योंकि टेनी का खुला घूमना ठीक नहीं है। इस तरह के लोग गलत बयानबाजी कर झगड़ा कराते हैं। पहले भी उन्होंने गलत बयानबाजी की। उन्होंने अपना लड़का फंसवा दिया, उसे सहारा देकर। कहा- जाओ भीड़ पर गाड़ी चढ़ा दो। जो जिस नस्ल का होता है जुबान से वही बोलेगा। उसी भाषा में बोलेगा। इन्हीं बयानों के चलते उनका लड़का एक साल से जेल में है।’

पवन का तंज- रस्सी जल गई पर ऐंठन नहीं गई
लखीमपुर में मारे गए पत्रकार रमन कश्यप के भाई पवन कश्यप ने कहा, ‘इनके बयान से किसी अनहोनी की आशंका नजर आ रही है। कोई अनहोनी न होने पाए, इसके लिए इन्हें बर्खास्त कर दीजिए। इनके जो बोल हैं, वो सुधर नहीं सकते। बर्खास्त होने के बाद ही इनका घमंड कम होगा। एक कहावत है- रस्सी जल गई पर ऐंठन नहीं गई।’

पवन कश्यप ने सरकार से मंत्री टेनी को बर्खास्त करने की मांग की है।

पवन कश्यप ने सरकार से मंत्री टेनी को बर्खास्त करने की मांग की है।

प्रियंका गांधी ने कहा- सत्ता के संरक्षण के नशे का असर देखिए
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बयान को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, ‘सत्ता के संरक्षण के नशे का असर देखिए। गृह राज्य मंत्री एक के बाद एक किसानों को अपमानित करने वाले बयान दिए जा रहे हैं। लखीमपुर किसान नरसंहार के पहले भी इन्होंने किसानों को धमकाया था। प्रधानमंत्री जी, दागी मंत्रियों को कब तक बचाते रहेंगे? कब तक इनकी बदजुबानी को हौसला देते रहेंगे?’

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का ट्वीट।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का ट्वीट।

अजय मिश्रा ने क्या कहा, पढ़िए…
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने 2.51 मिनट के वीडियो में कहा है, ‘काफिला चलता रहता है कुत्ते भौंकते रहते हैं। मान लीजिए हम लोग लखनऊ जा रहे हैं। लखनऊ गाड़ी से बैठकर जा रहे हैं। सड़क पर कई बार होता है कि कुत्ते भौंका करते हैं। कई बार कुत्ते गाड़ी के पीछे दौड़ने लगते हैं। मैंने आपको उनका स्वभाव बताया। इसके लिए मैं कुछ नहीं कहूंगा। जिसका जो स्वरूप होता है। उसके अनुरूप वह व्यवहार करता है, लेकिन हमारा ऐसा स्वभाव नहीं है।’

‘जो चीज जब सामने आती है। जब हिम्मत जुटा पाएंगे, तो मैं हर एक व्यक्ति को पूरा-पूरा जवाब देता हूं। (कार्यकर्ताओं से बोलते हुए) आपके भरोसे से, आपने जो मुझे ताकत दी है उससे मेरे अंदर बहुत आत्मविश्वास आया है। आप मुझे ऐसे ही ताकत देते रहिए। दुनिया की कोई ताकत आपको निराश नहीं होने देगी।

आप सब की ताकत के बल पर चाहे जितने राकेश टिकैत-फिकैत आवें। चूंकि मैं राकेश टिकैत को बहुत अच्छी तरह से जानता हूं। 2 कौड़ी का आदमी है वो। हमने देखा है कि दो बार चुनाव लड़ा, दोनों बार जमानत रद्द हो गई। इस तरह का व्यक्ति किसी का विरोध करता है, तो उसका कोई मतलब नहीं होता है। ऐसे लाेगाें को जवाब देने का कोई औचित्य नहीं होता है।’

‘लेकिन इसी से उनकी राजनीति और रोजी-रोटी चल रही है, तो वह चलाएं। समय आने पर जवाब दिया जाएगा। मैं इतना जरूर कह सकता हूं कि मैंने अपने जीवन में कोई गलत काम नहीं किया है। दुनिया की कोई भी ताकत…मैं सही के लिए लड़ रहा हूं। मैंने सौ में एक गलती भी नहीं की है। सत्य कभी हारता नहीं है।

कुछ पत्रकार भी अपने यहां इस तरह की बातें करते हैं, जो बेवकूफ हैं। उनका पत्रकारिता से कोई संबंध नहीं है, लेकिन ऐसी उल्टी-सीधी बातें करके भ्रम पैदा करने की कोशिश की जाती है।’

