बेंगलुरु में 854 करोड़ की साइबर धोखाधड़ी: वॉट्सऐप-टेलीग्राम से फंसाया, ज्यादा रिटर्न का लालच देते थे; 6 गिरफ्तार

बेंगलुरु5 घंटे पहले

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जांच में पता चला है कि इस साइबर धोखाधड़ी के देशभर में 5,013 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से बेंगलुरु शहर में 17 मामले दर्ज किए गए। -सिम्बॉलिक इमेज - Dainik Bhaskar

जांच में पता चला है कि इस साइबर धोखाधड़ी के देशभर में 5,013 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से बेंगलुरु शहर में 17 मामले दर्ज किए गए। -सिम्बॉलिक इमेज

बेंगलुरु पुलिस ने 854 करोड़ रुपए की साइबर धोखाधड़ी पकड़ी है। 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन पर एक निवेश योजना की आड़ में देशभर से हजारों लोगों को ठगने का आरोप है। अधिकारियों ने शनिवार (30 सितंबर) को बताया कि इनसे 5 करोड़ रुपए और लैपटॉप, मोबाइल फोन, प्रिंटर, स्वाइपिंग मशीन समेत कई डिवाइस बरामद की गई हैं।

जांच में पता चला है कि इस साइबर धोखाधड़ी के देशभर में 5,013 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से बेंगलुरु शहर में 17 मामले दर्ज किए गए। बेंगलुरु में 49 लाख रुपए ठगे गए हैं।

बेंगलुरु में गिरोह से बरामद डिवाइस के साथ पुलिस अफसर।

बेंगलुरु में गिरोह से बरामद डिवाइस के साथ पुलिस अफसर।

पुलिस के मुताबिक, गिरोह ने पीड़ितों को वॉट्सऐप और टेलीग्राम व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के जरिए अपने जाल में फंसाया। शुरुआत में उन्हें यह कहकर कि एक हजार रुपए से 10 हजार रुपए का निवेश करें तो उन्हें हर दिन 1,000 रुपए से 5,000 रुपए का मुनाफा होगा। आरोपियों ने निवेश पर ज्यादा रिटर्न देने का वादा किया। लोगों का भरोसा जीतने के बाद उनसे बड़ी राशि जमा करानी शुरू कर दी।

ऑनलाइन पैसा लिया
हजारों पीड़ितों ने एक लाख से लेकर 10 लाख या उससे ज्यादा की राशि इन्वेस्ट की। पुलिस ने बताया कि पीड़ितों ने निवेश किया पैसा ऑनलाइन पेमेंट के जरिए अलग-अलग बैंक खातों में भेजा। निवेश प्रक्रिया पूरी होने के बाद जब पीड़ित पैसा निकालने की कोशिश करते तो उन्हें कभी वापस नहीं मिलता। आरोपियों ने ना तो इंटरेस्ट और ना ही जमा किया पैसा पीड़ितों को दिया।

84 बैंक खातों में जमा कराई गई राशि
पैसा मिलने के बाद आरोपी उसे मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े खातों में भेज देते। उन्होंने बताया कि कुल 854 करोड़ रुपए की राशि अलग-अलग राज्यों के 84 बैंक खातों में जमा कराई गई। इनमें से कुछ खाते फर्जी पते और पहचान का इस्तेमाल करके खोले गए थे। उन्होंने कुछ लोगों के सही बैंक खातों का भी इस्तेमाल किया और इसके लिए उन्हें कमीशन भी दिया।

यह पैसा क्रिप्टो करेंसी (बाइनेंस), पेमेंट गेटवे, गेमिंग ऐप के जरिए अलग-अलग ऑनलाइन पेमेंट गेटवे में भेजी गई।

आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंचे थे।

आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंचे थे।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर बी दयानंद ने कहा कि पहले भी सेंट्रल क्राइम ब्रांच (CC‌‌B) साइबर धोखाधड़ी का पता लगाने में सफल रही है। अपराधियों ने कुछ लोगों को उनके निवेश किए पैसे पर ज्यादा इंटरेस्ट का लालच देकर फंसा लिया।

तीन मास्टरमाइंड अभी नहीं पकड़े गए
पुलिस ने बताया कि आरोपी मनोज, पनींद्र, चक्रधर, श्रीनिवास, सोमशेखर और वसंत को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी बेंगलुरु के निवासी हैं। धोखाधड़ी के मास्टरमाइंड तीन अन्य आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उन्हें पकड़ने की कोशिश की जा रही है। गिरफ्तार सभी 6 आरोपियों ने अलग-अलग भूमिका निभाई।

पुलिस ने कहा कि उनमें से कुछ को वॉट्सऐप और टेलीग्राम के जरिए टारगेट की पहचान करने और उन तक पहुंचने का काम सौंपा गया था। जबकि अन्य का काम ठगी गई राशि को जमा करने और ट्रांसफर करने के लिए बैंक खातों की व्यवस्था करना था।

तीन महीने से काम कर रही थी पुलिस
पुलिस ने कहा कि CC‌‌B तीन महीने से इस मामले पर काम कर रही थी। तकनीकी निगरानी और अन्य महत्वपूर्ण सुरागों का पता लगाने के बाद पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में कामयाब रही।

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