कोरोना से बचने को यूरोप में ‘ब्लड क्लीनिंग’ का ट्रेंड: पुरुषों में भूख जगाती है धूप-महिलाओं में नहीं, अफ्रीका में फैला ‘मारबर्ग वायरस’, पढ़ें हेल्थब्रीफ

  • Hindi Information
  • Girls
  • ‘Marburg Virus’ Unfold In Africa, Daylight Will increase Urge for food Of Males, Learn Healthbrief

नई दिल्ली5 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

नमस्कार,

आप अपनी और अपने परिवार की सेहत का ध्यान बेहतर ढंग से रख सकें, इसके लिए हम ‘वीकली हेल्थ ब्रीफ’ लाए हैं। इसमें आपको मिलेंगे प्रमुख हेल्थ अपडेट्स, महत्वपूर्ण रिसर्च से जुड़े आंकड़े और डॉक्टरों की रेलेवेंट सलाह। इसे मात्र 2 मिनट में पढ़कर आपको सेहत से जुड़ी जरूरी जानकारियां मिलेंगी और आप परिवार का बेहतर ख्याल रख पाएंगी।

1. पीरियड्स ब्लीडिंग को बढ़ा रही है कोविड वैक्सीन, मोनोपॉज के बाद भी हुई माहवारी

कोविड वैक्सीन के साइड इफेक्ट को लेकर एक नई जानकारी सामने आई है। ‘साइंस एडवांसेज जर्नल’ में पब्लिश एक रिसर्च में बताया गया है कि वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद 42% महिलाओं को पहले से ज्यादा ब्लीडिंग होने लगी। साथ ही मोनोपॉज (माहवारी बंद होना) के बाद भी कई महिलाओं को ब्लीडिंग की समस्या देखी गई। इस रिसर्च में तीन महीने तक लगभग 40 हजार महिलाओं के पीरियड्स का अध्ययन किया गया। इस दौरान ज्यादा ब्लीडिंग के साथ ही उनमें साइकल बिगड़ने की भी समस्या देखी गई।

2. अब अफ्रीका में फैला ‘मारबर्ग वायरस’, हर दूसरे मरीज की मौत, नहीं है कोई इलाज

कोविड के बाद अब एक नए वायरस का खतरा मंडरा रहा है। अफ्रीकी देश घाना में खतरनाक मारबर्ग वायरस के दो मरीज मिले हैं। दोनों मरीजों की मौत हो गई है। जिसके बाद WHO ने इस वायरस को लेकर चिंता जाहिर की और इसे रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन को मदद का भरोसा दिया। विशेषज्ञों के मुताबिक ‘मारबर्ग’ इबोला परिवार का एक वायरस है। इसका पहला केस 1967 में जर्मनी में सामने आया था। इससे संक्रमित होने वाले हर दूसरे मरीज की मौत हो जाती है। इसमें डायरिया, बुखार और मल से खून आने जैसे लक्षण देखे जाते हैं। फिलहाल इस वायरस का कोई इलाज या टीका उपलब्ध नहीं है।

3. पुरुषों की भूख बढ़ा देती है धूप, महिलाओं पर असर नहीं

सूरज की रोशनी को विटामिन D का स्रोत माना जाता है। अब एक नए रिसर्च में पता चला है कि इससे भूख भी बढ़ती है। लेकिन धूप सिर्फ पुरुषों की भूख को बढ़ाती है, महिलाएं इससे अप्रभावित रहती हैं। जर्नल ‘नेचर मेटाबोलिज्म’ में पब्लिश इस रिसर्च में बताया गया है कि धूप शरीर में ऐसे हार्मोंस को बढ़ा देती है जो भूख पैदा करती है। जिसके चलते ज्यादा देर तक धूप में रहने वाले पुरुष अधिक खाना खाने लगते हैं।

4. कोविड के डर से ‘खून धुलवा’ रहे हैं लोग, डॉक्टर बोले- फायदे का कुछ पता नहीं

लॉन्ग कोविड सिंप्टम्स से जूझ रहे लोग इससे छुटकारा पाने के लिए अजीबोगरीब उपाय अपना रहे हैं। यूरोप के सैकड़ों ऐसे मरीज खून धुलवाने और उसे पतला कराने का इलाज करा रहे हैं। उनका मानना है कि ऐसा करने से कोविड लक्षण ठीक हो सकता है। हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस बारे में अभी ज्यादा रिसर्च नहीं हुआ। इसलिए ऐसे इलाजों के फायदे का बारे में अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता। बावजूद इसके कुछ मरीज अपनी पूरी जमा-पूंजी लगाकर ‘ब्लड क्लीनिंग’ करा रहे हैं।

5. कम पैसे वाली महिलाओं को हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा, रिसर्च में दावा