अजय मिश्रा ने यह विवादित बयान लखीमपुर में अपने निजी कार्यालय पर दिया है।

अजय मिश्रा ने यह विवादित बयान लखीमपुर में अपने निजी कार्यालय पर दिया है।

कार्यकर्ताओं के बीच खुद को आग का दरिया बताया
अजय मिश्रा टेनी ने अपनी बातचीत में खुद को आग का दरिया भी बताया। इस दौरान उन्होंने शेरो शायरी भी बोली। बोले, ‘मुझको तुम बरखा न समझो, आग का दरिया हूं। ये तो मजबूरी है मेरी अपने आप में जलता हूं मैं।’

पत्रकार को धमका चुके हैं अजय मिश्रा टेनी
मंत्री ने बीते साल दिसंबर में भी एक विवादित बयान दिया था। तब उन्होंने एक पत्रकार के साथ गलत व्यवहार किया था। पत्रकार ने टेनी से लखीमपुर कांड को लेकर SIT जांच में उनके बेटे का नाम आने पर सवाल पूछा था। सवाल सुनते ही मंत्री भड़क उठे और पत्रकार से अभद्रता करने लगे। जबकि वहां मौजूद दूसरे रिपोर्टर को मंत्री ने फोन बंद करने की धमकी भी दी थी। साथ ही टेनी कहते सुने गए कि ऐसा है बेवकूफी के सवाल मत करो…दिमाग खराब है क्या बे? फोन बंद कर बे।

लखीमपुर हिंसा का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा है।

लखीमपुर हिंसा का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा है।

पहले भी टेनी दे चुके हैं धमकी
26 सितंबर 2021 को टेनी का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें वे एक खुले मंच से कहते हैं, ‘आप भी किसान हैं। आप क्यों नहीं उतर गए आंदोलन में…अगर मैं उतर जाता तो उनको भागने का रास्ता नहीं मिलता। पीठ पीछे काम करने वाले 10-15 लोग यहां पर शोर मचाते हैं, तो फिर तो पूरे देश में आंदोलन फैल जाना चाहिए था।’

‘क्यों नहीं फैला 10-11 महीने हो गए? मैं ऐसे लोगों को कहना चाहता हूं सुधर जाओ, नहीं तो सामना करो। आकर हम आपको सुधार देंगे, दो मिनट लगेगा केवल। मैं केवल मंत्री नहीं हूं या केवल सांसद या विधायक नहीं हूं। जो लोग हैं विधायक या मंत्री बनने से पहले मेरे बारे में जानते होंगे कि मैं किसी चुनौती से भागता नहीं हूं।’

17 अगस्त को लखीमपुर में फिर एकजुट हुए थे किसान
अभी बीते 17 अगस्त को देश भर के किसान लखीमपुर में एकजुट हुए थे। इस कार्यक्रम में किसान नेता राकेश टिकैत भी पहुंचे थे। यहां पर किसानों ने अपनी मांगों को लेकर 75 घंटे का धरना प्रदर्शन भी किया था। दरअसल, किसान अभी तक केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के पद से अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफा न देने से नाराज हैं।

यह तस्वीर 3 अक्टूबर 2021 को हुई लखीमपुर हिंसा के बाद की है।

यह तस्वीर 3 अक्टूबर 2021 को हुई लखीमपुर हिंसा के बाद की है।

लखीमपुर में क्या हुआ था ?
लखीमपुर जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर नेपाल की सीमा से सटे तिकुनिया गांव में 3 अक्टूबर 2021 की दोपहर करीब तीन बजे काफी संख्या में किसान प्रदर्शन कर रहे थे, तभी अचानक तीन गाड़ियां (थार जीप, फॉर्च्यूनर और स्कॉर्पियो) किसानों को रौंदते चली गईं। घटना से आक्रोशित किसानों ने जमकर हंगामा किया। इस हिंसा में कुल 8 लोगों की मौत हो गई। इसमें 4 किसान, एक स्थानीय पत्रकार, दो भाजपा कार्यकर्ता शामिल थे।

यह घटना तिकुनिया में आयोजित दंगल कार्यक्रम में UP के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के पहुंचने से पहले हुई। घटना के बाद उप मुख्यमंत्री ने अपना दौरा रद्द कर दिया था। मामले में मुख्य आरोपी मंत्री टेनी का बेटा आशीष मिश्रा लगभग चार महीने से जेल में है।

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