क्या है त्रिपुरा-वेस्ट में 100% से अधिक वोटिंग का सच: लोगों ने EVM और चुनाव आयोग पर उठाए सवाल; सच कुछ और

3 घंटे पहले

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19 अप्रैल को लोकसभा के पहले फेज के लिए चुनाव हुए थे। पहले फेज में 21 राज्यों की 102 कॉन्स्टिट्वेंसी में वोट डाले गए। इन्हीं में से एक थी, त्रिपुरा वेस्ट कॉन्स्टिट्वेंसी, खबर आई कि यहां 100 प्रतिशत से अधिक मतदान रिकॉर्ड हुआ है। यह खबर तेजी से सोशल मीडिया पर फैली और देखते ही देखते लोगों ने EVM समेत चुनावी गड़बड़ियों से जुड़े कई कयास लगाने शुरू कर दिए।

  • कुछ वेरिफाइड और नॉन वेरिफाइड एक्स यूजर्स ने इसे ‘EVM का चमत्कार’ कहा। वहीं, कुछ ने इस पूरे मसले पर सवाल दागते हुए पूछा, ‘देश में क्या चल रहा है?’।
  • हमने इस पूरे मामले की पड़ताल की, जाना कि आखिर त्रिपुरा वेस्ट कॉन्स्टिट्वेंसी में 100 प्रतिशत मतदान का सच क्या है। इस पूरी पड़ताल को सिलसिलेवार समझते हैं।

कैसे और कहां से उठा 100 प्रतिशत से अधिक वोटिंग का मुद्दा
त्रिपुरा वेस्ट कॉन्स्टिट्वेंसी में 19 अप्रैल को हुई वोटिंग के 72 घंटे बाद राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी CPM ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा। पत्र में चुनाव आयोग से, 1-त्रिपुरा वेस्ट कॉन्स्टिट्वेंसी के कुछ पोलिंग बूथ में 100 प्रतिशत से अधिक मतदान रिकॉर्ड होने पर आपत्ति दर्ज करवाई गई थी। साथ ही दोबारा चुनाव करवाने की मांग की गई थी।

CPM त्रिपुरा के सचिव जितेंद्र चौधरी ने इस संबंध में एक पत्र चुनाव आयोग को 22 अप्रैल को लिखा था। इस पत्र को CPM ने अपने ऑफिशियल फेसबुक पेज पर भी पोस्ट किया था जिसे आप नीचे देख सकते हैं।

CPM की आपत्ति से जुड़ा पत्र सामने आने के बाद कई मीडिया आउटलेट्स ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया। देखें स्क्रीन शॉट…

अब पढ़िए सोशल मीडिया पर क्या वायरल हुआ?
त्रिपुरा वेस्ट में 100 प्रतिशत से अधिक वोटिंग का मामला सामने आने के बाद सोशल मीडिया खासकर एक्स पर कई वेरिफाइड और नॉन वेरिफाइड यूजर्स इस पूरे घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया देने लगे।

पत्रकार दयाशंकर मिश्रा ने एक्स पर इंडियन एक्सप्रेस के आर्टिकल को शेयर करते हुए ट्वीट किया- त्रिपुरा में 100 प्रतिशत से ज़्यादा वोटिंग! देश में क्या चल रहा है?

देखें ट्वीट:

दयाशंकर के ट्वीट को खबर लिखे जाने तक 2100 लोग लाइक कर चुके थे। वहीं, 1100 लोगों ने इसे रीट्वीट किया था। एक्स पर दयाशंकर मिश्रा को 20 हजार लोग फॉलो करते हैं।

पड़ताल के दौरान हमें दूसरा ट्वीट शेख जावेद नाम के एक वेरिफाइड यूजर का मिला। इसमें लिखा था- अनोखी खबर ! EVM मईया का चमत्कार ! त्रिपुरा में 110% पोलिंग हो गई ! ये कैसे संभव ?

