केरल हाईकोर्ट की सरकारा मंदिर में ड्रिल-हथियार ट्रेनिंग पर रोक: याचिका में कहा था- RSS मंदिर में ट्रेनिंग सेशन चलाता है

तिरुवनंतपुरम11 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
केरल हाईकोर्ट ने कह कि मंदिर के अनुष्ठानों और आस्था में राजनीति का कोई स्थान नहीं है। (फाइल फोटो) - Dainik Bhaskar

केरल हाईकोर्ट ने कह कि मंदिर के अनुष्ठानों और आस्था में राजनीति का कोई स्थान नहीं है। (फाइल फोटो)

केरल हाईकोर्ट ने तिरुवनंतपुरम के श्री सरकारा देवी मंदिर में ड्रिल और हथियार प्रशिक्षण पर रोक लगा दी है। हाईकोर्ट ने इसको लेकर 12 सितंबर को देवस्वोम कमिश्नर और एडमिनिस्ट्रेटिव अफसर को निर्देश दिए हैं। असल में एक याचिका लगाई गई थी, जिसमें कहा गया था कि मंदिर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ड्रिल और हथियारों की ट्रेनिंग कराता है।

जस्टिस अनिल के नरेंद्रन और जस्टिस पीजी अजितकुमार की बेंच ने फैसले में कहा कि मंदिर में हथियार प्रशिक्षण से जुड़ी कोई भी गतिविधि अवैध मानी जाएगी। श्री सरकारा देवी मंदिर का मैनेजमेंट त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (TDB) के हाथों में है।

इससे पहले मई में त्रावणकोर देवास्वोम बोर्ड ने अपने अधिकार क्षेत्र के तहत सभी मंदिरों को एक लैटर जारी किया था, जिसमें स्पष्ट रूप से आरएसएस को मंदिर परिसर के भीतर सामूहिक अभ्यास और अन्य गतिविधियों के आयोजन पर रोक लगा दी गई थी।

टीडीबी ने 2016 में श्री सरकारा देवी मंदिर परिसर में आरएसएस के हथियार प्रशिक्षण पर प्रतिबंध लगा दिया था।(फाइल फोटो)

टीडीबी ने 2016 में श्री सरकारा देवी मंदिर परिसर में आरएसएस के हथियार प्रशिक्षण पर प्रतिबंध लगा दिया था।(फाइल फोटो)

कोर्ट ने सुनवाई में क्या कहा?

  • मंदिर में हथियार प्रशिक्षण संबंधित कोई भी गतिविधि अवैध मानी जाएगी।
  • मंदिर के भीतर शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने की जरूरत है।
  • प्रशासनिक अधिकारी और मंदिर मैनेजमेंट समितियां सामूहिक अभ्यास और हथियार प्रशिक्षण गतिविधियों पर नजर रखें।
  • मंदिर के अनुष्ठानों और आस्था में राजनीति का कोई स्थान नहीं है।

याचिका में असुविधाओं की दलील दी गई

हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले याचिकाकर्ताओं ने मंदिर में अभ्यास और प्रशिक्षण सत्र आयोजित करने की वजह से तीर्थयात्रियों, महिलाओं और बच्चों को होने वाली परेशानी और असुविधा का हवाला दिया था। त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड और मंदिर के प्रशासनिक अधिकारी के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद ये गतिविधियां रोज शाम 5 बजे से रात 12 बजे तक जारी रहीं।

टीडीबी पहले भी RSS के खिलाफ एक्शन ले चुका है

टीडीबी ने 2016 में श्री सरकारा देवी मंदिर परिसर में आरएसएस के हथियार प्रशिक्षण पर प्रतिबंध लगा दिया था। 2016 में ही तत्कालीन देवस्वोम मंत्री कडकमपल्ली सुरेंद्रन ने आरोप लगाया था कि आरएसएस केरल में मंदिरों को हथियारों के भंडार में बदलने की कोशिश कर रहा है और सरकार को इस संबंध में काफी शिकायतें मिल रही हैं। 30 मार्च 2021 को बोर्ड ने फिर से सर्कुलर जारी कर अधिकारियों से इस संबंध में कार्रवाई करने को कहा।

आप ये खबर भी पढ़ सकते हैं…

केरल के मंदिर में रोबोटिक हाथी दान किया:साउथ एक्ट्रेस ने पेटा से साथ मिलकर 5 लाख में बनवाया

यह हाथी एक लोहे के फ्रेम से बना है, जिसके बाहर रबर की परत चढ़ी हुई

यह हाथी एक लोहे के फ्रेम से बना है, जिसके बाहर रबर की परत चढ़ी हुई

केरल के त्रिशूर स्थित इरिंजादापल्ली श्री कृष्णा मंदिर (IIrinjadappilly Sri Krishna temple) में 1 मार्च को एक 11 फुट और 800 किलो का रोबोटिक हाथी दान किया गया। यह एक लोहे के फ्रेम से बना है, जिसके बाहर रबर की परत चढ़ी हुई है। इसका नाम रमन रखा गया। मंदिर में ‘नादायिरुथल’ नामक धार्मिक अनुष्ठान के दौरान हाथी को भेंट किया। इस हाथी को साउथ फिल्मों एक्ट्रेस पार्वती थिरुवोथु ने पशु-अधिकारों पर काम करने वाले संगठन पीपल फॉर एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा इंडिया) के साथ मिलकर बनवाया। इसे बनवाने में 5 लाख रुपए का खर्च आया था। पूरी खबर पढ़ें…