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नई दिल्ली20 मिनट पहले
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खबर आ रही है कि अरविंद केजरीवाल ED के दफ्तर जाने के बजाय गोवा के लिए निकल रहे हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज फिर ED के दफ्तर नहीं जाएंगे। एजेंसी ने शराब नीति घोटाले मामले में पूछताछ के लिए उन्हें चौथी बार समन भेजा है। कहा जा रहा है कि वे आज गोवा जा रहे हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) ने कहा है कि भाजपा अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करवाना चाहती है, ताकि वे लोकसभा चुनाव में प्रचार न सके।
इससे पहले उन्हें 3 जनवरी और पिछले साल 2 नवंबर और 21 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था। तीनों बार केजरीवाल जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे। CM केजरीवाल की ओर से 3 जनवरी को ED से कहा गया था कि वे राज्यसभा चुनाव और गणतंत्र दिवस की तैयारियों में व्यस्त हैं। उनसे जो भी पूछना हो लिखित में भेज दें।
इसके पहले 2 नवंबर को केजरीवाल ने ED के समन को गैरकानूनी और राजनीति से प्रेरित बताया था। 21 दिसंबर का समन मिलने के बाद केजरीवाल 10 दिन के विपश्यना के लिए पंजाब के होशियारपुर चले गए थे।
केजरीवाल 30 दिसंबर को विपश्यना सेंटर से लौटे। पंजाब के CM भगवंत मान भी साथ थे।
AAP बोली- भ्रष्ट नेता भाजपा से जुड़ जाते हैं, तो उनके खिलाफ मामले बंद कर दिए जाते हैं
AAP ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने ED को एक पत्र लिखकर कहा था कि उनके खिलाफ जारी किए गए समन को वापस ले लें क्योंकि ये अवैध और राजनीति से प्रेरित हैं। ED ने भी पत्र लिखकर केजरीवाल को बताया था कि वे मामले में आरोपी नहीं हैं, तो बार-बार उन्हें समन क्यों भेजे जा रहे हैं?
AAP ने ये भी कहा कि केजरीवाल को गिरफ्तार करने की कोशिश क्यों की जा रही है। भ्रष्ट नेता भाजपा से जुड़ जाते हैं और उनके खिलाफ मामले बंद कर दिए जाते हैं। हमने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया, हमारा कोई नेता भाजपा में शामिल नहीं होगा।
आतिशी ने 2 नवंबर को भी गिरफ्तारी का दावा किया था
ये पहली बार नहीं है जब AAP नेताओं ने केजरीवाल की गिरफ्तारी की आशंका जताई है। इससे पहले आतिशी ने 31 अक्टूबर को कहा था कि CM केजरीवाल 2 नवंबर को गिरफ्तार हो सकते हैं। ED ने इस दिन केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया था।
2 नवंबर की सुबह दिल्ली में गहमा-गहमी थी। राजघाट पर पुलिस बढ़ा दी गई थी। उम्मीद थी कि ED ऑफिस जाने से पहले अरविंद केजरीवाल बापू की समाधि पर जाएंगे। हालांकि, केजरीवाल ED के समन पर पेश नहीं हुए। उन्होंने चिट्ठी लिखकर इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बता दिया।
ED को गिरफ्तारी का अधिकार, केजरीवाल कोर्ट जा सकते हैं
कानून के जानकारों के अनुसार, CM केजरीवाल के बार-बार पेश नहीं होने पर ED उनके खिलाफ जमानती वारंट जारी कर सकती है। उसके बाद भी पेश नहीं हुए तो धारा 45 के तहत गैर जमानती वारंट जारी कर सकती है।
PMLA के जानकार बताते हैं कि पेश नहीं हो पाने की ठोस वजह बताई जाती है तो ED समय दे सकती है। फिर दोबारा नोटिस जारी करती है। PMLA एक्ट में नोटिस की बार-बार अवहेलना पर गिरफ्तारी हो सकती है।
अगर CM केजरीवाल आगे पेश नहीं होते हैं तो जांच अधिकारी आवास पर जाकर पूछताछ कर सकते हैं। ठोस सबूत होने पर या सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उन्हें गिरफ्तार कर सकते हैं।
वहीं, केजरीवाल वारंट जारी होने के बाद कोर्ट जा सकते हैं और अपने एडवोकेट की मौजूदगी में जांच में सहयोग करने का वादा कर सकते हैं। इस पर कोर्ट ED को उन्हें गिरफ्तार नहीं करने का निर्देश दे सकती है।
CBI ने अप्रैल में केजरीवाल से पूछताछ की थी
16 अप्रैल को अरविंद केजरीवाल पूछताछ के लिए CBI दफ्तर पहुंचे थे।
इसी साल अप्रैल में शराब नीति केस में CM केजरीवाल से CBI ने अपने ऑफिस में करीब साढ़े 9 घंटे तक पूछताछ की थी। इस दौरान लगभग 56 सवाल पूछे गए। केजरीवाल सुबह 11 बजकर 10 मिनट पर एजेंसी के ऑफिस पहुंचे थे और रात 8:30 बजे बाहर आए।
केजरीवाल ने कहा था- मैंने CBI के सभी सवालों के जवाब दिए। हमारे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। AAP कट्टर ईमानदार पार्टी है। हम मर-मिट जाएंगे पर कभी अपनी ईमानदारी के साथ समझौता नहीं करेंगे। वे AAP को खत्म करना चाहते हैं, लेकिन देश की जनता हमारे साथ है।
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आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को ED ने 4 अक्टूबर को अरेस्ट कर किया। उनके दिल्ली वाले घर पर सुबह 7 बजे ED की टीम पहुंची। 10 घंटे तक चली छापेमारी के बाद उनकी गिरफ्तारी हुई। संजय ने गिरफ्तारी से पहले अपनी मां के पैर छुए और आशीर्वाद लिया। पूरी खबर यहां पढ़ें…
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अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी का सबसे बड़ा चेहरा हैं। वो दिल्ली के मुख्यमंत्री होने के साथ पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक भी हैं। उनके नाम पर ही दिल्ली समेत दूसरे राज्यों में चुनाव लड़े जाते रहे हैं।
उनके जेल जाने की स्थिति में पार्टी में लीडरशिप का संकट खड़ा हो सकता है। अरविंद केजरीवाल के बाद दूसरे नंबर पर मनीष सिसोदिया थे और तीसरे पर संजय सिंह, लेकिन अब ये दोनों नेता जेल में हैं। इससे यह संकट और बढ़ गया है। पूरी खबर पढ़ें…