पटना में शिक्षक कैंडिडेट्स पर पुलिस लाठीचार्ज का VIDEO: हाथ में तिरंगे के बावजूद लाठी बरसाते रहे ADM; इतना पीटा कि खून बहने लगा

पटना31 मिनट पहले

पटना में सोमवार को प्रदर्शनकारियों पर लाठी बरसाते ADM केके सिंह।

पटना में सोमवार को पुलिस ने बेरोजगार शिक्षक कैंडिडेट्स के प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज कर दिया। पटना के ADM केके सिंह ने तिरंगा लिए एक प्रदर्शनकारी पर जमकर लाठी बरसाई। इतनी लाठियां मारीं कि उसका खून बहने लगा। बाद में एक पुलिसकर्मी ने प्रदर्शनकारी से तिरंगा छीन लिया। मामले पर डिप्टी CM तेजस्वी यादव ने कहा है कि ADM को ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए था। जांच का आदेश दिया जा चुका है।

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नियुक्ति को लेकर किया जा रहा था प्रोटेस्ट
करीब 5 हजार CTET और BTET पास कैंडिडेट डाक बंगला चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया। पटना DM ने इस मामले में जांच का आदेश दिया है और 2 दिन में रिपोर्ट मांगी है। ये कैंडिडेट्स सातवें चरण की नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। भारी संख्या में पुलिस फोर्स और वाटर कैनन वहां तैनात थी। कैंडिडेट्स बिहार के नए शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे थे। वे सरकार से प्राथमिक विज्ञप्ति जारी करने की मांग कर रहे थे।

तेजस्वी बोले- ADM को ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए था
आनन-फानन में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव RJD कार्यालय पहुंचे और इस मामले पर सरकार का पक्ष रखा। तेजस्वी यादव ने कहा- आज की घटना शर्मनाक है। एडीएम को ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए था। शिक्षक अभ्यर्थी राजभवन मार्च कर रहे थे। हमने न्यूज में तस्वीरें देखी हैं। मेरी जिलाधिकारी से बात हुई है। जांच कमेटी बना दी गई है। ADM दोषी पाए गए तो उन्हें सजा मिलेगी।

युवक को पुलिस ने इतना पीटा कि उसके मुंह से खून निकल गया। वो तिरंगे से अपना सिर बचाने की कोशिश कर रहा था।

युवक को पुलिस ने इतना पीटा कि उसके मुंह से खून निकल गया। वो तिरंगे से अपना सिर बचाने की कोशिश कर रहा था।

प्रदर्शनकारी बोले- नए शिक्षा मंत्री से उम्मीद जगी थी
7वें चरण के नियोजन के लिए विज्ञप्ति जारी करने की मांग को लेकर 5 हजार कैंडिडेट्स ने डाक बंगला चौराहे को चार घंटे तक जाम रखा। अभ्यर्थी विकास ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द 7वें चरण की प्राथमिक विज्ञप्ति जारी करे। नए शिक्षा मंत्री के आने से उम्मीद जगी थी, लेकिन ये भी हमें घुमाने लगे। लाठीचार्ज में 28 लोग घायल हुए है। 5 से 6 अभ्यर्थी पीएमसीएच में भर्ती हैं।

बिहार में शिक्षक भर्ती परीक्षा 8 साल बाद हुई थी। नोटिफिकेशन 2019 में जारी किया गया था। जनवरी 2020 में ऑफलाइन मोड में परीक्षा हुई, लेकिन 2-3 सेंटरों पर फर्जीवाड़े की बात सामने आने पर उसे रद्द कर दिया गया। दोबारा परीक्षा सितंबर 2020 में हुई। तब ये ऑनलाइन हुई थी।

कैंडिडेट्स सातवें चरण की शिक्षक नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।

कैंडिडेट्स सातवें चरण की शिक्षक नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।

3 साल से नियुक्ति का इंतजार, लगातार प्रदर्शन की चेतावनी
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि तीन साल से अपॉइंटमेंट का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन शिक्षा मंत्री कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। शिक्षा विभाग हमारी मांग को अनसुनी करता आया है। नई सरकार बनने के बाद हम लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। समस्या जब तक नहीं सुलझेगी, हम लोग ऐसे ही प्रदर्शन करते रहेंगे।

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