पटियाला में शहीद जवान पंचतत्व में विलीन: मंत्री जौड़ामाजरा बोले- पत्नी को नौकरी देगी सरकार, अनंतनाग में मिली शहादत

पटियाला6 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
शहीद जवान को श्रद्धांजलि देते हुए मंत्री जौड़ामाजरा। - Dainik Bhaskar

शहीद जवान को श्रद्धांजलि देते हुए मंत्री जौड़ामाजरा।

कश्मीर के अनंतनाग में शहीद हुए पटियाला के समाना हलके के प्रदीप सिंह (27 वर्ष) मंगलवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनका पैतृक गांव बल्लमगढ़ में अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम यात्रा में शामिल सभी लोगों ने नम आंखों से शहीद को विदाई दी। इस दौरान शहीद को उनकी पत्नी सीमा रानी, ​​पिता दर्शन सिंह और भाई कुलदीप सिंह ने सलामी दी।

सैन्य सम्मान से शहीद को दी विदाई
इससे पहले शहीद जवान के पार्थिव शरीर को कश्मीर से वापस लाने के बाद बड़े काफिले के साथ गांव बल्लमगढ़ लाया गया। परिवार ने नम आंखों से शहीद को श्रद्धांजलि दी और उसके बाद पूरे सैन्य सम्मान और धार्मिक रीति-रिवाज के साथ जवान प्रदीप सिंह की चिता को मुखाग्नि दी गई।

शहीद की पत्नी को नौकरी देगी पंजाब सरकार
वहीं शहीद प्रदीप सिंह के अंतिम संस्कार पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की ओर से रक्षा सेवा एवं कल्याण मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किए। उन्होंने घोषणा की कि शहीद की पत्नी सीमा रानी को उनकी योग्यता के अनुसार पब्लिक कॉलेज समाना में असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्त किया जाएगा।

सेना ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर
भारतीय सेना के बिगुलर ने मातमी धुन बजाई और जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर शहीद को सलामी दी। पटियाला मिलिट्री स्टेशन के ब्रिगेडियर अंकुश ठाकुर, कर्नल अभिनव शर्मा और 19 आरआर से सूबेदार सुरिंदर सिंह, नायब सूबेदार तरलोचन सिंह और मंजीत सिंह समेत अन्य सैन्य अधिकारियों ने भी श्रद्धांजलि दी।

जिला प्रशासन ने दी श्रद्धांजलि
डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी, एसडीएम चरणजीत सिंह, एसएसपी वरुण शर्मा की ओर से एसपी सौरव जिंदल, डीएसपी नेहा अग्रवाल, जिला रक्षा सेवा कल्याण अधिकारी एम. एस रंधावा, पीए गुरदेव सिंह टिवाणा और अमरदीप सिंह सोनू थिंड ने भी श्रद्धांजलि दी। सैन्य अधिकारियों ने शहीद के ताबूत पर लपेटा गया तिरंगा शहीद की पत्नी को सौंपा।

2015 में फौज में भर्ती हुआ था मृतक
20 अप्रैल 1996 को जन्मे प्रदीप सिंह 21 दिसंबर 2015 को भारतीय सेना में शामिल हुए। अपना प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, वह 18 सिख लाइट इन्फेंट्री में शामिल हो गए। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग कश्मीर में भारतीय सेना की उत्तरी कमान 19 आरआर सिख लाइट इन्फेंट्री में थी और 13 सितंबर को अनंतनाग जिले के कोकरनाग में चल रहे सैन्य अभियान के दौरान वह शहीद हो गए। करीब 5 दिन बाद उनका पार्थिव शरीर बरामद हुआ। उनकी मां परमजीत कौर की पहले ही मौत हो चुकी है।

पत्नी बोली- पति की शहादत पर गर्व
प्रदीप की शादी सीमा रानी से दो साल पहले हुई थी। पत्नी इस समय गर्भवती है और परिवार नए सदस्य के आगमन को लेकर खुशियां मनाई जा रही थी। इस साल मई महीने में प्रदीप सिंह घर आए थे और करीब एक महीने की छुट्टी के बाद वह अपनी ड्यूटी पर वापस लौटे थे।

वहीं शहीद की पत्नी सीमा रानी, ​​भाई कुलदीप सिंह समेत ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें शहीद प्रदीप सिंह की शहादत पर गर्व है। उन्होंने कहा कि प्रदीप सिंह मई माह में छुट्टी पर गांव आया था और वह बहुत ही बहादुर और साहसी जवान था, जिसने देश के लिए लड़ते हुए शहादत हासिल की है।

खबरें और भी हैं…