क्या सेना ने डाले फर्जी वोट: वायरल वीडियो में दावा-आर्मी के जवानों को फर्जी वोट डलवाने की जिम्मेदारी सौंपी गई; जानिए सच्चाई

5 मिनट पहले

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10 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 93 लोकसभा सीटों पर मंगलवार (7 मई) को 67.93% वोटिंग हुई। ये आंकड़े बुधवार सुबह 5 बजे तक के हैं। इनमें इजाफा हो सकता है।

  • इस बीच सोशल मीडिया पर वोटिंग से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में दावा किया गया कि हार से बचने के लिए मौजूदा केंद्र सरकार, सेना से फर्जी वोट डलवा रही है।
  • इस दावे से जुड़े ट्वीट्स कई वेरिफाइड और नॉन वेरिफाइड एक्स यूजर्स शेयर कर रहे हैं।

संतोष कुमार यादव नामक एक्स यूजर ने अपने ट्वीट में लिखा- लोकतंत्र खत्म, तानाशाह इतना नीचे गिर गया है कि आर्मी के जवान लगा दिए फर्जी वोट डालने के लिए… हार का डर !

देखें ट्वीट:

संतोष की एक्स बायो के अनुसार वे समाजवादी पार्टी से जुड़े हैं और वर्तमान में पार्टी की सोशल मीडिया प्रकोष्ठ के नेशनल कोऑर्डिनेटर हैं। एक्स पर संतोष को 21 हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

सेना की फर्जी वोटिंग से जुड़ा ऐसा ही एक ट्वीट, ComplexLives नामक एक वेरिफाइड एक्स यूजर ने किया था। यूजर ने ट्वीट में लिखा था- यह देखो अब भाजपा ने आर्मी को भी अपने वोट डलवाने के काम में लगा दिया है, यह आचार संहिता का उलंघन नही है क्या ? फौजी के चेहरे की शर्मिंदगी बता रही है कि ये काम उनसे जबरदस्ती करवाया जा रहा है।

देखें ट्वीट:

वहीं, वेरिफाइड एक्स यूजर डॉक्टर अरुणेश कुमार यादव अपने ट्वीट में लिखते हैं, ‘लोकतंत्र का न्यूनतम स्तर देखिए 😡 आर्मी के जवानों को फर्जी वोट डलवाने की जिम्मेदारी सौंप दी गई! अब यह कहने की जरूरत नहीं है कि किसके इशारे पर यह सब हो रहा है, क्योंकि वोट बीजेपी के पक्ष में डलवाए जा रहे हैं!! सिर्फ एक चुनाव जीतने के लिए BJ पार्टी के लोग राजनीति के स्तर को कितना गिराएंगे? लोकतंत्र को कितना शर्मसार करेंगे? आम जनमानस को कितना परेशान करेंगे?

देखें ट्वीट:

एक्स पर डॉक्टर अरुणेश कुमार यादव को 31 हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं। वहीं, यूजर की एक्स बायो के अनुसार, वे कांग्रेस प्रवक्ता हैं और वर्तमान में कांग्रेस के ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी हैं।

क्या है वायरल दावे का सच ?

वायरल दावे की पड़ताल के दौरान सामने आया कि यह वीडियो अभी का नहीं बल्कि साल 2019 का है। जांच के दौरान हमें न्यूज एजेंसी ANI का एक आर्टिकल मिला। इस आर्टिकल की हेडलाइन थी-सेना के अधिकारियों का दावा, शरारती तत्वों ने उन्हें वोट डालने से रोका; शिकायत दर्ज

देखें स्क्रीनशॉट:

क्या था पूरा मामला ?

ANI ने अपने आर्टिकल में लिखा था कि ग्रेनेडियर्स रेजिमेंटल सेंटर में तैनात कुछ जवान अपनी पत्नियों के साथ 29 अप्रैल 2019 को कटंगा, जबलपुर में वोट डालने पहुंचे थे। इस दौरान कुछ अज्ञात बदमाशों ने ना सिर्फ इन जवानों के वोटर आईडी कार्ड्स छीनने की कोशिश की बल्कि इन्हें वोट डालने से भी रोका गया। बाद में गलत दावे के साथ जवानों का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया, जिससे सेना की छवि धूमिल हुई।

जांच के दौरान हमें ANI का ट्वीट भी मिला जिसमें सेना द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत की कॉपी भी शेयर की गई थी।

देखें ट्वीट:

स्पष्ट है कि सेना के जवानों द्वारा फर्जी वोटिंग करने का दावा पूरी तरह से गलत और भ्रामक है। वीडियो वर्तमान में चल रहे लोकसभा चुनाव का ना होकर साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव का था।

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