लैंड फॉर जॉब केस में लालू-तेजस्वी को समन: पहली बार तेजप्रताप को तलब किया, 7 अक्टूबर को सभी को पेश होना होगा – Patna News

राऊज एवेन्यू कोर्ट ने जमीन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव और अन्य आरोपियों को समन जारी किया है।

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पहली बार कोर्ट ने इस मामले में लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप, अखिलेश्वर सिंह और उनकी पत्नी किरण देवी को भी समन भेजा है।

कोर्ट ने यह भी कहा है कि तेजप्रताप यादव की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता। वह एके इंफोसिस लिमिटेड के निदेशक भी थे।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 6 अगस्त को 11 आरोपियों के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दायर किया था। इनमें से 4 की मौत हो चुकी है।

इसमें लल्लन चौधरी, हजारी राय, धर्मेंद्र कुमार, अखिलेश्वर सिंह, रविंदर कुमार, स्व. लाल बाबू राय, सोनमतिया देवी, स्व. किशुन देव राय और संजय राय शामिल हैं। लल्लन चौधरी की पत्नी ने पति की मृत्यु से जुड़ी पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी कोर्ट में प्रस्तुत की है। कोर्ट ने मृत्यु प्रमाण पत्र दाखिल करने का आदेश दिया था।

इस मामले में अब 7 अक्टूबर को अगली सुनवाई होगी। सभी को कोर्ट में पेश होना होगा।

किरण देवी बाहुबली नेता अरुण यादव की पत्नी हैं। आरा के अंगियांव में अरुण यादव का आलीशान बंगला।

किरण देवी बाहुबली नेता अरुण यादव की पत्नी हैं। आरा के अंगियांव में अरुण यादव का आलीशान बंगला।

किरण देवी पहली बार विधायक बनी हैं

किरण देवी पहली बार आरा के संदेश से विधायक बनी हैं। वह RJD के पूर्व विधायक और बाहुबली नेता अरुण यादव की पत्नी हैं। जिन्हें पिछले चुनाव में पहली बार RJD ने टिकट दिया था। अंगियांव में अरुण यादव का आलीशान बंगला है, जहां कुछ महीने पहले CBI की टीम ने रेड की थी।

अमित कात्याल को दिल्ली हाईकोर्ट ने नियमित जमानत दे दी है

लैंड फॉर जॉब मामले में राजद प्रमुख लालू यादव के करीबी सहयोगी अमित कात्याल को दिल्ली हाईकोर्ट ने नियमित जमानत दे दी है। न्यायमूर्ति नीना बंसल कृष्णा की पीठ ने कहा कि ‘आरोपी लगातार जांच में शामिल हो रहा है और किसी भी स्तर पर पूछताछ के लिए जारी समन से बचने की कोशिश नहीं की है। तथ्यों को देखते हुए आरोपियों के भागने की आशंका नहीं है, आरोपी 10 नवंबर 2023 से न्यायिक हिरासत में है और मामले में ट्रायल को पूरा होने में लंबा समय लग सकता है। ऐसे में आरोपियों को जेल में रखने से कोई उद्देश्य हल नहीं होगा।’

इस केस में 13 अगस्त को जांच एजेंसी की तरफ से 96 नए डॉक्यूमेंट भी पेश किए गए थे। स्पेशल जज विशाल गोगने ने चार्जशीट और डॉक्यूमेंट के वेरिफिकेशन के लिए मामले को 24 अगस्त को लिस्ट किया था। इस मामले में बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और बेटी हेमा सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ ईडी पहले ही आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है।

जनवरी 2024 में लालू-तेजस्वी से हुई थी पूछताछ

लैंड फॉर जॉब्स मामले में ED की दिल्ली और पटना टीम के अधिकारियों ने लालू और तेजस्वी से जनवरी 2024 में 10 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की थी। ED ने 29 जनवरी को लालू यादव से 10 घंटे पूछताछ की थी। ED सूत्रों के मुताबिक, लालू प्रसाद से 50 से अधिक सवाल किए गए थे। उन्होंने ज्यादातर जवाब हां या ना में ही दिया था। पूछताछ के दौरान कई बार लालू झल्ला भी गए थे। वहीं तेजस्वी से 30 जनवरी को लगभग 10-11 घंटे तक पूछताछ चली थी।

