दौड़ते-दौड़ते छाले पड़ गए लेकिन नौकरी नहीं मिली: 5 साल से पुलिस भर्ती का इंतजार, इलेक्शन आने पर वैकेंसी निकालेंगे….पर हम ओवर ऐज हो जाएंगे

14 मिनट पहलेलेखक: रक्षा सिंह

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सबसे पहले नीचे लगी फोटो देखिए। ये वो अभ्यर्थी हैं, जिन्हें इस वक्त यूपी के थानों में होना था। कानून व्यवस्था संभालना था। इसके लिए 5 साल से मेहनत कर रहे हैं। हजारों रुपए खर्च किए। सुबह-शाम दौड़ लगाई। दौड़ते-दौड़ते इनके पैरों में छाले तक पड़ गए, लेकिन नौकरी नहीं मिली।

वजह ये कि पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं का कहना है कि 5 साल से कोई वैकेंसी नहीं आई है। हालांकि यूपी पुलिस और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने कोई नौकरी नहीं निकाले जाने का खंडन किया है। सरकार ने इसे भ्रामक बताया है। उनका कहना है कि नौकरियां निकाली गईं हैं।

पुलिस भर्ती से जुड़ा पूरा मामला जानने से पहले हम पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के सामने मौजूद चुनौतियों को जानते हैं…

बेटा कब तक तैयारी करेगा, अब तो तेरी उम्र भी निकली जा रही
अंशुमान बताते हैं कि मेरे घर में कमाने वाले सिर्फ मेरे पिता ही हैं। मैं सालों से पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा हूं। मेरी बहन टीचर बनना चाहती है, वो सुपर TET की तैयारी कर रही। ना उसकी नौकरी की वैकेंसी आ रही ना मेरी। मुझे तैयारी करते-करते 4 साल हो गए। सरकार हर बार बस वैकेंसी निकालने के वादे करती है। इस बार भी कहा था कि जुलाई में वैकेंसी आएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

अब घरवालों भी हमें दूसरा ऑप्शन ढूंढने के लिए कहने लगे हैं। उनका कहना है कि अब तो उम्र निकली जा रही, कब तक तैयारी ही करते रहोगे। उनका कहना है कि हमारा पैसा तो खर्च हो ही रहा है। साथ ही जो इतने साल बर्बाद हो गए, उसकी भरपाई कौन करेगा? हम अगर इतने साल किसी और चीज के लिए मेहनत करते तो आज नौकरी कर रहे होते।

वैकेंसी नहीं आई तो हम भी कहीं नौकरी ढूंढेंगे
अंशिका का कहना है कि अगर इस साल वैकेंसी आ जाती है, तो ठीक नहीं। नहीं तो हम ओवर ऐज हो जाएंगे। इतने साल तैयारी करने के बाद भी हमारे पास बेरोजगार घूमने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं बचा है। अब भी वैकेंसी नहीं आई, तो हम सब भी कहीं से ग्रेजुएशन कर के 15-20 हजार की नौकरी करेंगे। लेकिन हमारा पुलिस में जाने का सपना हमेशा के लिए अधूरा रह जाएगा।

अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर सरकार ने अब भी वैकेंसी नहीं निकाली तो हम ओवर ऐज हो जाएंगे।

अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर सरकार ने अब भी वैकेंसी नहीं निकाली तो हम ओवर ऐज हो जाएंगे।

इलेक्शन आएगा तब वैकेंसी निकालेंगे, तब तक हम ओवर ऐज हो जाएंगे
दीपक बताते हैं कि मैं पहले प्रयागराज में पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा था। अब प्रतापगढ़ में करता हूं। अब तक मेरे 1 लाख से ज्यादा रुपए खर्च हो चुके हैं, लेकिन सरकार अब तक बस वादे ही कर रही है।

वो कहते हैं कि ये मेरा आखिरी साल है। अगर सरकार अपना काम दिखाने के लिए इलेक्शन के वक्त भर्तियां निकालने वाली है, तो तब तक हमारी उम्र ही निकल जाएगी। सरकार को हमारे बारे में सोचना चाहिए।

दौड़ते-दौड़ते हमारे घुटनों का कैल्शियम खत्म होने लगा
अनुज का कहना है कि सितंबर में मेरी उम्र पूरी हो जाएगी। अब तक भर्ती का कुछ पता नहीं है। मैंने पूरी मेहनत से सिलेक्शन के लिए तैयारी की है। दौड़ते-दौड़ते हमारे घुटनों का कैल्शियम तक खत्म होने लगा, पैरों में छाले निकल गए, लेकिन सरकार हम पर एकदम ध्यान नहीं दे रही।

वो कहते हैं कि मेरे साथ मेरे जैसे ही 8-10 लड़के और हैं जिनकी उम्र पूरी होने वाली है। उनमें से तीन की तो उम्र निकल भी गई। हमारा बस यही कहना है कि सरकार भर्ती निकाले साथ ही ऐज लिमिट भी बढ़ा दे, ताकि सबको एक मौका मिल सके।

भर्ती नहीं हुई तो पुलिस में जाने का सपना टूट जाएगा
पवन बताते हैं कि मैं 5 साल से पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा हूं। सरकार के हर वादे के बाद नौकरी की उम्मीद होती है, लेकिन अब तक हर बार हमें निराश ही लौटना पड़ा है। सरकार ने अब तक हमें झूठे सपने दिखाए। अगर इस बार भी भर्ती नहीं हुई, तो पुलिस में जाने का सपना टूट जाएगा। मेरी सालों की मेहनत बेकार हो जाएगी।

