नूपुर को मारने आया रिजवान पाकिस्तान में भी अपराधी: लाहौर में महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति तोड़ी थी, अब भारत में की घुसपैठ

श्रीगंगानगरएक घंटा पहले

अगस्त 2021 में रिजवान ने लाहौर में महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति तोड़ी थी।

नूपुर शर्मा को मारने भारत आया घुसपैठिया रिजवान (24) पाकिस्तान में इमरान सरकार को घेरने वाले कट्‌टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक से जुड़ा है। संगठन ने एक पूरा प्लान बनाकर उसे भारत भेजा था। अब राजस्थान के श्रीगंगानगर में IB, मिलिट्री इंटेलिजेंस, BSF और पुलिस उसके लोकल कनेक्शन को तलाश रही हैं।

सूत्रों के मुताबिक रिजवान ने ही अगस्त 2021 में पाकिस्तान के लाहौर में महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति तोड़ी थी। इस मामले में वह जेल भी जा चुका है। श्रीगंगानगर आए एडीजी (सिक्योरिटी) एस. सेंगाथिर ने बताया कि 16 जुलाई की रात करीब 11 बजे श्रीगंगानगर से लगे हिंदूमलकोट बॉर्डर फेंसिंग से रिजवान को पकड़ा गया था।

एडीजी का कहना है कि बिना स्थानीय मदद के इतनी बड़ी वारदात की साजिश संभव नहीं है। बुधवार को पूछताछ के दौरान रिजवान ने तहरीक-ए-लब्बैक से जुड़े होने की बात कबूली है। अब ऐसे लोगों को ढूंढा जा रहा है जो सोशल मीडिया के जरिए इस संगठन के संपर्क में आए हैं।

जांच एजेंसियों की नजर हर उस मैसेज पर है जो पाकिस्तान से लगे बॉर्डर इलाके के लोगों को भेजे जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि कुछ पाक संगठन लोगों को भड़का रहे हैं।

जांच एजेंसियों की नजर हर उस मैसेज पर है जो पाकिस्तान से लगे बॉर्डर इलाके के लोगों को भेजे जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि कुछ पाक संगठन लोगों को भड़का रहे हैं।

मोबाइल या सिम नहीं मिली
घुसपैठिए के पास धार्मिक किताबों के अलावा कुछ भी नहीं मिला है। उसके पास मोबाइल या सिम नहीं मिली है। वह बार-बार बस यही कहता है कि नूपुर शर्मा को मारने आया है। आरोपी खुद को 8वीं पास बता रहा है। एजेंसियों के अनुसार वह काफी शातिर है और अपने कॉन्टैक्ट के बारे में कोई भी खुलासा नहीं कर रहा है।

रिजवान का बड़ा भाई इटली और छोटा भाई दुबई में रहता है। रिजवान का कहना है कि उसे नूपुर शर्मा का घर कहां है, इस बारे में कुछ पता नहीं था।

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तहरीक-ए-लब्बैक ने किया था इमरान सरकार के खिलाफ आंदोलन
तहरीक-ए-लब्बैक संगठन ने पाकिस्तान में इमरान सरकार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन किया था। इसी आंदोलन से प्रेरित होकर रिजवान संगठन में शामिल हो गया था। वह इस संगठन का सक्रिय सदस्य है। नूपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद इसी संगठन ने रिजवान को भारत में घुसपैठ के लिए तैयार किया। संगठन की शह पर रिजवान कुछ दूर तक बस और फिर पैदल चलकर आया था। हालांकि अब तक उसने मदद करने वालों के बारे में खुलासा नहीं किया है।

घुसपैठिया रिजवान अशरफ श्रीगंगानगर से लगी हिंदूमलकोट सीमा चौकी से पकड़ा गया था।

घुसपैठिया रिजवान अशरफ श्रीगंगानगर से लगी हिंदूमलकोट सीमा चौकी से पकड़ा गया था।

भारत भेजने से पहले किया ब्रेनवॉश
तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान में कट्टर दक्षिणपंथी इस्लामी चरमपंथी राजनीतिक संगठन है। 2018 के आम चुनाव में उसे 22 लाख से अधिक वोट मिले थे। उसके तीन सदस्य पाकिस्तानी एसेंबली में भी हैं। यह संगठन 2015 में अस्तित्व में आया था। इसकी स्थापना खामिद हुसैन रिजवी ने की थी। आरोपी रिजवान इस पार्टी से जुड़ाव रखता है। उसे भारत भेजने से पहले संगठन के जिला मुख्यालय मंडी बहाउद्दीन में ट्रेनिंग देकर उसका ब्रेनवॉश किया गया था।

घुसपैठिया प्लांट किया गया, यह जांच का विषय
एडीजी ने कहा कि तहरीक-ए-लब्बैक ने घुसपैठिए को इस इलाके में प्लांट किया या वह खुद ही आया, इस बारे में साफ तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। आरोपी को 23 जुलाई तक रिमांड पर लिया गया है।

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