IAS टीना डाबी जैसी बनना चाहती हैं बुलंदशहर की तान्या: युवाक्षी ने कभी घड़ी देखकर नहीं की पढ़ाई, CBSE 12वीं में पाए 500 में 500 नंबर

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नई दिल्ली8 घंटे पहलेलेखक: सुनाक्षी गुप्ता

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सीबीएसई बोर्ड ने शुक्रवार को कक्षा 12वीं और 10वीं का रिजल्ट जारी किया है। हर बार की तरह इस बार भी लड़कियों ने बाजी मारी है। कक्षा 12वीं में 94.54% छात्राएं पास हुई हैं। उत्तर प्रदेश की दो होनहार लड़कियों ने परफेक्ट 500/500 यानी 100% मार्क्स लाकर सभी को हैरान कर दिया है।

परफेक्ट 500 लाने वाली तान्या सिंह बुलंदशहर से हैं और युवाक्षी विग नोएडा की रहने वाली हैं। तान्या डीपीएस बुलंदशहर स्कूल की स्टूडेंट हैं और युवाक्षी नोएडा के एमिटी इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा हैं। इन दोनों छात्राओं की सफलता पर पूरा परिवार, स्कूल और दोस्त काफी खुश हैं। जश्न के माहौल में उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। वुमन भास्कर की टीम ने दोनों ही टॉपर छात्राओं से बात कर जाना उनकी सफलता का फॉर्मूला।

IAS ऑफिसर टीना डाबी से लेती हैं प्रेरणा
बुलंदशहर निवासी तान्या सिंह ने आर्ट्स स्ट्रीम में 100% मार्क्स लाकर सीबीएसई टॉप किया है। उन्होंने बारहवी में अंग्रेजी, इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, और ऑप्शनल सब्जेक्ट हिंदुस्तानी वोकल में पूरे 100 में से 100 नंबर हासिल किए हैं। जबकि राजनीति विज्ञान में 98 अंक प्राप्त किए हैं।

तान्या कहती हैं कि वे अब कॉलेज में दाखिले की तैयारी कर रही हैं। डीयू से हिस्ट्री ऑनर्स की पढ़ाई करना चाहती हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय के LSR और मिरांडा हाउस उनके ड्रीम कॉलेज में से एक हैं। कॉलेज की पढ़ाई के बाद यूपीएससी की तैयारी करना चाहती हैं। आईएएस ऑफिसर बन देश की सेवा करना चाहती हैं। तान्या के साथ उनके पिता का भी यही सपना है।

तान्या का कहना है कि वे वर्ष 2015 बैच की यूपीएससी टॉपर आईएएस टीना डाबी को अपना आदर्श मानती हैं। जिस तरह टीना ने पहले ही कोशिश में यूपीएससी परीक्षा में टॉप किया है, ये तान्या को प्रेरणा देता है। वह उन्हीं की तरह बनना चाहती हैं।

कोरोना काल में इंटरनेट की समस्या के कारण ऑनलाइन क्लास में बहुत दिक्कतों का सामना किया। मगर जल्द ही ऑनलाइन मोड में भी खुद को बनाया कुशल।

कोरोना काल में इंटरनेट की समस्या के कारण ऑनलाइन क्लास में बहुत दिक्कतों का सामना किया। मगर जल्द ही ऑनलाइन मोड में भी खुद को बनाया कुशल।

पिता हैं कांट्रैक्टर, होममेकर मां ने किया मोटिवेट
तान्या के पिता विजय कुमार एक कांट्रैक्टर हैं, जबकि मां पूनम होममेकर हैं। तान्या बताती हैं कि वे परीक्षा के तैयारी करने समय ज्यादा तनाव नहीं लेती थीं। बस हर दिन अपने लिए पढ़ाई का एक टारगेट फिक्स करती थीं। फिर चाहे उसे पूरा करने में कितने ही घंटे क्यों न लग जाएं। इस बीच स्कूल के टीचर उनकी काफी मदद करते थे। हर सब्जेक्ट की असाइनमेंट दी जाती थी। अगर पढ़ते समय कोई दिक्कत आए तो फिर अलग से डाउट क्लास लगाई करवाई जाती थी।

तान्या बताती हैं कि जब मुझे तनाव महसूस होता या मन में उलझन होती तो अपनी मां से बात करती, अपने दोस्तों से मदद लेती। इसी तरह बोर्ड परीक्षा की तैयारी पूरी की।

परीक्षा देकर आई और बोला ‘थैंक्यू सर’
तान्या ने 16 जुलाई को कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) परीक्षा दी है। इसी के रिजल्ट पर उन्हें कॉलेज में दाखिला मिलेगा। तान्या के हिस्ट्री के शिक्षक व क्लास-टीचर सर जफ़र अहमद शाह बताते हैं कि तान्या उन चुनिंदा बच्चों में से एक है जो अपनी लाइफ में बहुत फोकस रखते हैं। तान्या ने पूरी मेहनत और लगन से तैयारी की और आज उसी का परिणाम सभी के सामने हैं। वह बताते हैं कि तान्या जैसे ही सीयूईटी की परीक्षा देकर एग्जाम हॉल से वापस आई तो सबसे पहले यही बोला ‘थैंक्यू सर, एग्जाम अच्छा हुआ है’। तान्या को पूरा विश्वास है कि बोर्ड परीक्षा की तरह ही एंट्रेंस एग्जाम में भी उन्हें सफलता मिलेगी।