इस बार भर्ती नहीं आई, तो अभ्यर्थियों की सालों की मेहनत बेकार हो जाएगी। पुलिस की नौकरी का उनका सपना अधूरा रह जाएगा।

इस बार भर्ती नहीं आई, तो अभ्यर्थियों की सालों की मेहनत बेकार हो जाएगी। पुलिस की नौकरी का उनका सपना अधूरा रह जाएगा।

ये तो थी पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं से बातचीत। अब बात पुलिस भर्ती की।

इस महीने नोटिफिकेशन आना था, लेकिन नहीं आया
जून महीने में यूपी पुलिस विभाग ने 62,424 पदों पर भर्ती का ऐलान किया। इसमें 52,699 पद कॉन्स्टेबल के हैं। सब-इंस्पेक्टर के 2469 पद हैं। इसके अलावा रेडियो संवर्ग के 2430 पद, लिपिक संवर्ग के 545 पद, कंप्यूटर ऑपरेटर के 927 पदों पर भर्ती होनी है। विभाग ने कहा कि इसका नोटिफिकेशन 15 जुलाई को जारी किया जाएगा। हालांकि 15 जुलाई बीत जाने के बाद भी कोई नोटिफिकेशन नहीं जारी किया गया।

5 साल से कोई भर्ती ही नहीं हुई
पुलिस भर्ती से जुड़े अभ्यर्थी हर दिन सोशल मीडिया पर यूपी सरकार और पुलिस विभाग को टैग करके पूछ रहे कि भर्तियां कब होगी? ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले करीब 5 साल से सिविल पुलिस की कोई भी भर्ती नहीं हुई। पिछली भर्ती दिसंबर 2018 में सिपाही और समकक्ष पदों पर 49,568 पदों के लिए हुई थी। इसके पहले जनवरी 2018 में 41,520 पदों पर भर्ती हुई थी। 2019 और 2020 में सरकार ने भर्ती निकालने की बात तो कही लेकिन सिविल पुलिस भर्ती का कोई भी नोटिफिकेशन नहीं जारी किया।

जो भर्तियां प्रस्तावित उन्हें भी अपने आंकड़ों में दिखाया
पिछले साल अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया पर भर्ती को लेकर मोर्चा खोला तो यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने दावा किया कि 1 अप्रैल 2017 से 11 फरवरी 2022 तक कुल 12 पदों पर 1 लाख 44 हजार 194 अभ्यर्थियों को नौकरी दी गई है। अजब यह कि विभाग ने जो आंकड़े जारी किए उसमें उन संख्या को भी जोड़ लिया गया जो सिर्फ प्रस्तावित था। उनका कोई नोटिफिकेशन भी जारी नहीं हुआ था।

सपा सरकार की भर्तियां योगी सरकार में पूरी हुई
2015 में सिविल पुलिस और PAC के 34,716 पदों पर भर्ती निकाली गई। इसके अलावा 2013 में सिविल पुलिस/पीएसी और फायरमैन की 5,498 भर्ती। 2016 की उपनिरीक्षक, प्लॉटून कमांडर और FFSO के 2486 पदों की भर्ती भी योगी सरकार के कार्यकाल में पूरी हुई।

सरकार ने माना कि पद खाली हैं
मार्च 2022 में नई सरकार के गठन के बाद मई में विधानसभा का सत्र शुरू हुआ। सरकार ने विधानसभा में बताया कि यूपी पुलिस में सिविल पुलिस कॉन्स्टेबल के 26,744 और पीएसी कॉन्स्टेबल में 8714 पद खाली हैं। अब तक इन पदों को भरने के लिए कोई पहल नहीं की गई। इस दौरान सरकार ने पुलिस विभाग में स्पोर्ट्स कोटे के 534 पदों को भरने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है।

फिलहाल…
पिछले पांच सालों से भर्ती नहीं आने पर जो अभ्यर्थी 2018 में 18 साल के हुए थे वह अब 23 साल के होने वाले हैं। अगले 2-3 महीने में भर्ती नहीं होती तो वह ओवर एज हो जाएंगे। उनके पास अब भर्ती में शामिल होने के मौके खत्म हो गए। छात्रों की यह भी मांग है कि उन्हें उम्र में तीन से पांच साल का रिलेक्सेशन दिया जाए और जल्दी से भर्ती निकाली जाए, ताकि कम से कम एक बार पुलिस भर्ती में शामिल हो सकें।

भाजपा विधायक ने ऐज लिमिट बढ़ाने के लिए सीएम योगी से अनुरोध किया
पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों ने सीएम योगी को लेटर लिखकर ऐज लिमिट में छूट की मांग की है। उन्होंने लेटर में कहा कि साल 2018 के बाद से कॉन्स्टेबल भर्ती नहीं हुई है, जिसके चलते लाखों उम्मीदवारों की एज ज्यादा हो चुकी है। इसलिए कैंडिडेट्स के भविष्य को देखते हुए आयु सीमा की गणना 2018 से किया जाए या फिर 5 साल की छूट दी जाए।

इसके पहले बीजेपी विधायक वीर विक्रम सिंह ने भी इस मुद्दे को सीएम के सामने रखा था। उन्होंने कहा था कि कॉन्स्टेबल रिक्रूटमेंट के लिए जनलर कैटेगरी की उम्र 18 साल से 23 साल होती है, लेकिन लंबे समय से भर्ती नहीं आई है, जिसके चलते कैंडिडेट्स ओवर एज हो गए हैं। इसलिए सीएम से अनुरोध है कि वो इन उम्मीदवारों के फेवर में कोई फैसला लें।

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