फिरोजपुर8 मिनट पहले
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फिरोजपुर में भारत-पाकिस्तान सरहद के नजदीक जून महीने में पकड़ी गई उज्बेकिस्तानी महिला टंगियारोवा को रिहा कर दिया गया है। उसे जिला कानूनी सेवाएं अथॉरिटी फिरोजपुर की ओर से सरकारी खर्चे पर उसके देश भेजा जा रहा है ।
ये जानकारी जिला एवं सेशन जज फिरोजपुर कम चेयरमैन जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी वीर इंद्र अग्रवाल ने दी। इस अवसर पर जिला कानूनी समय अथॉरिटी की सचिव एकता उप्पल (चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट) और केंद्रीय जेल फिरोजपुर के सुपरडेंट भी मौजूद थे।
BSF ने पुलिस को सौंपा था
जिला एवं सेशन जज ने बताया कि जब इस महिला को हिरासत लिया गया, तब इससे उज़्बेकिस्तानी पासपोर्ट और एक पहचान-पत्र बरामद हुआ था। यह महिला भारत पाक सरहद पर स्थित गांव गटी राजोके में घूम रही थी। जिसे बीएसएफ द्वारा पकड़कर पुलिस के हवाले किया गया था।
महिला बुर्का पहनकर सरहदी गांव गट्टी राजोके पहुंची थी, जहां उसने पाकिस्तान में घुसने का प्रयास किया, लेकिन BSF जवानों ने उसे पकड़ लिया था।
महिला के बच्चे बीमार, काम की तलाश में आई थी
इस मामले मे गंभीरता के साथ की गई जांच पड़ताल के दौरान पता चला कि इस महिला के 3 बच्चे हैं। जो बीमार है। उनमें से एक बच्चे की सर्जरी होनी थी और इसे पता चला था कि भारत में जाकर इसे काम मिल सकता है। जिससे वह पैसे कमा कर अपने बच्चे का इलाज करवा सकती है।
पाकिस्तान घुसपैठ कर रही थी
फिर कुछ लोगों ने इसके कागजात रख लिए और इसे पाकिस्तान में जाकर काम करने के लिए गुमराह किया। उनके बहकावे में आकर यह उज्बेकिस्तान की महिला पाकिस्तान में घुसपैठ करने का प्रयास कर रही थी। जिस को गिरफ्तार कर लिया गया।
केस रद्द कर दिया गया
उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा जांच पड़ताल करने के बाद इसके खिलाफ दर्ज किया गया मुकदमा रद्द कर दिया गया है, जिसे अदालत द्वारा भी रद्द करने की मंजूरी दे दी गई थी और आज इस औरत को रिहा करके इसके देश वापस इसके देश भेज दिया जाएगा।
उज्बेकिस्तान सरकार ने भेजे कागज
जिला एवं सेशन जज ने बताया कि इस महिला के हालातों को देखते हुए जिला कानूनी सेवाएं अथॉरिटी फिरोजपुर ने उज्बेकिस्तान की सरकार के साथ संपर्क किया और इस महिला संबंधी जानकारी दी और उधर की सरकार द्वारा कागजात भेजने के बाद इसको वापस इसके घर भेजा जा रहा है।