‘MVA सरकार ने झूठे मामलों में मुझे फंसाना चाहा’: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम का आरोप; जेल भेजने के लिए अधिकारियों को ठेका दिया गया था

मुंबई13 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में कहा  MVA सरकार ने मुझे जेल भेजने के लिए कुछ अधिकारियों को ठेका दिया था। (फाइल फोटो) - Dainik Bhaskar

देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में कहा MVA सरकार ने मुझे जेल भेजने के लिए कुछ अधिकारियों को ठेका दिया था। (फाइल फोटो)

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को आरोप लगाया कि MVA सरकार के दौरान उन्हें और कुछ अन्य भाजपा नेताओं को झूठे मामलों में फंसाना चाहती थी। मुझे जेल भेजने के लिए कुछ अधिकारियों को ठेका दिया गया था। वे इसमें नाकाम रहें क्योंकि कई अच्छे अधिकारियों ने उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने से मना कर दिया था।

फडणवीस नागपुर में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के अनिल देशमुख पर लगाए आरोपों पर सवाल का जवाब दे रहे थे। परमबीर सिंह ने शुक्रवार को एक टीवी इंटरव्यू में आरोप लगाए थे कि राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने उन पर कुछ भाजपा नेताओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने के लिए दबाव डाला था।

फडणवीस बोले- 4 बार गिरफ्तार करने की साजिश रची गई

फडणवीस ने कहा- उन्होंने ( परमबीर सिंह) जो कहा वह पूरी तरह सच है। उन्होंने सिर्फ एक घटना के बारे में बताया है, लेकिन 4 बार मुझे झूठे मामलों में गिरफ्तार करने की साजिश रची गई। हमने CBI को इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी दी है। आज भी हमारे पास बहुत से वीडियो हैं। डिप्टी सीएम ने दावा किया कि MVA सरकार ने मुझे, गिरीश महाजन, प्रवीण दारकर सहित नेताओं को फंसाने के लिए अधिकारियों को सुपारी दी थी।

पूरा मामला क्या है…

  • सबसे पहले अनिल देशमुख ने 26 जुलाई 2024 को आरोप लगाए कि तीन साल पहले देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, अजित पवार और अनिल परब को झूठे मुकदमों में फंसाने का दबाव बनाया था। जब मैंने यह करने से मना कर दिया, उसके बाद ED और CBI को मेरे पीछे लगा दिया गया।
  • इन आरोपों पर फडणवीस कहा था कि मेरे पास बहुत से ऑडियो-वीडियो हैं। समय आने पर उसे सामने रखूंगा। देशमुख बहुत लंबे समय से मुझ पर व्यक्तिगत आरोप लगा रहे हैं। आमतौर पर मैं किसी के पीछे नहीं जाता, लेकिन कोई मेरे पीछे आता है तो मैं उसे छोड़ता नहीं। पूरी खबर पढ़ें…
  • फिर 5 अगस्त को नागपुर में अनिल देशमुख ने दावा किया कि डिप्टी सीएम फडणवीस ने मुंबई के उस समय के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को गिरफ्तारी से बचाने की कोशिश की थी और MVA सरकार को गिराने के लिए परमबीर से उनके (अनिल देशमुख) खिलाफ आरोप लगाने को कहा था।
  • उसी दिन देशमुख ने यह भी कहा था कि परमबीर सिंह, उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर ‘एंटीलिया’ के पास मिली स्कॉर्पियो गाड़ी में जिलेटिन की छड़ें लगाने और गाड़ी मालिक की हत्या के मामले में मुख्य साजिशकर्ता थे।
  • इन आरोपों के जवाब में परमबीर सिंह ने 9 अगस्त को कहा कि मैं अनिल देशमुख को चुनौती देता हूं कि वे मेरे साथ मिलकर नार्को टेस्ट कराएं ताकि सच्चाई सामने आ सके।
  • साथ ही परमबीर सिंह ने अपने फिर से आरोप लगाया कि देशमुख ने मुंबई के बार और होटलों से हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली का टारगेट रखा था। इसके लिए पुलिस पर दबाव था। इसके अलावा देशमुख पुलिस अधिकारियों की पोस्टिंग में भी काफी दखल देते थे।
  • पूर्व पुलिस कमिश्नर ने आरोप लगाए कि जब मुझे इसका पता चला तो मैंने तब के सीएम उद्धव ठाकरे और शरद पवार से उनकी शिकायत की, लेकिन किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
  • उन्होंने आरोप लगाए कि देशमुख ने मुझसे वरिष्ठ भाजपा नेता गिरीश महाजन को गिरफ्तार करने के लिए कहा गया था, लेकिन मैंने मना कर दिया।

खबरें और भी हैं…