मंगलुरु ब्लास्ट से पहले शारिक ने शिवमोगा में की रिहर्सल: साथियों को बम बनाने के वीडियो भेजे; अमेजन से खरीदा था बम का टाइमर

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बेंगलुरु7 मिनट पहले

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कर्नाटक के मंगलुरु में शनिवार को हुए ऑटो रिक्शा ब्लास्ट के आरोपी मोहम्मद शारिक ने अपने दो साथियों- सयैद यासीन, माज मुनीर अहमद- के साथ इस ब्लास्ट की रिहर्सल की थी। उन्होंने शिवमोगा जिले में तुंगा नदी के किनारे केम्मानगुड़ी में धमाका करने का एक्सपेरीमेंट किया और इसमें उन्हें सफलता भी मिली थी। इसके बाद मोहम्मद शारिक ने मंगलुरु में कुकर बम ब्लास्ट की तैयारी की, लेकिन बम रास्ते में ही फट गया।

पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि मुख्य आरोपी मोहम्मद शाारिक इस्लामिक स्टेट से प्रभावित था। वह लंबे समय से इस आतंकी संगठन के कॉन्टैक्ट में था। शारिक ने सयैद यासीन और मुनीर अहमद का ब्रेनवॉश करके उन्हें अपनी तरह कट्‌टर बना दिया था। इसके बाद उन्हें ISIS से जोड़ा। तीनों स्कूल में एकसाथ पढ़ते थे। सूत्रों के मुताबिक, शारिक का एक हैंडलर था जो आतंकी गतिविधियों को प्लान करने और पूरा करने में उसकी मदद करता था।

शिवमोगा जिले में तुंगा नदी का किनारा। इसी के आसपास आरोपी ने ब्लास्ट की रिहर्सल की थी।

शिवमोगा जिले में तुंगा नदी का किनारा। इसी के आसपास आरोपी ने ब्लास्ट की रिहर्सल की थी।

PDF फाइल और वीडियो से सीखा बम बनाना
मोहम्मद शारिक अपने साथियों सयैद यासीन और मुनीर अहमद को बम बनाने की PDF फाइलें और वीडियो भेजता था। इन लोगों ने अमेजन से बम के लिए टाइमर रिले सर्किट खरीदे थे। बम बनाने का बाकी सामान जैसे- 9 वोल्ट की दो बैटरियां, स्विच, तार, माचिस और बाकी विस्फोटक कर्नाटक के शिवमोगा से खरीदा।

बिटकॉइन में ट्रेडिंग करता था शारिक
पुलिस की रिपोर्ट में सामने आया है कि मोहम्मद शारिक बिटकॉइन ट्रेडिंग करता था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने दावा किया है कि शारिक अपने साथियों को क्रिप्टोकरेंसी भेजता था। उसके ये सभी साथी कुछ दिन पहले ही पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं। इसी बीच ये भी चर्चा है कि केंद्र सरकार मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) से करा सकती है। पूरी खबर यहां पढ़ें…

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