केरल में निपाह वायरस का बांग्लादेशी वैरिएंट: सुपारी-अमरूद के सैंपल लिए, 9 साल का बच्चा ICU में; सेंट्रल हेल्थ टीम कोझिकोड पहुंची

केरल42 मिनट पहले

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गुरुवार को सेंट्रल हेल्थ टीम केरल के कोझिकोड पहुंची। यहां निपाह वायरस से दो लोगों की मौत हुई है। केरल में संक्रमण के अब तक पांच मामले सामने आए हैं। - Dainik Bhaskar

गुरुवार को सेंट्रल हेल्थ टीम केरल के कोझिकोड पहुंची। यहां निपाह वायरस से दो लोगों की मौत हुई है। केरल में संक्रमण के अब तक पांच मामले सामने आए हैं।

केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस के बढ़ते मामलों के बीच गुरुवार 14 सितंबर को सभी शैक्षणिक संस्थानों को दो दिनों के लिए बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। यहां निपाह वायरस से दो लोगों की मौत हो चुकी है। एक 9 साल का बच्चा आईसीयू में है।

न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, एक स्वास्थ्य कर्मचारी में भी निपाह वायरस की पुष्टि हुई है। इसी के साथ केरल में निपाह के अब तक पांच मामले सामने आ चुके हैं। गुरुवार को सेंट्रल हेल्थ टीम केरल के कोझिकोड पहुंची है। ये टीम जिला प्रशासन के साथ निपाह वायरस को लेकर बैठक करेगी।

बुधवार को कोझिकोड मेडिकल कॉलेज की एक टीम ने निपाह वायरस की जांच के लिए मरुथोंकारा गांव से सुपारी और अमरूद के सैंपल लिए हैं।

इससे पहले केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि प्रदेश में जिस वायरल की पुष्टि हुई है, वह बांग्लादेशी वैरिएंट है। यह इंसानों से इंसानों में फैलता है। इसकी मृत्यु दर अधिक है, पर ये कम संक्रामक है।

कोझिकोड मेडिकल कॉलेज की एक टीम बुधवार को मरुथोंकारा गांव पहुंची। निपाह वायरस की जांच के लिए गांव के पेड़ों से सुपारी और अमरूद के सैंपल लिए गए हैं।

कोझिकोड मेडिकल कॉलेज की एक टीम बुधवार को मरुथोंकारा गांव पहुंची। निपाह वायरस की जांच के लिए गांव के पेड़ों से सुपारी और अमरूद के सैंपल लिए गए हैं।

केरल के बाद कर्नाटक में निपाह वायरस का अलर्ट
कर्नाटक के दक्षिण कन्नड जिले में भी अलर्ट जारी किया गया है। मेडिकल डिपार्टमेंट ने जिले में केरल से आने वाले फलों की जांच करने का निर्देश दिया है। साथ ही गाड़ियों की जांच के लिए सीमाओं पर चेकपोस्ट बनाने को कहा है।

कोझिकोड में 7 कंटेनमेंट जोन बनाए गए

  • केरल में कोझिकोड में निपाह से पहली मौत 30 अगस्त और दूसरी मौत 11 सितंबर को हुई थी। यहां के चार जिले- कोझिकोड, कन्नूर, वायनाड और मलप्पुरम में अलर्ट है। अस्पतालों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
  • यहां की 7 ग्राम पंचायतों को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। सुबह 7 से शाम 5 बजे तक सिर्फ दवाइयां और जरूरी चीजों की दुकानें ही खोलने की इजाजत है।
कोझिकोड के अयानचेरी गांव में 'निपाह कंटेनमेंट जोन' का साइन बोर्ड लगाकर सड़कें बंद की गई है।

कोझिकोड के अयानचेरी गांव में ‘निपाह कंटेनमेंट जोन’ का साइन बोर्ड लगाकर सड़कें बंद की गई है।

पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बोलीं- 2018 जितनी खराब स्थिति नहीं
केरल की पूर्व स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने कहा कि निपाह वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है। कोझिकोड में 2018 जितने खराब हालात नहीं है। तब यह वायरस हमारे लिए नया था और इससे निपटने का कोई अनुभव भी हमारे पास नहीं था। अब हमारे पास इसे रोकने के लिए जरूरी सुविधाएं मौजूद हैं।

केरल के कोझिकोड और मलप्पुरम जिले में 2018 में निपाह वायरस से 17 लोगों की मौत हुई थी। इससे पहले निपाह वायरस का मामला 2019 में कोच्चि में सामने आया था। वहीं, 2021 में भी कोझिकोड में निपाह वायरस का एक केस मिला था।

चमगादड़ और सुअर जैसे जानवरों से फैलता है निपाह वायरस
निपाह वायरस चमगादड़ और सुअर जैसे जानवरों से इंसानों में फैल सकता है। इस बीमारी की मरने वालों की दर बहुत ज्यादा है। अब तक इसका कोई ट्रीटमेंट या टीका (इंजेक्शन) उपलब्ध नहीं है। जूनोटिक वायरस उसे कहते हैं, जो जानवरों से इंसानों में या इंसानों से जानवरों में फैलता है।

निपाह वायरस के लक्षण
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, निपाह वायरस सिर्फ जानवरों से नहीं, बल्कि एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैलता है। WHO की मानें तो निपाह वायरस से संक्रमित होने वाले मरीजों में वायरल फीवर होने के साथ सिरदर्द, उल्टी जैसा लगना, सांस लेने में तकलीफ और चक्कर आने जैसे लक्षण दिखते हैं। अगर ये लक्षण 1-2 हफ्ते तक रहते हैं तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

निपाह का पहला मामला 25 साल पहले मलेशिया में मिला था
WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के मुताबिक, 1998 में मलेशिया के सुंगई निपाह गांव में पहली बार निपाह वायरस का पता चला था। इसी गांव के नाम पर ही इसका नाम निपाह पड़ा। तब सुअर पालने वाले किसान इस वायरस से संक्रमित मिले थे। मलेशिया मामले की रिपोर्ट के मुताबिक, पालतू जानवरों जैसे कुत्ते, बिल्ली, बकरी, घोड़े से भी इंफेक्शन फैलने के मामले सामने आए थे।

मलेशिया में निपाह सामने आने के बाद उसी साल इस वायरस का पता सिंगापुर में भी चला था। इसके बाद 2001 में बांग्लादेश में भी इस वायरस से संक्रमित मरीज मिले। कुछ वक्त बाद बांग्लादेश से जुड़ी भारतीय सीमा के आसपास भी निपाह वायरस के मरीज मिलने लगे।

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केरल के कोझिकोड में अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड के बाहर नो एंट्री के साइन बोर्ड लगाए गए हैं।

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केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस से दो लोगों की मौत के बाद 3 और जिले कन्नूर, वायनाड और मलप्पुरम में अलर्ट जारी किया गया है। यहां की 7 ग्राम पंचायतों को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। कंटेनमेंट जोन वाले इलाकों और अस्पतालों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। वहीं, कर्नाटक के दक्षिण कन्नड जिले में भी अलर्ट जारी किया गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें…

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आरोपी के हमले में 22 साल की डॉ. वंदना दास की मौत हो गई।

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केरल के कोल्लम में मेडिकल के लिए लाए गए आरोपी ने डॉक्टर की हत्या कर दी। कोट्‌टारक्कारा पुलिस आरोपी संदीप को एक तालुक हॉस्पिटल में पैर में लगी चोट की ड्रेसिंग करवाने पहुंची थी। तभी उसने हाउस सर्जन डॉ. वंदना दास को टेबल पर पड़ी कैंची और चाकू मार दी।

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