पंजाब में DGP कुर्सी की ‘जंग’: परमानेंट डीजीपी वीके भावरा वापस लौट रहे, सरकार ने नोटिस भेजा; मूसेवाला मर्डर के बाद ली थी छुट्‌टी

चंडीगढ़14 घंटे पहले

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पंजाब में पुलिस महानिदेशक (DGP) की कुर्सी की नई जंग शुरू हो गई है। डीजीपी नियुक्त वीके भावरा की छुट्‌टियां खत्म हो गई हैं। उन्होंने आगे छुटि्टयां नहीं बढ़ाई। वह सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद छुट्‌टी पर चले गए थे। ऐसे में वह वापस लौटे तो फिर डीजीपी की कुर्सी पर आएंगे। जहां पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने गौरव यादव को कार्यकारी डीजीपी लगा रखा है।

इसे देखते हुए AAP सरकार ने वीके भावरा पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इंटेलिजेंस अलर्ट्स के ऊपर समय पर जरूरी एक्शन न लेने की वजह से उन्हें नोटिस जारी कर दिया है। हालांकि वीके भावरा या पंजाब पुलिस की तरफ से इस बारे में औपचारिक तौर पर कुछ नहीं कहा जा रहा है।

AAP सरकार ने गौरव यादव को कार्यकारी डीजीपी बनाया है।

AAP सरकार ने गौरव यादव को कार्यकारी डीजीपी बनाया है।

4 सितंबर को लौटेंगे परमानेंट डीजीपी भावरा
वीके भावरा को पिछली कांग्रेस सरकार ने डीजीपी लगाया था। UPSC से पैनल के बाद भावरा की नियुक्ति हुई थी। आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद भी वह इस पद पर बने रहे। हालांकि पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के 29 मई को कत्ल के बाद AAP सरकार के खिलाफ माहौल बन गया। AAP संगरूर चुनाव हार गई। जिसके बाद भावरा छुट्‌टी पर चले गए। वह सेंट्रल डेपुटेशन पर जाना चाहते थे लेकिन यह संभव नहीं हुआ। अब वह 4 सितंबर को वापस लौटेंगे।

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