देखें स्क्रीन शॉट:

शेख जावेद के ट्वीट को 3 हजार से अधिक लोगों ने लाइक किया वहीं, इसे 1500 बार रीट्वीट किया गया था।

वहीं, एमबी भारती नामक एक्स यूजर ने इस पूरे मसले पर चुनाव आयोग पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए लिखा- EVM का कमाल, कहीं 110% तो कहीं 105% तो कहीं 101% तो कई जगह 100% ज्यादा वोटिंग, मामला त्रिपुरा का है कुछ शर्म बची है।

देखें ट्वीट:

हमारी पड़ताल में क्या सच सामने आया?
मामले की जांच के दौरान हमें त्रिपुरा के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर का एक ट्वीट मिला। इस ट्वीट में लिखा था- यह जानकारी पूरी तरह से गलत और भ्रामक है। 1-पश्चिम त्रिपुरा संसदीय क्षेत्र के भीतर, कुछ मतदान केंद्र ऐसे रहे हैं जहां बड़ी संख्या में चुनाव अधिकारियों ने EDC (Election Duty Certificate) के तहत उन केंद्रों में मतदान किया जिसके कारण मतदान प्रतिशत 100% से अधिक आया।

इसके अगले ट्वीट में लिखा था- कृपया ध्यान दें कि EDC चुनाव अधिकारियों को उनके संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में किसी भी मतदान केंद्र पर मतदान करने की अनुमति देता है।

देखें ट्वीट:

इस ट्वीट के साथ एक प्रेस रिलीज भी थी जिसमें कुछ पोलिंग बूथ पर हुए 100% से अधिक मतदान का पूरा गणित समझाया गया था। जो कुछ इस प्रकार है-

पोलिंग स्टेशन – पार्ट नंबर 44 ऑफ 10 मजलिसपुर असेंबली, 1-पश्चिम त्रिपुरा

कुल वोटर्स 545
वोट डाले गए

498

वोटिंग प्रतिशत

91.37
इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट (EDC) के तहत डाले गए वोट 68

EDC प्रतिशत

12.48

इस प्रकार कुल वोटर्स का प्रतिशत + EDC के तरह डाले गए वोट का प्रतिशत

103.85

पोलिंग स्टेशन – पार्ट नंबर 44 ऑफ 5 कायेरपुर असेंबली, 1-पश्चिम त्रिपुरा

कुल वोटर्स

1290

वोट डाले गए

1053

वोटिंग प्रतिशत

81.62

इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट (EDC) के तहत डाले गए वोट 7

EDC प्रतिशत

0.54

इस प्रकार कुल वोटर्स का प्रतिशत + EDC के तरह डाले गए वोट का प्रतिशत

82.17

पोलिंग स्टेशन – पार्ट नंबर 25 ऑफ 5 कायेरपुर असेंबली, 1-पश्चिम त्रिपुरा

कुल वोटर्स

840

वोट डाले गए

734

वोटिंग प्रतिशत

87.38

इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट (EDC) के तहत डाले गए वोट

5

EDC प्रतिशत

0.59

इस प्रकार कुल वोटर्स का प्रतिशत + EDC के तरह डाले गए वोट का प्रतिशत

87.97

पोलिंग स्टेशन – पार्ट नंबर 38 ऑफ 2 मोहनपुर असेंबली, 1-पश्चिम त्रिपुरा

कुल वोटर्स

452

वोट डाले गए

429

वोटिंग प्रतिशत

94.91
इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट (EDC) के तहत डाले गए वोट

63

EDC प्रतिशत

13.93

इस प्रकार कुल वोटर्स का प्रतिशत + EDC के तरह डाले गए वोट का प्रतिशत

108.84
  • स्पष्ट है कि त्रिपुरा वेस्ट कॉन्स्टिट्वेंसी​​​​​​ में 100 प्रतिशत से अधिक मतदान को EVM समेत चुनाव प्रक्रिया की गड़बड़ी बताने वाला दावा पूरी तरह से गलत और भ्रामक है।
  • कुछ पोलिंग बूथ, जहां मतदान प्रतिशत बढ़ा दिखाई देता है वहां ऐसा इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट (EDC) प्रक्रिया के तहत डाले गए वोट के चलते हुआ था।

इलेक्शन डयूटी सर्टिफिकेट और डाक मतपत्र में क्या अंतर है

इलेक्शन डयूटी सर्टिफिकेट ऐसे चुनाव कर्मियों को जारी किया जाता है जो अपने ही संसदीय क्षेत्र/विधानसभा क्षेत्र की किसी पोलिंग बूथ पर सेवाएं दे रहे हों। ऐसे कर्मचारी जिस मतदान केंद्र में तैनात हों वहीं से अपना वोट दे सकते हैं। दूसरी ओर डाक मतपत्र के अंतर्गत ऐसे मतदान कर्मी जो अपने संसदीय क्षेत्र/विधानसभा क्षेत्र के अतिरिक्त और कहीं तैनात हों वे मतदान कर सकते हैं।

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