केरल से बंगाल लौटे शख्स में निपाह के लक्षण: कोलकाता के अस्पताल में भर्ती, केरल में अब तक 6 मामले मिले

कोलकाता11 घंटे पहले

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स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अभी मरीज का सैंपल निपाह वायरस की जांच के लिए नहीं भेजा गया है। - Dainik Bhaskar

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अभी मरीज का सैंपल निपाह वायरस की जांच के लिए नहीं भेजा गया है।

पश्चिम बंगाल के एक शख्स में निपाह वायरस के लक्षण मिले हैं। जिसके बाद उसे कोलकाता के बेलियाघाटा आईडी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मरीज (उम्र 20 साल) केरल में मजदूरी करता था। पिछले कुछ दिनों से उसे तेज बुखार, मतली और गले में संक्रमण जैसी परेशानियों हो रही थीं। शुरुआत में मरीज को केरल के एर्नाकुलम के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के बाद थोड़ा आराम मिलने पर उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

इसके बाद वह बंगाल लौट आया, लेकिन कुछ दिनों बाद वह फिर से बीमार पड़ गया। तब उसे नेशनल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। फिर मरीज को बेलियाघाटा आईडी अस्पताल ले जाया गया। स्वास्थ्य विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने 20 सितंबर को ये जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि अभी मरीज का सैंपल निपाह वायरस की जांच के लिए नहीं भेजा गया है। पिछले कुछ दिनों में केरल में निपाह वायरल के 6 मामले मिले हैं। जिनमें से दो मरीजों की मौत हो चुकी है। इसीलिए मरीज को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।

उधर, केरल में पिछले पांच दिनों से निपाह वायरस का कोई नया केस नहीं मिला है। राज्य में 15 सितंबर को निपाह का छठा केस दर्ज किया गया था। 17 सितंबर को स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ​​से मीडिया ने पूछा था कि राज्य में निपाह का कोई नया केस नहीं मिला है, ऐसे में लोगों को कब तक सावधानी बरतनी चाहिए।

जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार, पिछला केस मिलने के 42 दिन बाद तक हमें सावधान रहने की जरूरत है। निपाह वायरस के लिए 42 दिन खतरे वाले माने जाते हैं।

कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग में पुलिस भी मदद कर रही
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया था कि निपाह से संक्रमित लोगों के कॉन्ट्रैक्ट में आए लोगों को ट्रेस करने के लिए पुलिस की मदद ली जा रही है, क्योंकि संक्रमितों के संपर्क में आए लोग टेस्ट कराने से डर रहे हैं। फोन करके जांच के लिए बुलाने पर वो आने से इनकार कर देते हैं। इसीलिए उनके मोबाइल को ट्रेस कर पुलिस उन तक पहुंच रही है।

उन्होंने कहा कि साल 2018 में जिस इलाके में इस वायरस के केस मिले थे, केंद्रीय टीम वहां जाकर सर्वे करेगी। वहां किसी भी इकोलॉजिकल चेंज की तलाश की जाएगी। उधर, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV), पुणे और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की टीमें भी जिले का सर्वे कर रही हैं।

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केरल में निपाह का छठा केस मिला; ICMR बोला- मृत्यु दर 40-70%

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने 15 सितंबर को कहा- निपाह वायरस से मृत्यु दर 40-70% है। यह कोरोना वायरस से होने वाली मृत्यु दर की तुलना में काफी ज्यादा है। कोरोना से मृत्यु दर 2-3% है। आईसीएमआर ने ये भी कहा कि केरल में निपाह वायरस क्यों फैलता है, इसकी वजह साफ नहीं है। पढ़ें पूरी खबर…

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