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कोलकाता4 घंटे पहले
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सैफुद्दीन लस्कर जयनगर के बामुंगाची में TMC के एरिया प्रेसिडेंट थे। उनकी पत्नी पंचायत प्रधान हैं।
पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर में सोमवार (13 नवंबर) को तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता सैफुद्दीन लस्कर (47) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना से आक्रोशित समर्थकों ने दो हमलावरों को पकड़ लिया और उनकी पिटाई कर दी।
इस हमले में एक आरोपी की मौत हो गई। जबकि दूसरे को पुलिस किसी तरह बचाकर अपने साथ ले गई। इधर, TMC नेता की हत्या के बाद इलाके में तनाव फैल गया। गुस्साए समर्थकों ने कई घरों में आग लगा दी। तनाव के बीच इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया है।
TMC का आरोप है कि CPI (M) और भाजपा के गुंडों ने घटना को अंजाम दिया है। वहीं पुलिस ने बताया कि सैफुद्दीन सोमवार सुबह नमाज के लिए जा रहे थे, तभी उन पर हमला हुआ।
लोगों ने बताया कि पुलिस की मौजूदगी में उनके घरों में आग लगाई गई। फोटो क्रेडिट- आनंद बाजार
भीड़ ने लूटपाट और तोड़फोड़ के बाद घरों में आग लगाई
सैफुद्दीन जयनगर के बामुंगाची में TMC के एरिया प्रेसिडेंट थे। उनकी पत्नी पंचायत प्रधान हैं। प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस ने बताया कि घटना के बाद TMC समर्थकों ने पड़ोस के दलुआखाली गांव में हिंसा की। भीड़ ने लूटपाट और तोड़फोड़ के बाद कई घरों को आग के हवाले कर दिया।
बताया गया कि TMC समर्थकों ने जिन लोगों के घरों में आग लगाई, वे CPI (M) समर्थक हैं। दलुआखाली में लोगों ने दावा किया कि पुलिस की मौजूदगी में उनके घरों में आग लगाई गई। इसके बाद दमकल की गाड़ियों को आग बुझाने से भी रोका गया।
CPIM (M) ने कहा- TMC के अंदर की कलह में हुई सैफुद्दीन की हत्या
CPI (M) सेंट्रल कमेटी के मेंबर सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि सैफुद्दीन लस्कर की हत्या TMC पार्टी के भीतर की कलह का नतीजा है। CPI (M) को दोष देने का कोई मतलब नहीं है। सैफुद्दीन की हत्या किसने और क्यों की, पुलिस को इसकी जांच करनी चाहिए।
सुजन ने कहा कि यह घटना बोगटुई नरसंहार की याद दिलाती है। मार्च 2022 में बीरभूम जिले के बोगटुई नरसंहार में TMC नेता भादु शेख की हत्या के बाद आगजनी और हिंसा में करीब 10 लोग मारे गए थे।
5 महीने में TMC नेता के मर्डर की तीसरी घटना
28 जुलाई: पश्चिम बंगाल में पिछले पांच महीने के दौरान TMC नेता के मर्डर की यह तीसरी घटना है। इससे पहले 28 जुलाई को TMC नेता मैमूर घारामी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। TMC नेता ने पंचायत चुनाव में जीत हासिल की थी। 11 जुलाई को चुनाव के नतीजे आए थे। फायरिंग में मैमूर घारामी के साथी शजाहन मुल्ला घायल हुए थे।
22 जून: पुरुलिया जिले के आद्रा थाना क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस नेता धनंजय चौबे की हत्या कर दी गई थी। बाइक सवार तीन बदमाशों ने गोली मारकर उनकी हत्या की थी। पुरुलिया एसआईटी की टीम ने घटना के मुख्य आरोपी आरजू मलिक को बिहार के जमुई से गिरफ्तार किया था।
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पश्चिम बंगाल में हुए पंचायत चुनाव के नतीजे 11 जुलाई को आए। चुनाव से पहले हिंसा में पूरे राज्य में 30 दिन में 36 पॉलिटिकल मर्डर हुए। इनमें से 18 लोग तो सिर्फ वोटिंग वाले दिन यानी 8 जुलाई को मारे गए।
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