WHO की चेतावनी-किस करने से भी मंकीपॉक्स: महिलाओं की लंबी उम्र की वजह पता चली, दोस्तों के साथ एक्सरसाइज से जल्दी कम होता है वजन

नई दिल्ली31 मिनट पहले

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नमस्कार,

आप अपनी और अपने परिवार की सेहत का ध्यान बेहतर ढंग से रख सकें, इसके लिए हम ‘वीकली हेल्थ ब्रीफ’ लाए हैं। इसमें आपको मिलेंगे प्रमुख हेल्थ अपडेट्स, महत्वपूर्ण रिसर्च से जुड़े आंकड़े और डॉक्टरों की रेलेवेंट सलाह। इसे मात्र 2 मिनट में पढ़कर आपको सेहत से जुड़ी जरूरी जानकारियां मिलेंगी और आप परिवार का बेहतर ख्याल रख पाएंगी।

1. हगिंग, किसिंग से भी फैल सकता है मंकीपॉक्स, WHO की चेतावनी

विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने मंकीपॉक्स को वैश्विक महामारी घोषित किया है। इसकी बचने के लिए WHO की ओर से गाइडलाइन भी जारी की गई है। इसमें बताया गया है कि मंकीपॉक्स के ज्यादातर मामले आपस में संबंध बनाने वाले समललैंगिक पुरुषों में है। साथ ही यह प्रेग्नेंट महिलाओं और छोटे बच्चों के लिए भी खतरनाक है। गाइडलाइन में बताया गया है कि मंकीपॉक्स एक-दूसरे को गले लगाने या किस करने से भी फैल सकता है। इससे बचने के लिए समलैंगिक पुरुषों को अपने सेक्स पार्टनर कम करने की सलाह दी गई है।

2. IVF से पैदा होने वाले बच्चे, सामान्य बच्चों की तुलना में कम विकसित, रिसर्च में दावा

मां नहीं बन पा रही महिलाएं IVF यानी कृत्रिम गर्भाधान का सहारा लेती हैं। लेकिन अब एक नई रिसर्च में पाया गया है कि IVF तकनीक से जन्मे बच्चे सामान्य बच्चों की तुलना में हल्के, पतले और लंबाई में भी छोटे होते हैं। इंग्लैंड के शहर ब्रिस्टल में IVF तकनीक से पैदा हुए 8,600 बच्चों की तुलना दुनिया भर के डेढ़ लाख बच्चों से की गई थी। हालांकि रिसर्चर्स का यह भी कहना है कि यह अंतर बहुत ज्यादा नहीं होता और बच्चे की उम्र बढ़ने के साथ-साथ कम होता जाता है।

3. ‘काउच पौटेटो लाइफस्टाइल’ बढ़ा रहा है बच्चों का ब्लड प्रेशर

आज के समय में छोटे बच्चों में भी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या देखी जाने लगी है। जिसके चलते कम उम्र में ही बच्चे हाइपर टेंशन और हार्ट रिलेटेड बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। यूरोपियन हेल्थ जर्नल के एक रिसर्च में इसके लिए ‘काउच पौटेटो लाइफस्टाइल’ को जिम्मेदार बताया गया है। रिसर्च में पाया गया कि कम फिजिकल एक्टिविटी करने वाले और फास्ट फूड खाने वाले बच्चों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या अधिक है। ‘काउच पौटेटो लाइफस्टाइल’ का मतलब कम शारीरिक गतिविधि वाली जीवनशैली से है।

4. दोस्तों के साथ करेंगे एक्सरसाइज तो रहेंगे ज्यादा फिट, अकेले करना कम फायदेमंद

जिम में अकेले समय बिताने की अपेक्षा ग्रुप में एक्सरसाइज करना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। अमेरिका की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च में ऐसा दावा किया गया है। रिसर्च में बताया गया है कि अकेले वर्क-आउट करने के मुकाबले दोस्तों के साथ किया गया उतना ही वर्क-आउट ज्यादा फायदेमंद होता है। ऐसे लोगों का वजन भी जल्दी कम होता है। साथ ही इससे मेंटल हेल्थ पर भी सकारात्मक असर पड़ता है।

5. मंकीपॉक्स से संक्रमित महिला ने दिया बच्चे को जन्म, बिलकुल स्वस्थ है नवजात, डॉक्टर्स हैरान