वियना यूनिवर्सिटी और IIASA की एक साझा रिसर्च में पाया गया है कि यूरोप की गरीब महिलाओं में अमीर महिलाओं के मुकाबले हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा होता है। रिसर्चर्स ने पिछले 18 सालों में वियना के अस्पतालों में भर्ती होने वाले 1,481 हार्ट मरीजों की सामाजिक-आर्थिक बैकग्राउंड की पड़ताल की। जिसमें पाया गया कि अमीर महिलाओं को औसत 70 साल की उम्र में हार्ट अटैक आता है। जबकि कम पैसे वाली महिलाओं में ये औसत 64 साल का है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अमीरों को उपलब्ध होने वाला संतुलित खानपान, नियमित जांच और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं इस अंतर का कारण है।

6. जैसा खिलाएंगे अन्न, वैसा ही होगा बच्चे का मन

बच्चे को खिलाया जाने वाला खाना उसकी भावनाओं के विकास में काफी महत्वपूर्ण योगदान देता है। अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न कैलिफोर्निया के एक रिसर्च में पाया गया कि बच्चे का भोजन ही उसकी भावनाओं को निर्धारित करता है। रिसर्चर्स ने पाया कि अधिक कैलोरी और जंक फूड खाने वाले बच्चों में नकारात्मक भावनाएं अधिक थीं। जबकि इसी उम्र के बच्चे, जिन्होंने संतुलित आहार लिया था; उनकी भावनाएं ज्यादा सकारात्मक थीं। रिसर्चर्स इस नतीजे पर पहुंचे कि बच्चे को दिया जाने वाला भोजन उनके व्यक्तित्व के विकास में काफी महत्वपूर्ण होता है।

7. पानी पीकर कम होगा हाई ब्लड प्रेशर, करोड़ों मरीजों को होगा फायदा

अनियमित दिनचर्या और खानपान की वजह से आज के समय में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या पूरी दुनिया में है। एक आंकड़े के मुताबिक देश के एक तिहाई से अधिक युवा हाई ब्लड प्रेशर से जूझ रहे हैं। लेकिन अब डॉक्टरों का कहना है कि खूब सारा पानी पीकर भी हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है। ‘द मिरर’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिन में 8 ग्लास यानी 2 लीटर पानी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर सकता है। इसमें डॉक्टरों के हवाले से बताया गया है कि ज्यादा पानी पीने से यूरिन के माध्यम से सोडियम शरीर से बाहर निकल जाता है। शरीर में रहकर सोडियम ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है।

8. अमेरिका में मिला पोलियो वायरस, पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देशों की लिस्ट में हुआ शामिल

पोलियो मुक्त घोषित होने के 10 साल बाद अमेरिका में पोलियो का एक मरीज मिला है। न्यूयॉर्क के 20 साल के युवक में वायरस की पुष्टि की गई है। पोलियो का मरीज मिलने के बाद अमेरिका दुनिया के उन तीन देशों की लिस्ट में शामिल हो गया है, जो अभी पोलियो मुक्त नहीं हुआ है। इस लिस्ट में अभी तक केवल पाकिस्तान और अफगानिस्तान शामिल थे। बता दें कि एक समय में दुनिया भर में महामारी का रूप ले चुका पोलियो वायरल अब लगभग खत्म हो चुका है। भारत को भी पोलियो फ्री घोषित किया जा चुका है।

9. गर्मी में होने वाले जुकाम को न करें नजर-अंदाज

जुकाम को सर्दी के मौसम से जोड़कर देखते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। खांसी-जुकाम किसी भी मौसम में हो सकता है। इसकी मुख्य वजह वायरस है। लोग अक्सर गर्मियों में होने वाले खांसी-जुकाम को नजर-अंदाज कर देते हैं। जिसके चलते वायरस शरीर को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। इससे बचने के लिए डॉक्टर साफ-सफाई का ध्यान रखने की सलाह देते हैं। अगर फिर भी गर्मी के मौसम में सर्दी-जुकाम हो जाए तो उसे नजर-अंदाज न करें। तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।

10. माइग्रेन की दवा से कम होगा वजन, अमेरिकी डॉक्टर का दावा

अमेरिका में डॉक्टरों की एक टीम ने दावा किया है कि माइग्रेन की दवा वजन घटाने में मददगार साबित हो सकती है। पीटर ओ डोन्नेल जूनियर ब्रेन इंस्टीट्यूट के रिसर्चर्स ने पाया कि माइग्रेन की दवा शरीर में भूख पैदा करने वाले हार्मोंस को कम कर देती है। जिसकी वजह से इंसान को कम भूख लगती है और समय के साथ उसका वजन घटता चला जाता है।

आप इस हेल्थ ब्रीफ को शेयर भी कर सकती हैं…

खबरें और भी हैं…