7 डील में जानिए लैंड फॉर जॉब डील का पूरा खेल

डील 1:CBI ने अपनी शुरुआती जांच में पाया कि 6 फरवरी 2008 को पटना के किशुन देव राय ने अपनी जमीन काफी कम कीमत पर राबड़ी देवी के नाम कर दी। यानी 3,375 वर्ग फीट जमीन सिर्फ 3.75 लाख रुपए में राबड़ी देवी काे बेच दी। साथ ही इसी साल परिवार के 3 मेंबर्स राज कुमार सिंह, मिथिलेश कुमार और अजय कुमार को मध्य रेलवे मुंबई में ग्रुप डी के पद पर नौकरी मिल गई।

डील 2: फरवरी 2008 में पटना के महुआबाग के संजय राय ने भी सिर्फ 3.75 लाख रुपए में 3,375 वर्ग फीट जमीन राबड़ी देवी को बेच दी। CBI ने अपनी जांच में पाया कि संजय राय के अलावा परिवार के 2 अन्य मेंबर्स को रेलवे में नौकरी मिल गई।

डील 3: पटना की रहने वाली किरण देवी ने नवंबर 2007 में सिर्फ 3.70 लाख रुपए में अपनी 80,905 वर्ग फीट जमीन लालू यादव की बेटी मीसा भारती को बेच दी। इसके बाद 2008 में सेंट्रल रेलवे मुंबई में किरण देवी के बेटे अभिषेक कुमार को नौकरी मिल गई।

डील 4: फरवरी 2007 में पटना निवासी हजारी राय ने अपनी 9,527 स्क्वायर फीट जमीन दिल्ली की कंपनी एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को 10.83 लाख रुपए में बेच दी। बाद में हजारी राय के 2 भतीजों दिलचंद कुमार और प्रेम चंद कुमार को वेस्ट-सेंट्रल रेलवे जबलपुर और साउथ-ईस्टर्न रेलवे कोलकाता में नौकरी मिल गई।

CBI ने पाया कि एके इंफोसिस्टम के सभी अधिकार और संपत्ति साल 2014 में लालू प्रसाद यादव की बेटी और पत्नी को दे दिए गए थे। राबड़ी देवी ने 2014 में कंपनी के ज्यादातर शेयर खरीद लिए और बाद में कंपनी की डायरेक्टर बन गईं।

डील 5: पटना निवासी लाल बाबू राय ने मई 2015 में मात्र 13 लाख रुपए में अपनी 1,360 वर्ग फीट की जमीन राबड़ी देवी के नाम कर दी। CBI ने जांच की तो पता चला कि लाल बाबू राय के बेटे लाल चंद कुमार को 2006 में नॉर्थ-वेस्टर्न रेलवे जयपुर में नौकरी मिली थी।

डील 6: बृज नंदन राय ने मार्च 2008 में अपनी 3,375 वर्ग फुट जमीन गोपालगंज निवासी हृदयानंद चौधरी को 4.21 लाख रुपए में बेच दी। हृदयानंद चौधरी को साल 2005 में ईस्ट-सेंट्रल रेलवे हाजीपुर में नौकरी मिल गई। 2014 में हृदयानंद चौधरी ने गिफ्ट डीड के जरिए इस जमीन को लालू प्रसाद यादव की बेटी हेमा को ट्रांसफर कर दिया।

CBI ने जांच की तो पाया कि हृदयानंद चौधरी और लालू प्रसाद यादव दूर के भी रिश्तेदार नहीं हैं। साथ ही जिस जमीन को गिफ्ट के रूप में दिया गया, उस वक्त सर्कल रेट के अनुसार उसका मूल्य 62 लाख रुपए था।

डील 7: विशुन देव राय ने मार्च 2008 में अपनी 3,375 वर्ग फीट की जमीन सीवान निवासी ललन चौधरी को दे दी। ललन के पोते पिंटू कुमार की साल 2008 में वेस्टर्न रेलवे मुंबई में नौकरी लग गई। इसके बाद ललन चौधरी ने फरवरी 2014 में इस जमीन को हेमा यादव को दे दिया।