मंकीपाॉक्स वायरस के दुनिया भर में फैलने के बाद WHO की ओर से प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए विशेष चेतावनी जारी की गई थी। बताया गया था कि यह वायरस प्रेग्नेंट महिलाओं और बच्चों के लिए काफी खतरनाक हो सकता है। अब अमेरिका में मंकीपॉक्स से संक्रमित एक प्रेग्नेंट महिला ने बिलकुल स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। बच्चे को संक्रमण भी नहीं है। इस मामले ने डॉक्टर्स को हैरानी में डाल दिया है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विशेषज्ञ इसकी जांच कर रहे हैं।

6. इस वजह से महिलाओं के मुकाबले जल्दी मरते हैं पुरुष

दुनिया भर में तमाम देशों में पुरुषों की औसत आयु महिलाओं के मुकाबले 2 से 5 साल तक कम है। वैज्ञानिकों ने अब पुरुषों के कम जीने की वजह ढूंढ निकाली है। ब्रिटेन में हुए एक सर्वे के मुताबिक पुरुषों में मौजूद Y क्रोमोसोम उनकी कम उम्र का कारण बनती है। जबकि महिलाओं में मौजूद X क्रोमोसोम उनको अधिक उम्र देता है। भारत में भी पुरुषों की औसत उम्र 66.9 साल है। जबकि महिलाओं की औसत उम्र 69.9 साल है।

7. कोविड के बाद बदल गया है दफ्तरों का माहौल, एक-दूसरे का दर्द बांटना चाहते हैं कर्मचारी

लिंक्ड-इन ने दुनिया भर के 23,000 कर्मचारियों पर सर्वे किया। सर्वे में पाया गया है कि कोविड के बाद दफ्तरों का माहौल ज्यादा भावुक हो गया है। अब कर्मचारी और बॉस सभी सहकर्मियों का दर्द बांटना चाहते हैं। लोग अब दफ्तर में अपनी पर्सनल प्रॉब्लम्स को अपने सहकर्मियों से शेयर भी कर रहे हैं। सर्वे के मुताबिक, कर्मचारी ऐसा बॉस और सहकर्मी चाहते हैं, जो उनकी निजी परेशानियों और भावनाओं को समझे। एक्सपर्ट्स का मानना है कि कोविड के दौरान अपनों का खोने और दर्द से गुजरने के बाद लोगों के स्वभाव में ऐसा परिवर्तन हुआ है।

8. लॉन्ग कोविड के चलते झड़ रहे लोगों के बाल, सेक्सुअल लाइफ भी प्रभावित

कोविड से उबर चुके लगभग 10% लोगों में लंबे समय तक इसका लक्षण देखने को मिल रहा है। यही वजह है कि दुनिया भर में लॉन्ग कोविड इफेक्ट पर काफी रिसर्च हो रही हैं। ब्रिटेन में कोविड से उबर चुके 15 लाख लोगों के सर्वे के बाद पता चला है कि लॉन्ग कोविड इफेक्ट के चलते उनके बाल तेजी से झड़ रहे हैं। साथ ही यह यौन इच्छा को भी कम कर रहा है। इसके अलावा लॉन्ग कोविड लोगों की सांसें भी पहले के मुकाबले छोटी कर रहा है।

9. टाइप-2 डायबिटीज को काबू करेगी 10 घंटे की फास्टिंग, रिसर्च में दावा

इंटरमिटेंट फास्टिंग यानी कम समय के लिए उपवास रखने से टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को काफी फायदा हो सकता है। मेडिकल न्यूज टुडे की एक रिपोर्ट में एक्सपर्ट के हवाले से बताया गया है कि 10 घंटे की फास्टिंग टाइप-2 डायबिटीज में काफी फायदेमंद है। साथ ही यह वजन और हाई ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है। ब्रिटेन में इंसानों और जानवरों पर हुए सर्वे में इस दावे को सही पाया गया है।

10. बार-बार झपकी लेने का मन करता है तो हो सकती है हार्ट प्रॉब्लम

छोटी-छोटी नींद यानी पावर नैप को एक्सपर्ट्स सेहत के लिए फायदेमंद मानते हैं। लेकिन अब चीन में हुए एक शोध में दावा किया है गया कि बार-बार झपकी आना स्ट्रोक की चेतावनी हो सकती है। रिसर्चर्स ने पाया कि जो लोग कभी नैप नहीं लेते हैं, उनके मुकाबले दिन में कई बार नैप लेने वाले लोग स्ट्रोक की चपेट में ज्यादा आए। हालांकि शोधकर्ताओं ने यह भी बताया कि नैप लेने से स्ट्रोक का खतरा नहीं होता। बार-बार झपकी आना संभावित स्ट्रोक की ओर इशारा करता है।

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