दिल्ली एयरपोर्ट पर सीधी टक्कर से बचीं दो फ्लाइट: दोनों टेकऑफ और पार्किंग के लिए एक रनवे पर गईं, महिला पायलट की पहल से 300 लोग बचे

नई दिल्ली12 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
पैरेलल रनवे के बीच में कम दूरी होने से एक समय पर दो फ्लाइट के टेकऑफ और लैंडिग करने पर टक्कर हो सकती है। - Dainik Bhaskar

पैरेलल रनवे के बीच में कम दूरी होने से एक समय पर दो फ्लाइट के टेकऑफ और लैंडिग करने पर टक्कर हो सकती है।

दिल्ली एयरपोर्ट पर बुधवार को दो फ्लाइट्स की सीधी टक्कर होने से बच गई। ATC की चूक से विस्तारा एयरलाइंस की अहमदाबाद-दिल्ली फ्लाइट और दिल्ली-बागडोगरा फ्लाइट एक रनवे पर आ गई थीं।

ATC अधिकारी ने जिस रनवे से एक फ्लाइट को पार्किंग के लिए भेजा था, उसी रनवे पर दूसरी फ्लाइट को टेकऑफ का निर्देश दे दिया। दोनों फ्लाइट में मिलाकर करीब 300 यात्री सवार थे। पहली फ्लाइट की महिला पायलट की सूझबूझ से इन यात्रियों की जान बची।

विस्तार से जानिए पूरा मामला

  • अहमदाबाद-दिल्ली फ्लाइट की रनवे नंबर 29L पर लैंडिंग हुई थी। ATC ने फ्लाइट को रनवे 29R से होते हुए पार्किंग में जाने का सिग्नल दिया।
  • इसके बाद अहमदाबाद-दिल्ली फ्लाइट संख्या VTI926 की महिला पायलट सोनू गिल (45) आगे बढ़ीं।
  • इसी दौरान ATC अधिकारी ने दिल्ली-बागडोदरा फ्लाइट संख्या UK725 को रनवे 29R से टेकऑफ के लिए कह दिया।
  • पायलट सोनू गिल ने ATC अधिकारी को बताया कि वे इसी रनवे से पार्किंग के लिए विमान ले जा रही हैं।
  • इसके बाद ATC अधिकारी को अपनी गलती का एहसास हुआ और दिल्ली-बागडोदरा फ्लाइट को टेकऑफ से रोका गया।
  • जब तक ATC अधिकारी दूसरी फ्लाइट को टेकऑफ से रुकने का निर्देश दिया तब तक दोनों फ्लाइट के बीच सिर्फ 1.8 किमी की दूरी रह गई थी।
  • जरा सी देर और होती तो दोनों फ्लाइट के बीच सीधी टक्कर हो सकती थी।
  • न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, DGCA ने इतनी बड़ी चूक के लिए जिम्मेदार ATC अधिकारी को काम से हटा दिया है।

एक समय पर दो फ्लाइट को टेकऑफ और लैंडिग की इजाजत नहीं
न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि अगर फ्लाइट को उड़ान भरने से नहीं रोका जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। नियमों के तहत, टेकऑफ या लैंडिंग के समय रनवे के आसपास भी किसी फ्लाइट को आवाजाही की अनुमति नहीं है।

पैरेलल रनवे के बीच की दूरी कम होने से टक्कर की संभावना
सीनियर पायलट और सेफ्टी मैटर्स फाउंडेशन के फाउंडर कैप्टन अमित सिंह ने बताया कि आमतौर पर पैरेलल रनवे पर किसी फ्लाइट को तब तक टेकऑफ क्लीयरेंस जारी नहीं किया जाता जब तक कि दूसरी फ्लाइट रनवे पर उतरी न हो।

हालांकि, किसी चूक के कारण ऐसी स्थिति आए तो लैंड करने वाली फ्लाइट को हवा में थोड़ी देर चक्कर लगाने लिए कहा जाता है। पैरेलल रनवे के बीच की दूरी बहुत कम होती है, जिससे एक समय में टेकऑफ या लैंडिग के समय दो फ्लाइट टकरा सकती है।

दिल्ली एयरपोर्ट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें…

स्पाइसजेट की दिल्ली-मुंबई फ्लाइट में महिला और क्रू मेंबर की आपत्तिजनक फोटो खींचीं

दिल्ली से मुंबई के लिए जाने वाली स्पाइसजेट फ्लाइट में ​​एक यात्री ने छिपकर केबिन क्रू की सदस्य और अन्य महिला यात्री की आपत्तिजनक फोटो ली। घटना 16 अगस्त को हुई थी। इस मामले में दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर की। इसमें उन्होंने लिखा- दिल्ली से मुंबई की फ्लाइट में यात्री ने छिपकर फ़्लाइट अटेंडेंट और अन्य महिला के वीडियो बनाए और आपत्तिजनक फोटो ली। ये बेहद संगीन मामला है। हम पुलिस और डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) को नोटिस जारी कर रहे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…

टोरंटो-दिल्ली फ्लाइट में पैसेंजर ने क्रू मेंबर संग मारपीट की:टॉयलेट का दरवाजा तोड़ा, स्मोकिंग की

एअर इंडिया की टोरंटो-दिल्ली फ्लाइट में नेपाली पैसेंजर ने क्रू मेंबर के साथ बदसलूकी की,टॉयलेट में स्मोक किया और दरवाजा तोड़ा और दूसरे पैसेंजर्स के साथ मारपीट की। यह घटना 8 जुलाई को हुई। दिल्ली पहुंचते ही आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूरी खबर यहां पढ़ें…

खबरें और भी हैं…