तान्या बताती हैं कि जब लॉकडाउन की शुरुआत थी, तब ऑनलाइन पढ़ाई में दिक्कत आती थी। बुलंदशहर में इंटरनेट कनेक्टिविटी बहुत अच्छी नहीं थी, शुरुआत में ऑनलाइन क्लास में पढ़ना मुश्किल होता था। मगर बाद में इंटरनेट सर्विस अच्छी हुई और ऑनलाइन क्लास से पढ़ना आसान हुआ।

तान्या आईएएस ऑफिसर बनकर अपने साथ माता-पिता का सपना भी पूरा करना चाहती हैं ।

तान्या आईएएस ऑफिसर बनकर अपने साथ माता-पिता का सपना भी पूरा करना चाहती हैं ।

सोशल मीडिया से दोनों छात्राओं ने बनाई दूरी, म्यूजिक लवर रहीं
बुलंदशहर की तान्या का कहना है कि उन्होंने आज तक सोशल मीडिया पर एकाउंट ही नहीं बनाया, जबकि नोएडा की युवाक्षी विग ने कहा कि वे सोशल मीडिया पर जरूर हैं लेकिन उससे दूरी बनाकर चलती हैं। परीक्षा की तैयारी के समय उन्होंने सिर्फ पढ़ाई पर ही फोकस किया। इस बीच जब कभी भी स्ट्रेस फील होता तो म्यूजिक का सहारा लेतीं। गाने सुनना उन्हें काफी पसंद हैं।

‘कभी घंटे तय कर पढ़ाई नहीं की’ – युवाक्षी
नोएडा सेक्टर-137 निवासी युवाक्षी विग ने आर्ट्स स्ट्रीम में 100 % मार्क्स हासिल किए हैं। उन्होंने 12वीं में अंग्रेजी, इतिहास, राजनीति विज्ञान, साइकोलॉजी और पेंटिंग में 100 में से 100 नंबर हासिल किए हैं। 12वीं में कोई भी ऑप्शनल सब्जेक्ट नहीं लिया।

जब पता चला कि मैं टॉपर हूं तो विश्वास ही नहीं हुआ कि ये मुमकिन भी है। अपने शिक्षकों और स्कूल को देती हूं सफलता का श्रेय। - युवाक्षी विग

जब पता चला कि मैं टॉपर हूं तो विश्वास ही नहीं हुआ कि ये मुमकिन भी है। अपने शिक्षकों और स्कूल को देती हूं सफलता का श्रेय। – युवाक्षी विग

युवाक्षी बताती हैं कि सुबह सबसे पहले उनके पास स्कूल से फोन आया और कहा कि तुमने सीबीएसई टॉप किया है, मुझे विश्वास ही नहीं हुआ कि ऐसा सच में हो सकता है। मेरी खुशी का ठिकाना नहीं था। बस उसके बाद से लगातार बधाई देने के लिए फोन आने लगे।

सौ फीसदी स्कोर लाने के पीछे की पढ़ाई की स्ट्रैटेजी पर बात करते हुए युवाक्षी कहती हैं कि मैंने कभी भी घंटे देखकर पढ़ाई नहीं की। किताब सिर्फ तभी उठाई जब मैं पढ़ना चाहती थी। जब पढ़ाई करने बैठी तो पूरा ध्यान उसी पर दिया। इसी तरह हर किसी को पढ़ाई पर पूरा फोकस करते हुए ही पढ़ना चाहिए। ऐसा नहीं हो कि हम सिर्फ किताब को निहार रहे हैं मगर कुछ समझ नहीं रहे।

क्लीनिकल साइकोलॉजी में करना चाहती हूं ग्रेजुएशन की पढ़ाई
युवाक्षी का फेवरेट सब्जेक्ट साइकोलॉजी है और वे आगे चलकर उसी में करियर बनाना चाहती हैं। युवाक्षी ने CUET की पहली पारी की परीक्षा दे दी है। उन्हें क्लीनिकल साइकोलॉजी में ग्रेजुएशन कर इसी लाइन में अपना करियर बनाना है। डीयू से ही पढ़ाई करना चाहती हैं। यही उनका ड्रीम कॉलेज है।

कोविड पर बात करते हुए युवाक्षी कहती हैं कि कोरोना में हम सभी के स्कूल बंद हो गए। दो साल घर रहकर ही ऑनलाइन पढ़ाई की। इस दौरान शिक्षकों ने लगातार हमारे साथ मेहनत की। वे हर समय हमारे लिए मौजूद रहते थे। ऑनलाइन क्लास होने के बाद भी हमारी एक्स्ट्रा क्लास कराई गई।

डॉ अनूपा कहती हैं कि आज उनके लिए डबल खुशी का मौका है। उनकी दूसरी बेटी यानी युवाक्षी की छोटी बहन ने इस साल 10वीं की परीक्षा दी थी और उसने भी 500 में से 498 अंक हासिल किए हैं।

डॉ अनूपा कहती हैं कि आज उनके लिए डबल खुशी का मौका है। उनकी दूसरी बेटी यानी युवाक्षी की छोटी बहन ने इस साल 10वीं की परीक्षा दी थी और उसने भी 500 में से 498 अंक हासिल किए हैं।

मां डॉक्टर हैं, पिता ने 21 साल दी नेवी में सेवा
युवाक्षी की मां डॉ अनूपा विग एक गायनाकोलॉजिस्ट हैं। जबकि पिता कमांडर कार्तिक विग नेवी से रिटायर्ड हैं। डॉ अनुपा बताती हैं कि बेटी के टॉप करने की खबर से पूरे परिवार में जश्न का माहौल है। युवाक्षी खुद अपनी पढ़ाई में फोकस रखती थी, उसे कभी नहीं बताना पड़ता था कि वे अपनी पढ़ाई कैसे करे। यहां तक कि साइकोलॉजी पढ़ने का निर्णय भी उसने खुद लिया है।

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