केसीआर ने अच्छी किस्मत के लिए वास्तु का सहारा लिया: तेलंगाना चुनाव में हार के बाद पार्टी हेडक्वार्टर के मेन एंट्रेंस की दिशा बदली

हैदराबाद2 मिनट पहले

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केसीआर ने 2014 और 2017 में भी तेलंगाना भवन के अंदर वास्तु के हिसाब से बदलाव कराए थे। - Dainik Bhaskar

केसीआर ने 2014 और 2017 में भी तेलंगाना भवन के अंदर वास्तु के हिसाब से बदलाव कराए थे।

तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति (BRS) के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव (KCR) ने अच्छी किस्मत के लिए वास्तु का सहारा लिया है। केसीआर के निर्देश पर हैदराबाद के बंजारा हिल्स स्थित पार्टी हेडक्वार्टर तेलंगाना भवन के मेन एंट्रेंस गेट की दिशा बदल दी गई है। कंस्ट्रक्शन का काम जारी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2023 में मिली शर्मनाक हार के बाद केसीआर ने वास्तु बदलने का फैसला लिया है। लोकसभा चुनाव से पहले के. केशव राव और कादियाम श्रीहरि जैसे सीनियर नेताओं का पार्टी छोड़ना भी इसकी वजह बताई जा रही है।

तेलंगाना भवन में मेन गेट के अलावा और भी कई बदलाव होने की संभावना है।

तेलंगाना भवन में मेन गेट के अलावा और भी कई बदलाव होने की संभावना है।

निगेटिव एनर्जी हटाने के लिए दूसरी दिशा में गेट बन रहा
पार्टी के एक नेता ने बताया कि अभी तेलंगाना भवन का मेन गेट उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर है। भवन के सामने वीधी पोटू या टी-जंक्शन है, जहां तीन सड़कें एक पॉइंट पर मिलती हैं। वास्तु के हिसाब से यह निगेटिव एनर्जी खींचती है।

निगेटिव एनर्जी को दूर करने के लिए बिल्डिंग के उत्तर-पूर्व की तरफ एक और गेट खोला जा रहा है। गाड़ियों के लिए नए एंट्रेंस पर एक रैम्प भी बनाया गया है। हालांकि, पार्टी के एक अन्य नेता ने बताया कि ट्रैफिक जाम की दिक्कत को लेकर नया गेट बन रहा है।

केसीआर ने 2014 और 2017 में भी वास्तु बदला था
भारत राष्ट्र समिति का 2001 में गठन हुआ था। पार्टी का नाम पहले तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) था। शुरुआत में पार्टी का ऑफिस बंजारा हिल्स में एक छोटे कैंपस में था। बाद में बड़ी बिल्डिंग बनाई गई, जिसे तेलंगाना भवन नाम दिया गया। 14 अगस्त 2006 को बिल्डिंग का उद्घाटन हुआ था। ​​​​​

यह पहली बार नहीं है जब केसीआर ने तेलंगाना भवन का वास्तु बदला हो। इससे पहले उन्होंने 2014 और 2017 में बिल्डिंग के अंदर बदलाव कराए थे। 2014 में तेलंगाना भवन में अंदर की दीवारों और कमरे के दरवाजों को हटाया गया था।

2014 में तेलंगाना राज्य बनने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव हुए थे और BRS सत्ता में आई थी। तीन साल बाद 2017 में बिल्डिंग में फिर से रेनोवेशन का काम हुआ था। तब कुछ कमरों में टॉयलेट हटाए और बनाए गए थे।

2018 के विधानसभा चुनाव में BRS ने भारी जीत के बाद दूसरी बार राज्य में सरकार बनाई। केसीआर दूसरी बार सीएम बने। हालांकि, 2023 के विधानसभा चुनाव में BRS हार गई। पार्टी ने 119 सदस्यीय विधानसभा में सिर्फ 39 सीटें हासिल की थी।

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