नई दिल्लीएक मिनट पहले
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जूनियर वकील ने सुनवाई कर रही बैंच से कहा- उन्हें मामले की जानकारी नहीं है और इस पर बहस करने के लिए कोई निर्देश भी नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को एक वकील पर नाराजगी जाहिर करते हुए 2 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। वकील ने कोर्ट में एक मामले के स्थगन की मांग के लिए अपनी जगह एक जूनियर वकील को भेज दिया था। मामले की सुनवाई कर रहे चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा- आप हमें इस तरह हल्के में न लें। अदालत के कामकाज में लागत शामिल होती है। बहस शुरू करें।
जूनियर वकील बोला- मुझे मामले की जानकारी नहीं
CJI के साथ जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस मनोज मिश्रा की बैंच मामले की सुनवाई कर रही थी। जूनियर वकील ने बैंच से कहा- उन्हें मामले की जानकारी नहीं है और इस पर बहस करने के लिए उनके पास कोई निर्देश भी नहीं है।
बैंच ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा- ‘हमें संविधान से मामले की सुनवाई के निर्देश मिले हैं। कृपया वकील को ऑन रिकॉर्ड बुलाएं। उसे हमारे सामने पेश होने के लिए कहें।’
वकील ने वीसी के जरिए कोर्ट से माफी मांगी
इसके बाद, वकील ऑन रिकॉर्ड वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए और कोर्ट से माफी मांगी। बैंच ने पूछा कि उन्होंने बिना किसी कागजात और मामले की जानकारी के एक जूनियर को कोर्ट में कैसे भेज दिया।
इसके बाद बैंच ने आदेश देते हुए कहा कि एक जूनियर को बिना किसी डॉक्यूमेंट और तैयारी के भेजा गया था, जब कोर्ट ने स्थगन देने से इनकार किया तो ऑन रिकॉर्ड वकील वीसी के जरिए पेश हुए। किसी भी केस को इस तरीके से नहीं चलाया जा सकता, यह अदालत और जूनियर वकील दोनों के लिए गलत है।
कोर्ट ने कहा- इस घटना को लेकर हम एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड पर 2 हजार रुपए का जुर्माना लगाते हैं। वकील सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन में जुर्माना जमा करेंगे और उसकी रसीद कोर्ट के सामने पेश करेंगे।
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सुप्रीम कोर्ट का डाटा एक क्लिक में मिलेगा, पोर्टल पर मामलों से जुड़ी जानकारी अपलोड होगी
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि बहुत जल्द सुप्रीम कोर्ट को नेशनल ज्यूडिशियल डाटा ग्रिड (NJDG) से जोड़ा जाएगा। इसके बाद रियल टाइम में सुप्रीम कोर्ट का डाटा ऑनलाइन उपलब्ध हो सकेगा।NJDG एक अनूठा प्लेटफॉर्म है, जिसे नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) और सुप्रीम कोर्ट की इन-हाउस टीम ने डेवेलप किया है। पूरी खबर पढ़ें…