नई दिल्ली14 मिनट पहले
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खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिला है कि पाकिस्तानी आतंकी संगठन पुलवामा हमले की बरसी (14 फरवरी) पर हमले की साजिश रच रहे हैं।
पुलवामा में CRPF के काफिले पर हमला करने के मामले में आरोपी औरंगजेब आलमगीर को शुक्रवार को इस्लामाबाद से बंदूकधारी हमलावरों ने अगवा कर लिया। औरंगजेब बाइक पर हफीजाबाद से डेरा गाजी गुलाम जा रहा था।
औरंगजेब की बाइक एक सुनसान इलाके से बरामद की गई है। बताया जा रहा है कि कुछ कार सवार उसे लेकर फरार हो गए। बहावलपुर का औरंगजेब पिछले कुछ समय से हफीजाबाद में छिपकर रह रहा था। भारत ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी औरंगजेब को आतंकवाद रोधी यूएपीए कानून में वांछित घोषित किया है। 2019 में पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
पाकिस्तान में फंड जमा कर कश्मीर भेजता था
पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड औरंगजेब आतंकी संगठन जैश के लिए पाकिस्तान में फंड जमा कर आतंकी वारदातों के लिए कश्मीर भेजता था। औरंगजेब आईएसआई के साथ साजिश रचकर अफगान आतंकियों को जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ कराने की घटनाओं में भी लिप्त था।
तस्वीर पुलवामा अटैक की है, जिसमें CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे।
पुलवामा की बरसी पर साजिश रच रहे आतंकी संगठन
उधर, खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिला है कि पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिदीन और अलकायदा भारत में पुलवामा हमले की बरसी (14 फरवरी) पर हमले की साजिश रच रहे हैं। इसके तहत पाकिस्तानी सीमा पार कर 20 से अधिक हाइब्रिड आतंकी जम्मू-कश्मीर भेजे गए हैं, जो कई जिलों में छिपे हैं। उन्हें पकड़ने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), BSF और अन्य एजेंसियां मिलकर कश्मीर में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं।
दरअसल, खुफिया एजेंसियों ने कुछ समय पहले सैटेलाइट फोन के जरिए पाकिस्तान से आने वाले कुछ कॉल को इंटरसेप्ट किया था। इससे जैश, हिजबुल, अल कायदा और लश्कर की भारत के खिलाफ रची जा रही साजिश का पता चला था। इसके बाद गृह मंत्रालय और NIA को यह जानकारी दी गई।
इन चारों संगठनों ने भारतीय सेना और अन्य सरकारी उपक्रमों को निशाना बनाने के लिए अपने आतंकियों को ट्रेनिंग दी। जिसके बाद उन्हें अवैध तरीके से भारत भेजा। ये आतंकी कश्मीर के गंदरबल, श्रीनगर, पुलवामा, शेपियां, पुंज, कुपवाड़ा और बारामुला जिले में 8 अलग ठिकानों पर कुछ दिन रुके थे।
ये ठिकाने आतंकी संगठनों से सहानुभूति रखने वाले कश्मीर के ही लोगों के घर थे। NIA ने इन ठिकानों पर शनिवार को छापेमारी की। वहां कुछ डिजिटल डिवाइस, दस्तावेज मिले हैं। हालांकि, आतंकियों ने ठिकाने बदल लिए हैं।
दो मंजिला मकान कुर्क कर चुकी NIA
NIA ने आतंकी नेटवर्क को खत्म करने की मुहिम के तहत 7 दिसंबर को ही जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा में दो दो मंजिला मकानों को कुर्क किया है। उधर, NIA कोर्ट की ओर से जारी कुर्की के आदेश में कहा गया है कि मकान के मालिक संयुक्त रूप से खुर्शीद अहमद बट और उनके 5 भाई हैं। आरोप है कि इन संपत्तियों का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों में किया जा रहा था।
आतंकी संगठनों ने ड्रोन से भेजे स्टिकी बम
सूत्रों के अनुसार NIA को आतंकियों के ठिकानों से कुछ जगहों के कोआर्डिनेट और अहम दस्तावेज मिले हैं। जांच में पाया गया कि ये वे जगह हैं, जहां पर पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए आतंकियों तक िस्टकी बम और मैग्नेट बम पहुंचाए गए हैं। हालांकि कुछ जगहों शोपियां, पुंज और बारामुला में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने कुछ ड्रोन को मार भी गिराया था।