तेलंगाना में 8 साल से बन रहा ब्रिज ढहा: तेज हवा में कॉन्क्रीट के दो गार्डर गिरे; एक मिनट पहले 65 लोगों को लेकर निकली थी बस

हैदराबाद6 मिनट पहले

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एक किलोमीटर इस लंबे पुल का उद्घाटन 2016 में किया गया था। इसे एक साल में बनकर तैयार हो जाना था। - Dainik Bhaskar

एक किलोमीटर इस लंबे पुल का उद्घाटन 2016 में किया गया था। इसे एक साल में बनकर तैयार हो जाना था।

तेलंगाना के पेद्दापल्ली जिले में 8 साल से बन रहा एक ब्रिज का हिस्सा सोमवार रात ढह गया। इलाके में तेज हवा चलने के बाद करीब 100 फीट की दूरी पर स्थित दो खंभों के बीच के पांच में से दो कॉन्क्रीट गार्डर रात करीब 9.45 बजे ढह गए।

स्थानीय लोगों ने बताया कि बचे हुए तीन गार्डर की जो स्थिति है, उसे देखकर लगता है कि वो भी बहुत ज्यादा दिन नहीं टिकेंगे। स्थानीय लोगों के मुताबिक, घटना से एक मिनट पहले यहां से एक बारात ले जा रही बस गुजरी थी। इसमें 65 लोग सवार थे।

इस पुल की अनुमानित लागत 49 करोड़ रुपए थी।

इस पुल की अनुमानित लागत 49 करोड़ रुपए थी।

2016 में हुआ था उद्घाटन
मनैर नदी पर लगभग एक किलोमीटर लंबे पुल का उद्घाटन 2016 में तत्कालीन तेलंगाना विधानसभा अध्यक्ष एस मधुसूदन चारी और स्थानीय विधायक पुट्टा मधु ने किया था। इसके लिए लगभग 49 करोड़ रुपए मंजूर किए गए थे।

तीन शहरों को जोड़ेगा यह ब्रिज
स्थानीय लोगों ने बताया कि ब्रिज का काम एक साल में पूरा करना था, लेकिन आज तक नहीं हुआ। ब्रिज का काम पूरा होता तो इससे तीन शहर मंथनी, परकल और जम्मीकुंटा के बीच की दूरी करीब 50 किमी कम हो जाती। यह पुल भूपालपल्ली में तेकुमातला मंडल में गार्मिलापल्लू को पेद्दापल्ली में ओडेडेडु से जोड़ने के लिए था।

एक-दो साल के अंदर काम बंद हुआ
स्थानीय लोगों ने कहा कि ठेकेदार ने कथित तौर पर एक या दो साल के भीतर काम बंद कर दिया था। चर्चा है कि उस पर कमीशन का दबाव था। इसके अलावा सरकार उसका बकाया भुगतान नहीं कर रही थी। ठेकेदार ने वेमुलावाड़ा में एक पुल बनाया था जो 2021 में भारी बारिश के दौरान बह गया था।

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